रानी तहसील मुख्यालय से 35 किमी दूर गुड़ा जैतसिंह, एलाणी, रूंगड़ी, वणदार और पांचेटिया के मध्य वणदार पंचायत में आया हुआ गांव है- *रायपुरिया।*
छत्तीस कौम की इस 300 घर की बस्ती में सीरवी, चारण, घांची,कुम्हार, देवासी, मेघवाल, सरगरा, वैष्णव, नाई, गर्ग और हरिजन यहां पर बसे हुए हैं।
रायपुरिया में सीरवी समाज के लगभग 125 घर है, जिनमें भायल, परमार, काग, हाम्बड़, भायल, सोलंकी और राठौड़ निवास कर रहे हैं।
यहां पर श्री आई माता जी का लाल पत्थर में भव्य बडेर बनकर तैयार है। बहुत कम कार्य बाकी है, वर्ष भर में प्राण प्रतिष्ठा की संभावना है।
वर्तमान में यहां पर *कोटवाल श्री पकाराम जी दल्लाजी भायल जमादारी श्री उदाराम जी केराजी परमार* और पुजारी भंवरलाल जी वैष्णव है।
सरकारी नौकरी में यहां पर *स्वर्गीय मगाराम जी दल्लाराम जी हाम्बड़ प्रधानाचार्य रहे*, श्री सुखाराम जी दल्लाराम जी हाम्बड़ अध्यापक से सेवा निवृत है, श्री घीसाराम जी भानाराम जी परमार प्रधानाध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय से सेवानिवृत है, *डॉ ललित कुमार घीसाराम जी परमार बाली में फिजिशियन* डॉक्टर के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं, श्री चिराग डूंगराम जी चोयल ओएनजीसी मेहसाना में इंजीनियर है, श्री हरीश वागाराम जी हाम्बड़ मुंबई में सीए, श्री कमलेश भंवरलाल जी सोलंकी मुंबई में सीए और श्री प्रकाश हीरालाल जी भायल मुंबई में सीए है।
स्थानीय गांव की राजनीति में सीरवी अभी तक कोरा कागज है, किसी प्रकार के चुनाव में कोई पद इन्होंने अभी तक नहीं पाया है।
व्यापार व्यवसाय में सीरवी बंधु मुंबई, सूरत, भरूच, गांधीधाम, वापी, वलसाड, पुणे, हैदराबाद और बद्दी में सफलता रूप से झंडे गाड़ रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री गमनाराम जी पन्नाजी काग और श्री अमराराम जी पन्नाजी चोयल मुंबई गए थे।
स्थानीय ग्राम विकास में श्री मोहनलाल जी लखाजी भायल ने नदी में आवाला और कबूतरों के चबूतरे का निर्माण करवाया और वहीं पर दरवाजा और रेलिंग भी लगवाई थी।
श्री मांगीलाल जी फताराम जी सोलंकी वापी बडेर के लंबे समय तक अध्यक्ष रहे और विकास कार्य करवाए। श्री मांगीलालजी लखाजी भायल कोथरूड पुणे बडेर के वर्तमान में अध्यक्ष है।
यहां पर पहले से दो पुरानी बडेर है जिन्हें नयी बडेर प्राण प्रतिष्ठा के समय एक कर लिया जाएगा पर कुछ सीरवी बंधुओं ने अलग से भूखंड क्रय किया है वहां अलग बडेर बनने की भविष्य में संभावना है।
ग्राम रायपुरिया में 28 अक्टूबर 2023 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का बधावा किया गया रात में धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें माताओं बहनों और बांडेरुओं ने पूर्ण मनोयोग से श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
सीरवी समाज रायपुरिया की खुशहाली और चंहुमुखी विकास की मां श्री आईजी से कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।