मारवाड़ जंक्शन से 7 किमी दूर हेमलियावास कलां दूदौड़, सिनला, जोगड़ावास, लोलावास, बिजलियावास के मध्य सिनला ग्राम पंचायत में आया हुआ छोटा सा गांव है- *अखावास।*
अखावास में छत्तीस कौम के लगभग 200 घर है जिनमें गुर्जर, मेघवाल, सीरवी, राजपूत, दर्जी, बावरी, सरगरा और कुम्हार बसते हैं।
अखावास में सीरवी समाज के मात्र दो गौत्र पंवारों के 12 और गहलोतों के केवल मात्र 07 घर जिनमें से एक गहलोत घर जवांई आये हुए थूल है। यहां सीरवी समाज के कुल 19 घर है।
यहां पर श्री आई माताजी मंदिर बडेर की स्थिति बहुत सोचनीय है,यह बडेर लगभग 70- 80 वर्ष पुराना है।जिस समय यह बडेर बना उस समय आसपास के क्षेत्र का माना हुआ बडेर कहलाता था ऐसी बडेर आसपास में कहीं नहीं थी लेकिन इतने वर्षों में सीरवी समाज की कोई परिस्थिति रही होगी कि इसका जीर्णोद्धार नहीं हो पाया। सीरवी समाज द्वारा अखावास में अब मंदिर के पुनर्निर्माण हेतु तैयारी कर ली हैं, आने वाली दीपावली के बाद लाभ पंचमी को शिलापूजन का मुहूर्त है, मंदिर निर्माण हेतु ठेका भी दिया जा चुका है, एवं इतने वर्षों बाद अब शीघ्र ही यहां श्री आई माताजी नये मंदिर में विराजमान होंगे।
यहां पर कोटवाल श्री भानाराम जी पंवार है, जमादारी श्री नदाराम जी गहलोत का दो दिन पहले ही निधन हुआ है। जो बडेर के पुजारी रूप में पूजा भी कर रहे थे, पर अब नये जमादारी थापन करने तक अस्थाई रूप में श्री पुखराज जी पंवार श्री आई माताजी की सेवा पूजा कर रहे हैं।
यहां पर सरकारी नौकरी में स्वर्गीय धनारामजी गहलोत विद्युत विभाग में लाइनमैन थे, उनके बेटे स्वर्गीय शिवलाल जी गहलोत उनके बाद विद्युत विभाग में लाइनमैन रहे अब स्वर्गीय शिवलाल जी की धर्मपत्नी पिंकी गहलोत मंत्रालय कर्मचारी के रूप में सहायक अभियंता कार्यालय सोजत नगर में सेवा दे रही है। श्री जोराराम जी पंवार लाइनमैन विद्युत विभाग से सेवानिवृत है, श्री चेनाराम जी पंवार हिंगोला पंचायत में कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत है, तेजाराम जी पंवार बीएसएनल से सेवानिवृत्त लाइनमैन है। अखावास से सेवाभावी और मिलनसार लक्ष्मणराम जी पुत्र श्री अचलारामजी पंवार LIC के द्वारा वसई मुंबई में निवास करते हुए लोगों की सेवा कर रहे हैं,आप 2019 से गैलेक्सी क्लब मेम्बर,2014 से MDRT USA MEMBER है।आप मुम्बई महानगर में मानव मात्र की सेवा के लिए हर समय तैयार रहते हैं,आप अपना तथा अपने गांव अखावास का मुम्बई में नाम रोशन कर रहे हैं।
अखावास गांव आसपास के क्षेत्र में श्री खींवाराम जी पंवार के नाम से प्रसिद्ध रहा है, श्री खींवाराम जी पंवार सिनला ग्राम पंचायत के लगातार 15 वर्ष तक सरपंच रहे एवं ग्राम विकास के कार्य करवाये पर आपके जीते जी श्री आई माताजी मंदिर का निर्माण नहीं हो पाया और कोरोना काल में आपका निधन हो गया।
यहां से सीरवी बंधु व्यवसाय व्यापार में मुंबई, पुणे, बडौदा, वापी और पाली में भी व्यापार कर रहे हैं। यहां से सर्वप्रथम 1976 में भगाराम जी पंवार बेंगलुरु गए, पुखराज जी पंवार पुणे, लक्ष्मण जी पंवार मुंबई, जगदीश खींवाराम जी पंवार मुंबई, सुरेश रामलाल जी पंवार मुंबई, नेमाराम जी पंवार बड़ौदा,और मोहन जी गहलोत पुणे गए।
ग्राम विकास कार्य में श्री खींवाराम जी पंवार ने मारवाड़ मार्ग पर प्याऊ का निर्माण करवाया, श्री लक्ष्मण जी पंवार द्वारा रामदेव गौशाला सिनला में दीवार का निर्माण करवाया गया।
यहां पर सीरवी क्षत्रिय समाज विकास संस्था अखावास रजिस्टर्ड ट्रस्ट है जिनके वर्तमान अध्यक्ष श्री पुखराज रताराम जी पंवार, सचिव पद पर श्री लक्ष्मण राम जी अचलाराम जी पंवार एवं कोषाध्यक्ष श्री मोहनलाल जी भानाजी गहलोत अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं। एवं अब आपका एक ही लक्ष्य श्री आई माताजी का मंदिर निर्माण करवाना है।
अखावास में इस बार भैल आगमन नहीं हो पाया एवं खेता महाराज के साथ जात के लिए अखावास गये जहां बडेर में सीरवी बंधुओं ने जात करवाई एवं समाज हित चर्चा की एवं मान सम्मान किया गया आपका बहुत बहुत आभार।
अखावास गुर्जर बाहुल्य गांव है जिनमें सीरवी समाज इनके साथ परिवार की तरह रहते हैं धन धान्य से समृद्ध है एवं दक्षिण भारत में व्यापार व्यवसाय में भी अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं इस गांव की खुशहाली और चंहुमुखी विकास की मां श्री आईजी से कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।