राजस्थान:–रामपुरा गांव में 10 अक्टूबर 23 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का यहां पर भव्य बधावा किया गया रात में धर्म सभा का आयोजन किया गया पूर्ण मनोयोग से सभी ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना।

मारवाड़ जंक्शन से 14 किमी एवं तहसील मुख्यालय पाली से 30 किमी दूर गोदावास, आकड़ावास, हिंगोला और खेरवा के मध्य बडेरावास पंचायत में बसा हुआ छोटा सा गांव है- *रामपुरा।*
छत्तीस कौम की लगभग 270 घर की बस्ती में सीरवी, देवासी, राजपूत, मेघवाल, कुम्हार, वैष्णव,सोनी, कारीगर, चौकीदार, हाटिया और ढाढ़ी आदि जातियां यहां पर बसी हुई है।
यहां पर सीरवी समाज के लगभग 75 घर है जिनमें आगलेचा, सैणचा,काग, सोलंकी, भायल, चोयल और गहलोत गौत्र मुख्य रूप से निवास कर रहे हैं।
यहां श्री आई माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०६६ जेठ सुदी तेरस दिनांक 05 जून 2009 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई थी।
यहां पर वर्तमान में कोटवाल श्री पोकरराम जी देवाजी काग, जमादारी श्री हेमाराम जी हकाजी आगलेचा एवं पुजारी श्री कोलाराम जी सैणचा पूर्ण निष्ठा से अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
रामपुरा (खैरवा) में श्री आई माताजी मंदिर बडेर बहुत भव्य बना हुआ है पास में बने हुए मंदिर में श्री ठाकुर जी एवं महादेव जी विराजमान हैं।
गांव में सीरवी समाज का दो मंजिला भवन बना हुआ है जिसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
दूसरा शानदार सीरवी समाज भवन एक बीघा में गांव के बाहर की तरफ बना हुआ है यह भवन भी दो मंजिला है जिसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं, यहां पर आवश्यक सभी तरह के लाखों रुपए के बर्तन भी क्रय किये हुए हैं।पक्के निर्माण के साथ भट्टियों पर टीन शेड भी लगा हुआ है।
सीरवी समाज रामपुरा का ट्रस्ट बना हुआ है जिसके *अध्यक्ष श्री रामलाल जी सैणचा, सचिव श्री बाबूलाल सोलंकी एवं कोषाध्यक्ष श्री गुणेशराम जी काग* की टीम भावना से छोटी सी बस्ती में शानदार कार्य हुए हैं। मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर प्राप्त बोली राशि का पूर्ण सदुपयोग किया गया है।
सरकारी नौकरी में यहां से श्री बाबूलाल जी सोलंकी कृषि विभाग में अकाउंटेंट पद पर सेवा दे रहे हैं बाक़ी अभी तक किसी ने नाम दर्ज नहीं करवाया है।
रामपुरा गांव बडेरावास पंचायत में सम्मिलित है जिनमें आज की तारीख में रामपुरा की भागीदारी है। *श्री मांगीलाल जी आगलेचा* पूर्व सरपंच रहे हैं,आप मार्केटिंग सोसाइटी खैरवा के अध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे हैं। यहां पर वर्तमान में *श्रीमती लीला देवी धर्मपत्नी अमराराम जी आगलेचा* बडेरावास पंचायत की युवा *सरपंच* हैं एवं विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। रामपुरा के ही श्री पेमाराम जी सोलंकी ने मारवाड़ जंक्शन से कांग्रेस से विधायक पद और अपनी पंचायत से सरपंच पद हेतु चुनाव लड़ा पर सफलता प्राप्त नहीं हुई।
यहां से व्यापार व्यवसाय में गांधीधाम, मुंबई, पुणे, सूरत, हैदराबाद, भरुच और पाली में सीरवी बंधु सफलतम रूप से आगे बढ़ रहे हैं।
रामपुरा से सर्वप्रथम दक्षिण भारत की राह खोजने वालों में श्री रामलाल जी मोतीलाल जी सैणचा गांधीधाम, स्वर्गीय रामलाल जी काग अहमदाबाद, पेमाराम जी आगलेचा एवं चुन्नीलाल जी आगलेचा पूना तथा डूंगाराम जी आगलेचा, मुम्बई मुख्य है।
संगठनों के पदाधिकारी रूप में सर्वप्रथम प्रसिद्ध नाम पूरे भारतवर्ष में जिनका है वे है- *श्री रामलाल जी सैणचा गांधीधाम।*
आप वर्तमान में श्री योगमाया नव दुर्गा मंदिर उज्जैन के अध्यक्ष, सीरवी समाज गांधीधाम के अध्यक्ष, सीरवी छात्रावास उदयपुर के अध्यक्ष, अपने गांव रामपुरा के अध्यक्ष, सीरवी समाज हरिद्वार के उपाध्यक्ष, मानवता ग्रुप गांधीधाम के कोषाध्यक्ष, सीरवी विकास सेवा समिति पाली के संरक्षक, सीरवी ज्ञान कोष शिक्षा सेवा संस्था बिलाड़ा के संरक्षक, सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डांट काम के संरक्षक, सीरवी छात्रावास पाली के संरक्षक, श्री आईजी विद्या पीठ जवाली के उपाध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे हैं, आपने मारवाड़ जंक्शन छात्रावास के अध्यक्ष पद को सुशोभित किया है। आप सम्पूर्ण भारत में रामलाल जी गांधीधाम नमक वाले के नाम से जाने जाते हैं एवं सीरवी समाज के हर कोने में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं।
श्री खरताराम जी आगलेचा भिवंडी मुम्बई के वर्तमान अध्यक्ष हैं। श्री अमराराम जी आगलेचा घाटकोपर मुम्बई के सचिव रहे हैं।
रामपुरा ग्राम विकास में सीरवी समाज रामपुरा द्वारा लगभग पांच लाख की लागत से
गांव से विजय नाडी तक वृक्षारोपण करवा कर ट्री गार्ड लगवाये गये। गांव की प्रभुप्रेमी गौ शाला विजय नाडी में भी सीरवी समाज का विशेष योगदान है। सीरवी समाज बडेर कोथरुड पूना द्वारा यहां गौ शाला में छः लाख की लागत से टीन शेड निर्माण करवाया गया। इसी गौशाला में स्वर्गीय सुखी बाई लूम्बाराम जी काग द्वारा अवाला निर्माण करवाया गया, चुन्नीलाल जी चतराराम जी आगलेचा द्वारा विद्यालय में प्याऊ निर्माण करवाईं गई तथा देवाराम जी सांवलराम जी सैणचा द्वारा विद्यालय में एक कमरा निर्माण एवं श्री रामलाल जी मोतीलाल जी सैणचा गांधीधाम वालों द्वारा भी विद्यालय में एक कमरा निर्माण करवाया गया एवं गौशाला के मुख्य द्वार का निर्माण करवाया गया।
रामपुरा के पास विजय नाडी पर श्री चामुण्डा माता जी का भव्य मंदिर है जिनका धाम दिनों-दिन विकसित हो रहा है इस मंदिर पर रामपुरा के काग परिवार के *श्री नारायण जी भोपाजी* का बड़ा नाम रहा है आप आजन्म ब्रह्मचारी रहे और मां चामुण्डा की आपने भक्ति की, आपके पिछले साल देवलोक गमन होने पर मंदिर के सामने आपकी मार्बल में समाधि बनाई गई है जिन पर श्रद्धालु नमन करते हैं।
इस गांव में सियाट से आये हुए आगलेचा परिवार ने सर्वप्रथम छड़ी रोपी आप हनुमान बालाजी को भी साथ लेकर पधारे जिनको आगलेचा परिवार के मांगीलाल जी की गवाड़ी में विराजमान किया हुआ है, श्री आई माताजी का पाट भी सर्वप्रथम आपकी पोल में ही स्थापित किया गया इसलिए ये आज तक जमादारी परिवार कहलाते हैं। आगलेचा परिवार के बाद अन्य जातियों एवं गौत्र के लोग यहां आकर बसे।
दिनांक 10 अक्टूबर 23 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का यहां पर भव्य बधावा किया गया रात में धर्म सभा का आयोजन किया गया पूर्ण मनोयोग से सभी ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना।
सीरवी समाज रामपुरा के चंहुमुखी विकास और ग्राम की खुशहाली की मां श्री आई माताजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

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