राजस्थान:– 06 अक्टूबर 2023 को पड़ासला कलां में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया रात में बारह बजे तक धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें माताओं बहनों और बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।

पाली जिला मुख्यालय एवं तहसील कार्यालय से 15 किमी दूर बोमादड़ा,नीमला, लाम्बिया, पड़ासला खुर्द,बाणियावास तालका और मठ के मध्य बाणियावास पंचायत का 300 घर की आबादी का गांव है- *पड़ासला कलां।*
पड़ासला कलां में सीरवी, राजपूत, बावरी, मोयला, मेघवाल, देवासी, सरगरा, मोची, राजपुरोहित, कुम्हार, वैष्णव, तेली,नाई, रावणा राजपूत,मीणा, कलाल, माली, गोस्वामी, हरिजन आदि जातियां निवास करती हैं।
यहां पर सीरवी समाज के लगभग 100 घर है जिनमें सोलंकी,काग, परिहार,भायल, देवड़ा, सैणचा एवं पंवार गौत्र के सीरवी बसे हुए हैं।
यहां पर श्री आई माताजी मंदिर बडेर बहुत शानदार बना हुआ है, मंदिर तीन शिखरों वाला बनाया हुआ है जिनमें श्री आई माताजी के दोनों तरफ खेतलाजी तथा चार भुजा जी विराजमान हैं, मंदिर भरतपुर के बंशी पहाड़ में निर्मित है। सामने तोरण द्वार सहित पोल बनी हुई है पास में बड़ा हाॅल बना हुआ है पर आवश्यक सुविधाएं शौचालय स्नानागार की व्यवस्था अपूर्ण है, इसका कारण यथोचित स्थान तय नहीं हो रहा है।
श्री आई माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०६५ वैशाख शुक्ल पंचमी सन् 2008 में श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल के बधावे और आई पंथ के धर्मगुरु परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई थी।
वर्तमान में यहां पर कोटवाल श्री चुन्नीलाल जी भायल, जमादारी श्री भेराराम जी परिहार तथा पुजारी श्री मोहनलाल जी सोलंकी अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
सरकारी नौकरी में श्री वनराज जी पुत्र श्री भल्लाराम जी परिहार मुख्य लेखाधिकारी जोधपुर डिस्कॉम जैसलमेर में कार्यरत है, श्री रमेश जी पुत्र श्री सुजाराम जी सोलंकी इंडियन नेवी में सेवा दे रहे हैं, सुरेश जी पुत्र श्री चिमनाराम जी सोलंकी साफ्टवेयर इंजीनियर पाली में सेवा दे रहे हैं और श्री भेराराम जी पुत्र श्री चुन्नीलाल जी भायल (कोटवाल) जयपुर में RAS/IAS की तैयारी कर रहे हैं।
यहां से व्यापार व्यवसाय हेतु सूरत, मुंबई, पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरु में सीरवी बंधु सफलतम रूप से अपना व्यवसाय कर रहे हैं।पड़ासला कलां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री चुन्नीलाल जी काग, गणेशराम जी काग, खरताराम जी सोलंकी और भूराराम जी सोलंकी ने पूना में ठिकाना बनाया।
इस गांव से सीरवी समाज ने राजनीति में भी अपनी टांग रखी है श्री खुमाराम जी सोलंकी बाणियावास के पूर्व सरपंच रहे हैं आप डेयरी के डायरेक्टर एवं दूध समिति के सदस्य रहे हैं। श्री गणेशराम जी सोलंकी दूध समिति के अध्यक्ष रहे हैं।
दक्षिण भारतीय नगरों में सीरवी समाज के बडेर पदाधिकारी रूप में श्री पारसमल जी सोलंकी हनुमंत नगर बेंगलुरु बडेर के दस साल तक सचिव रहे।श्री मिश्रीलाल जी काग संजय पार्क पूना बडेर के अध्यक्ष पद पर आसीन है तथा श्री भेराराम जी सोलंकी पूना के इसी बडेर के सचिव है।
दिनांक 06 अक्टूबर 2023 को पड़ासला कलां में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया रात में बारह बजे तक धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें माताओं बहनों और बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
शानदार बडेर, शानदार ठहरने की व्यवस्था एवं सीरवी समाज पड़ासला कलां के बहुत अच्छे आपसी प्रेम भाव का सम्मान करते हुए मां श्री आई माताजी से गांव की खुशहाली की कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

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