देश की सेवा करने में दिए बीस साल:–
पाली जिले के सुमेरपुर तहसील के चाणोद गाँव में भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होकर गांव लौटे हवलदार रामलाल सीरवी का ग्रामीणों और परिवार के अन्य सदस्यों ने जोरदार स्वागत किया। कोरोना के चलते सम्मान समारोह आयोजित नही किया। सेना से रिटायर होने के बाद पहली बार चाणोद पहुंचे हवलदार रामलाल सीरवी का परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों ने फूलों की माला पहनाई और जवान के प्रति आभार प्रकट किया। इस बीच परिवार के अन्य सदस्यों ने भारत माता, जय हिंद और वन्दे मातरम के जयकारे लगाए। परिवार के अन्य सदस्यों के साथ आस-पड़ोस के लोग भी स्वागत करने के लिए और हवलदार रामलाल सीरवी से मिलने व देखने के लिए अपने घरों से बाहर निकले और फूल -माला से स्वागत किया। हवलदार रामलाल सीरवी ने भी अपने गाँव मेें मिले प्रेम व आदर को हाथ जोड़कर स्वीकार किया। मिलनसार एवं मेहनतकश हवलदार रामलाल सीरवी 20 वर्ष तक भारतीय सेना मे रहे। वे परिवार के समस्त सदस्यों और गाँव के अन्य लोगों से मिलकर खुश व भावुक नजर आए। यह पहला मौका है जब सेना से रिटायरमेंट के बाद किसी जवान का इस अंदाज में स्वागत किया गया है। माता-पिता के आदर्श और संस्कार से देश सेवा के लिए सेना में जाना तय किया था। 20 साल तक देश के अलग-अलग राज्यों की सीमाओं पर तैनात रहते हुए कठिन परिस्थितियों में देश की सेवा की। आने वाले युवा पीढ़ी के प्रेरणा स्त्रोत बनकर हवलदार रामलाल सीरवी अब युवाओं को सेना में जाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। स्वागत करने वालों में उनकी माताजी, बड़े भाई मुपाराम कोटवाल, हीराराम कोटवाल, तगाराम कोटवाल, वागाराम,धनाराम, हीरालाल, कैलाश, कुपजी,उदारामजी(वार्डपंच),खीमाराम, कुकारामजी,मांगीलाल,कमलेश,जगदीश,प्रकाश, दिनेश,मुकेश सहित परिवार और गाँव के अन्य लोग शामिल थे। ये जानकारी सीरवी रमेश जी मुंबई द्वारा दी गई।
समाचार संवाददाता/ दुर्गाराम सीरवी कोयम्बटूर तमिलनाडु।