बेंगलूरु। सीरवी समाज के आई माता मन्दिर में चल रहे चातुर्मास में संत राजाराम ने कहा कि इस सांसारिक जीवन में सुख पाने के लिए हम क्या नही करते हैं। भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि इस संसार में जीवन जीने के दो रास्ते हैं। जिनको यदि इंसान अपना लेता है, बहुत ही सुखी और समृद्ध जीवन व्यतीत करता है। भगवान् श्रीकृष्ण के अनुसार संसार में जीवन व्यतीत करने के बताए गए दो रास्तों में से एक तो यह है की यदि व्यक्ति ज्ञान का मार्ग अपना लेता है अन्यथा वह सांसारिक लोभ और लालच को अपना लेता है, क्योंकि हमारा मन लोभ और लालच का दास होता है। हमारा मन इंसान को जैसे जैसे नो भी रास्ता दिखाता हैं। इंसान उसी रास्ते पर चल पड़ता है। जीवन में हर समय दुःख और परेशानियों का सामना करने से बचने के लिए एकमात्र मार्ग यह है कि भगवान् श्रीकृष्ण के अनुसार बताई गई बहुत सी इन बातों को समय समय पर अगर हम इन दुखों से छुटकारा पा सकते हैं। भजन गायाक महेन्द्रनाथ व कमलेश पूरी ने भजन सुनाया। सीरवी सामान के अध्यक्ष हेमाराम पंवार, सचिव ओम प्रकाश बर्फा व् उपाध्यक्ष दलाराम लचेटा ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।