मध्य प्रदेश/बड़वानी। सिर्वी इंटरनेशनल स्कूल व हॉस्टल की ओर से बच्चों के लिए मंथन प्रकल्प के अंतर्गत संस्कार शाला कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बच्चों में नैतिक मूल्यों को रोपित करने का प्रयास किया जा रहा है क्योंकि आज के बच्चे कल का भविष्य है, बच्चे गीली मिट्टी की भांति होते हैं, उन्हें जैसा आकार हम देना चाहे दे सकते हैं। जैसे संस्कार उनमें रोपित करेंगे, वैसे ही उनका व्यवहार और वैसा ही उनका भविष्य होगा क्योंकि जैसे संस्कार वैसे निर्माण। अगर दिशा सही है तो दशा भी सुधरेगी।
श्री मांगीलाल जी कोटवाल शांतिकुंज हरिद्वार व दिनेश जी चौधरी तलवाड़ा बुजुर्ग ने बच्चों को संस्कारो के साथ साथ उनमे पढ़ाई के प्रति उत्साह और उमंग से पड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा की बच्चों में शिक्षा के साथ ही संस्कारों का भी बीजारोपण होना चाहिए। संस्कारों के बिना शिक्षा अधूरी है। आज के इस भौतिक युग में संस्कार शाला का संचालन होना अत्यंत आवश्यक है। हमारी संस्कृति महामानवों की टकसाल रही है, हर व्यक्ति का आचरण देवत्व से भरपूर रहा है। इन सब के पीछे था उनका प्रेरणाप्रद बचपन। हम सब जानते हैं कि हमारे व्यक्तित्व का विकास 5 -7 वर्ष की उम्र तक हो जाता है, जिसे ध्यान में रखते हुए संस्कार परिपाटी का प्रचलन आरम्भ से ही रहा है। पारिवारिक पंचशील और आस्तिकता से ओतप्रोत उत्कृष्ट वातावरण से बच्चों के दिव्य संस्कारों का रोपड़ सहज हो जाता था। बालक के बहुआयामी व्यक्तित्व के गढ़ने में माता पिता गुरु होते थे। वही समाज का भी महत्वपूर्ण योगदान होता था। उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया ।
स्कूल तथा हॉस्टल के संबंध में
इस स्कूल का संचालन सिर्वी समाज द्वारा होता हैं। इसका शुभारंभ 2018 मे राष्टीय अध्यक्ष श्री पी पी चौधरी जी ने किया। इसमें होस्टल भी संचालित होती है जिसमे 190 बच्चे रहते है जिनको शुद्ध नाश्ता, भोजन की व्यवस्था होती है एव 7 बसों से 310 बच्चो लाने की व्यवस्था है नर्सरी से 10वी तक अंग्रेजी माध्यम मे कुल 500 बच्चे अध्ययन करते हैं। इसके प्रधानाचार्य ( प्रिंसिपल) श्री गोविंद भायल है जिनको 30 वर्षो का अनुभव है। इसकी शिक्षण समिति मे 13 सदस्य हैं तथा सिर्वी समाज जिला संगठन बड़वानी की भूमिका व मार्गदर्शन किया जाता है । खेल का मैदान एक एकड़ और स्कूल / होस्टल भवन 22000 स्केयर फिट का पक्का बना हुआ । दिवान साहब, पिरोसा जी का तीन चार बार आगमन हो चुका है । सम्पूर्ण भारत के सिर्वी बंधुओ का आगमन व मार्गदशन के साथ साथ आर्थिक सहयोग मिलता है । इसमें बाहर से आने वाले मेहमानों के लिए रुकने,भोजन की व्यवस्था है। बडवानी हॉस्पिटल मे बीमार व्यक्ति और साथ मे आने वाले सदस्य के भी भोजन , रुकने की व्यवस्था होती है ।प्रत्येक रविवार संस्कार शाला विभिन्न विद्वानों द्वारा संचालित होती है सभी बच्चो को मां आईजी की आरती ,अनुशासन, व्यवहारिक ज्ञान, अच्छे चरित्र का निर्माण किया जा रहा है । एलन कोटा वाले श्री सी आर चौधरी जी ने भी केरियर काउंसिलिंग कर चुके हैं और भविष्य मे इसी प्रकार को कोचिंग की व्यवस्था करने का कहा है ।
प्रस्तुति- गोविंद भायल बड़वानी