राजस्थान:–राजस्थान में विधानसभा क्षेत्र के जिस नाम से प्रसिद्ध रहा है वह गांव है- *खारची।*

मारवाड़ जंक्शन तहसील मुख्यालय का पुराना नाम जो कि अब नगर पालिका मुख्यालय मारवाड़ जंक्शन का ही एक वार्ड है,पर कोई समय में यह राजस्थान में विधानसभा क्षेत्र के जिस नाम से प्रसिद्ध रहा है वह गांव है- *खारची।*
खारची में छत्तीस कौम के लगभग 500 घर है, जिनमें सर्वाधिक गुर्जर और चौकीदार है, इनके अलावा सीरवी, जैन, सुनार नाथ, कुम्हार, कारीगर, राजपूत, राजपुरोहित, माली, रावणा राजपूत, मेघवाल, सरगरा, नायक आदि जातियां यहां बसती है।
सीरवी समाज के यहां पर मात्र 39 घर है, जिनमें पंवार, लचेटा, काग, बरफा, चोयल, गहलोत और सोलंकी गौत्र के सीरवी यहां पर बसे हुए हैं।
खारची में श्री आई माताजी के मंदिर (बडेर) की प्राण प्रतिष्ठा *विक्रम संवत २०७५ प्रथम जेठ बदी सातम् सोमवार, दिनांक 7 मई 2018* को श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल और *परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी* के कर कमलों से हर्षोल्लास से संपन्न हुई थी।
यहां पर श्री आई माता जी का मंदिर बहुत शानदार बना हुआ है दीवारों पर दोनों तरफ आई माता जी के परचों और चमत्कारों के फ्रेम लगे हुए हैं माता जी के साथ में बांयी तरफ मंदिर में खेतलाजी विराजमान है। बहुत ही भव्य मंदिर यहां पर बना हुआ है।
यहां पर वर्तमान में *श्री धनाराम जी सोलंकी कोटवाल है, जमादारी श्री भूराराम जी लचेटा और पुजारी श्री कूपाराम जी सोलंकी है।*
सरकारी नौकरी में यहां से *श्री केसाराम जी पुत्र श्री डायाराम जी बरफा कृषि विभाग में EO के पद से सेवानिवृत है। डॉक्टर श्री नरेश जी पुत्र श्री मोहनलाल जी बरफा* पाली बांगड़ चिकित्सालय में डॉक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, *श्री पीयूष जी कानाराम जी काग IRS है, और केरल के एर्नाकुलम में रेल्वे में ADME* पद पर अपनी सेवा दे रहे हैं। श्री देवेंद्रजी कानाराम जी काग वर्तमान में देवगढ़ मदारिया के पास सांगावास विद्यालय में कंप्यूटर अनुदेशक के पद पर कार्यरत है। और श्री रमेश जी पुत्र श्री बाबूलाल जी सोलंकी पाली विद्युत विभाग में एमटीआर (मीटर टेस्टिंग) के पद पर अपनी सेवा दे रहे हैं।
खारची का नाम जरूर विख्यात रहा है लेकिन खारची गांव से राजनीति में सीरवी समाज के किसी बंधु ने अभी तक खाता नहीं खोला है।
यहां से व्यवसाय में मारवाड़ जंक्शन, नवसारी, सूरत, पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई में सीरवी अपने व्यापार- व्यवसाय में फल फूल रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम बाहर जाने वालों में श्री वजाराम जी गंगाराम जी पंवार, हैदराबाद,श्री अशोक जी लूम्बाराम जी पंवार चेन्नई, श्री मोहन जी इंदाराम जी पंवार बेंगलुरु और हीराराम जी इंदारामजी पंवार हैदराबाद गए थे।
इस प्रकार सीरवी समाज खारची गांव में प्राचीन समय से कृषि कार्य में लगे हुए एवं वर्तमान में व्यापार व्यवसाय में फल फूल रहे हैं।
भैल के दौरे में नियमित रूप से भैल का यहां आगमन होता है,इस बार समयाभाव के कारण भैल का आगे के गांवों में दौरा प्रारंभ होने से बाड़सा के जमादारी श्री गणेश जी परिहार को साथ लेकर खारची में समाजसेवी और दीवान साहब के परम भक्त *श्री पन्नालाल जी लचेटा और रमेश जी सोलंकी* से यह जानकारी प्राप्त की आप दोनों ने समय देकर सुचनाएं प्रदान की, जिसे आपके समक्ष प्रस्तुत किया है।
सीरवी समाज खारची के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आई माताजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

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