राजस्थान:–पाली जिल की तहसील मुख्यालय रानी से 25 किमी दूर जीवन्द कलां ग्रामपंचायत में आया हुआ छोटा सा ग्राम है- गुड़ा रुपसिंह

तहसील मुख्यालय रानी से 25 किमी दूर नाडोल, गुड़ा केशरसिंह, जीवन्द खुर्द,बोरड़ी, जीवन्द कलां और खारड़ा के मध्य जीवन्द कलां ग्रामपंचायत में आया हुआ छोटा सा ग्राम है- *गुड़ा रुपसिंह*।
गुड़ा रुपसिंह के लगभग 200 घर की बस्ती में सीरवी, राजपूत, देवासी, ब्राह्मण, वैष्णव,नाई, दर्जी, मेघवाल, सरगरा, हाटिया और नट जाति के लोग यहां निवास करते हैं।
*गुड़ा रुपसिंह में एक मात्र मुलेवा गौत्र के 105 घर है* अब एक सोलंकी घर जवांई आये है।
यहां पर श्री आई माताजी बडेर बहुत शानदार बना हुआ है, लगभग दो बीघा का बहुत बड़ा भूभाग न्याति नौहरा के लिए लिया हुआ है निर्माण कार्य शुरू करवाया गया है जो सभी के लिए उपयोगी होगा। वर्तमान में भैल आगमन पर बाबा मंडली के लिए भी आवश्यक सुविधाओं की कमी से परेशानी होती है।
श्री आई माताजी बडेर की *प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०६७ वैशाख शुक्ल छठ बुधवार दिनांक 19 मई 2010 को श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी* के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई।
यहां पर वर्तमान में *कोटवाल श्री रताराम जी केसाजी मुलेवा, जमादारी मांगीलाल गलाजी मुलेवा और पुजारी श्री देवाराम जी ताराजी मुलेवा* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
सरकारी नौकरी में यहां पर अभी तक किसी ने खाता ही नहीं खोला है लेकिन दक्षिण भारत की प्रतिभाओं में श्री पेमारामजी उदाजी मुलेवा मुम्बई में सीए, श्री भरत जी चुन्नीलाल जी मुलेवा साफ्टवेयर इंजीनियर, श्री प्रवीण जी दल्लाजी मुलेवा एमआर जोधपुर, श्री मुकेश जी पेमाजी मुलेवा नेवी में सेवा एवं श्री कसाराम जी खेमाजी वरकाणा निजी विद्यालय में अध्यापक रुप में सेवा दे रहे हैं।
राजनीति में यहां से श्री *जगाराम जी खींवाजी मुलेवा पंचायत समिति सदस्य* रहे हैं।
गुड़ा रुपसिंह से सूरत, मुम्बई, पूना और दक्षिण अफ्रीका में सीरवी बंधुओं का व्यापार है।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री दूदाराम जी मूलाजी एवं कानाराम जी जेठाजी मुलेवा मुम्बई गये।
स्थानीय ग्राम विकास के कार्य में *श्री पूनाराम जी मूलाजी* ने विद्यालय में प्याऊ बनवाई, श्री आईजी विद्यापीठ जवाली में हाल निर्माण करवाया, गुड़ा रुपसिंह गांव में हनुमान बालाजी, महादेव जी, रामदेव जी, शीतला माता जी और भैरुजी के अलग-अलग मंदिर निर्माण करवाये,पूरे गांव के लिए पेयजल आपूर्ति हेतु पूरे गांव में पाईप लाईन बिछाई तथा जीजीवड़ डायलाना मंदिर पर हाल निर्माण में सहयोग किया। ऐसे *भामाशाह को कोटि कोटि नमन* है जिन्होंने सरकारी पैसे की आशा नहीं रखते हुए हर क्षेत्र में मुक्त हस्त से दान देकर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया है आपका बहुत-बहुत आभार।
दक्षिण भारत के बडेरों के पदाधिकारियों में पूनारामजी मूलाजी मुलेवा वासी मुम्बई बडेर के अध्यक्ष रहे, मानाराम जी मूलाजी भी वासी मुम्बई बडेर के अध्यक्ष रहे।आप वर्तमान में स्थानीय गुड़ा रुपसिंह बडेर के अध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे हैं।श्री तेजाराम जी चन्दाजी मुलेवा गुड़ा रुपसिंह बडेर के अध्यक्ष रहे हैं।
3 नवंबर 2023को गुड़ा रुपसिंह में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया। *भैल आगमन से पूर्व बधावे हेतु यहां पर बांडेरु श्री आई माताजी का इंतजार करते हुए मिले*। यहां रात में धर्म सभा में माताओं बहनों और बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को तन्मयता से सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
गांव गुड़ा रुपसिंह के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

Recent Posts