तमिलनाडु / जिला कृष्णगिरी से सेलम जिला को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे स्थित कारीयमंगलम सीरवी समाज ट्रस्ट वडेर परिसर मे 10 मार्च सोमवार को होलिका दहन हुआ। सर्व प्रथम श्रीगणेश पूजन कर आईमाता जी की आरती हुई, पधारे हुए सभी भक्तों ने माताजी की आरती मे समिल्लित होकर माताजी के दर्शन किये, आईमाताजी के दर्शन करने के पश्चात गैर मंडल के सदस्यों ने अपनी रंगबिरंगी गैर पोशाकों मे सजधजकर गैरियो ने गैर नृत्य के लिये वडेर प्रागंण मे अपनी स्थिति मे खडे हो गये थे। गैर मंडल के अध्यक्ष चुन्नीलाल की अगुवाई में चंग की थाप पर शानदार गैर नृत्य की प्रस्तुति दी।जिसमें बच्चों ने भी बढ-चढ कर भाग लिया। एक टीम चंग पर फागुन के गितो की मधुर आवाज अपनी नई पहचान बनाई। इस पर्व पर महिलाओं ने भी कोई कमी नहीं रखी महिला मंडल ने भी अपनी देशी पंरपरा के अनुसार फागुन के गितो का गायन किया गया। गैरीयो ने वडेर भवन से नाचते-गाते हुए होलिका रोहण स्थान तक पहुचे वहां पर वडेर के मुख्य पुजारी ओर अध्यक्ष- आर. रमेशजी सैणचा, सचिव-कानाराम जी पंवार, कोषाध्यक्ष- नरेशजी पंवार, उपाध्यक्ष- मनोहरलाल जी सैणचा, सहकोषाध्यक्ष- रमेशजी लचेटा, ओर अन्य पधाधिकारी गण एवं सभी सदस्यों की महति उपस्थिति में होलिका का शुभ मुहूर्त मे विधीअनुसार पूजा अर्चना कर होलिका दहन किया गया। नवजात शिशुओं को होलिका के दर्शन कराया गया। मंगलवार के दिन सुबह 10 बजे नवजात बच्चों का ढूढोंउत्सव किया गया। तत्पश्चात अध्यक्ष महोदय अपने उदबोधन से पधारे हुए सभी लोगों का स्वागत किया गया। सभी ने अल्प आहार कर फुल्लो से होली खेली गई।
समाचार :- रमेश सीरवी ,
प्रतिनिधि, सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉटकॉम