राजस्थान:– 20 अक्टूबर 23 को मारवाड़ जंक्शन से मात्र 02 किमी दूर हेमलियावास कलां में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का बधावा किया गया रात में बहुत कम संख्या में श्रद्धालु धर्म सभा में उपस्थित हुए

मारवाड़ जंक्शन से मात्र 02 किमी दूर दूदौड़,अखावास, लोलावास, मारवाड़ जंक्शन, खारची, हेमालियावास खुर्द और रेवड़िया के बीच में मारवाड़ जंक्शन नगर पालिका का हिस्सा और छोटा सा गांव है – *हेमलियावास कलां।*
छत्तीस कौम के मात्र 125 घर की बस्ती में यहां पर सर्वाधिक सीरवी है, अन्य जातियों में गुर्जर, मेघवाल, राजपुरोहित, मालवीय लोहार, वैष्णव, राजपूत, कुम्हार, ढोली और बावरी यहां बसते हैं।
*हेमलियावास कलां में सीरवी समाज के लगभग 75 घर है*, जिनमें आगलेचा, काग, गहलोत, सोलंकी, भायल, सैणचा, हाम्बड़, बरफा, पंवार और परिहार गौत्र के सीरवी यहां बसे हुए हैं।
यहां श्री आई माता जी का मंदिर (बडेर) छोटा सा लेकिन बहुत भव्य बना हुआ है जिनमें श्री आई माताजी की भव्य प्रतिमा विराजमान है। यहां पर *श्री आई माता जी की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत् २०६९, वैशाख सुदी सातम शनिवार, दिनांक 28 अप्रैल 2012 को श्री आई माता जी के धर्मरथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से संपन्न हुई थी।*
यहां पर वर्तमान में *कोटवाल श्री भीमाराम जी काग, जमादारी श्री गमनाराम जी सैणचा और पुजारी मालाराम जी काग* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
यहां बडेर पक्का बना हुआ है पर पास में सैणचा परिवार की मात्र एक छोटी सी पोल है, जहां बैठने की व्यवस्था है, बाकी अन्य आवश्यक सुविधाओं का यहां पूर्णतया अभाव है।बडेर के सामने गली में धर्मरथ भैल को खड़ा किया जाता है, जहां रात में साधन निकलने पर खतरा रहता है।
अब सीरवी समाज हेमलियावास के द्वारा बहुत ही *शानदार बड़ा न्याति नौहरा तैयार हो रहा है जो बहुत विशाल एवं शानदार है, यह भूखंड 80 गुना 300 फीट है, जिनमें 80×150 में टीन शेड लगाया गया है। इस भूखंड का तीसरा हिस्सा श्री अमराराम जी आगलेचा द्वारा सीरवी समाज हेमलियावास कलां को निशुल्क भेंट किया गया,* सीरवी समाज आपको और आपकी पीढ़ियों को बरसों तक याद रखेगा। यहां पर आधे में विशाल टीन शेड बना दिया गया है।जो बहुत अच्छा बनाया गया है यहां पर महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय स्नानागार बनाये जा चुके हैं। आगे के भाग में पोल और कमरों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। छोटे से गांव का यह सराहनीय कार्य है।
यहां से सरकारी नौकरी में मोतीलाल जी गंगाराम जी काग एयरफोर्स से सेवानिवृत वर्तमान में मुम्बई में एक उद्योगपति है। रूपाराम जी चोयल मारवाड़ जंक्शन तहसील में अर्जी निवेश है, आपके ही पुत्र घनश्याम जी चोयल और पारस जी चोयल मारवाड़ जंक्शन कोर्ट में एडवोकेट है। श्री मुकेश जी पुत्र श्री रूपाराम जी चोयल ने बीटेक किया है, पुखराज जी गहलोत पुत्र श्रीमदरुप जी गहलोत भूमि विकास बैंक पाली से सेवानिवृत होकर पाली में ही निवास कर रहे हैं।
*राजनीति में इस गांव से श्री रूपाराम जी रताराम जी चोयल हेमलियावास खुर्द पंचायत के 1995 से 2000 तक सरपंच रहे तथा 2001 से 2005 तक आप पंचायत समिति सदस्य रहे। आपके बाद आपके पुत्र घनश्याम जी चोयल पंचायत समिति सदस्य रहे वर्तमान में घनश्याम जी चोयल भाजपा के मंडल अध्यक्ष* पद पर अपनी सेवाएं दे रहे है।
व्यापार व्यवसाय में यहां से मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, सूरत और बद्दी हिमाचल में सीरवी बंधु अपना व्यवसाय सफलतम रूप से संचालित कर रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में दुदाराम जी पन्ना जी का चेन्नई, स्वर्गीय डायाराम जी दल्लाजी आगलेचा पुणे, श्री पुखराज जी दल्लाजी काग चेन्नई, श्री मोतीलाल जी गंगाराम जी काग मुंबई, श्री नेनाराम जी मदरुप जी सोलंकी पुणे गए थे।
दक्षिण भारतीय नगरों में संगठनों के अध्यक्ष रूप में श्री हरिराम जी खरताराम जी गहलोत वर्तमान में बलेपेट बंगलौर में अध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे हैं। श्री अमराराम जी दुदाराम जी आगलेचा ने सूरत बडेर में सचिव पद को सुशोभित किया हैं।
स्थानीय ग्राम विकास के योगदान में गांव में *श्री तरुण जी मोतीलाल जी काग का सबसे अग्रणी नाम है,* आप मुंबई में एक सफलतम युवा उद्यमी है आप आधुनिक विकासशील विचारों के धार्मिक प्रवृत्ति के जागरूक समाज सेवी है, आप सकारात्मक सोच रखते हुए धार्मिक भावनाओं के साथ समाज के विकास के लिए सदैव तत्पर रहते हैं, आपके द्वारा स्थानीय विद्यालय के मुख्य द्वार का निर्माण करवाया गया, यहां पर भैरुजी के मंदिर का निर्माण करवा कर प्राण प्रतिष्ठा करवाई। श्मशान में टीन शेड लगवाये और श्री गोपाल गौशाला दूदौड़ में अपनी तरफ से टीन शेड लगवाया।
यहां पर श्री दूदाराम जी पन्ना जी काग के द्वारा गौशाला का मुख्य द्वार बनवाया गया। चेनाराम जी मदरुप जी सैणचा द्वारा हेमालियावास खुर्द मार्ग पर कबूतरों का चबूतरा बनवाया गया। भीमाराम जी सदारामजी काग द्वारा मारवाड़ हेमलियावास मार्ग पर अवाले का निर्माण करवाया गया। बेरा बतावा पर अवाला निर्माण गमनाराम जी, उदाजी, नगाराम जी, मोहन जी सैणचा द्वारा करवाया गया।
वर्तमान में यहां पर सीरवी समाज हेमलियावास का ट्रस्ट बना हुआ है, जिसके *अध्यक्ष श्री दुदाराम जी पन्ना जी काग है सचिव श्री पूनाराम जी वीरम जी सोलंकी है, और कोषाध्यक्ष पारस जी रूपाराम जी चोयल है।* आप सभी की सराहनीय सेवाओं का ही फल न्याति नौहरा का निर्माण कार्य है। जो बहुत ही सराहनीय है।
यहां काग परिवार हेमलियावास खुर्द के पास रेवड़िया से आकर बसे है,रेवड़िया में रहते हुए काग परिवार की बहू और गहलोतों की बेटी ने लगभग 211 वर्ष पूर्व सती होकर कुल का नाम रोशन किया है। *श्रीमती लाली बाई गहलोत* धर्मपत्नी वीरम राम जी काग विक्रम संवत् १८६९ में वैशाख सुदी नवमी को महासती हुए थे, जिनका तालाब की पाल पर आज भी समाधि स्थल मंदिर के रूप में रेवड़िया में बना हुआ है, पास में सती माता भवन भी बना हुआ है,जहां आज भी प्रतिदिन सेवा पूजा की जा रही है।
दिनांक 20 अक्टूबर 23 को हेमलियावास कलां में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का बधावा किया गया रात में बहुत कम संख्या में श्रद्धालु धर्म सभा में उपस्थित हुए, दूसरे दिन जात के लिए दिन में आये हुए बांडेरुओं को श्री आई माताजी के बेल के नियमों की वर्तमान में भी महत्ती आवश्यकता को बताया।
सीरवी समाज हेमलियावास कलां के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आई माताजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

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