तहसील देसूरी से 20 किमी दूर नाडोल, गुड़ा पृथ्वीराज, नारलाई, सुजापुरा, ढेलड़ी, रामपुरा ढ़ाणी, नीपल, केसरगढ़, जीवन्द खुर्द और गुडा केसर सिंह के बीच केसूली पंचायत का छोटा सा गांव है- *गुड़ा अखेराज*।
यहां पर छत्तीस कौम के लगभग 350 घर की बस्ती में सीरवी, देवासी, राजपूत, वैष्णव, कुम्हार, नाई, दरजी, लुहार, सुथार, मेघवाल, सरगरा आदि जातियां यहां पर निवास करती है।
सीरवी समाज के यहां पर 110 घर है जिनमें बरफा और चोयल आधे आधे बराबरी पर है अन्य गौत्र में परमार और सिन्दड़ा यहां पर बसे हुए हैं।
यहां पर बरफा श्री आई माताजी को एवं चोयल श्री चारभुजा जी की पूजा अर्चना करते हैं। यहां श्री आई माताजी का बडेर पक्का और श्वेत मार्बल में बहुत शानदार बना हुआ है। सामने ही श्री चारभुजा जी का शानदार मंदिर बना हुआ है दोनों ही मंदिर के पास में दो अलग-अलग न्याति नौहरे समाज भवन बने हुए हैं, श्री आई माता जी के पास समाज भवन का निर्माण कार्य चल रहा है।
यहां पर श्री आई माताजी बडेर की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०७७ में वैशाख सुदी छठ 29 अप्रैल 2020 वार बुधवार को श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल और दीवान साहब माधव सिंह जी के करकमलों से हर्षोल्लास से संपन्न हुई थी।
यहां पर वर्तमान में कोटवाल श्री धनारामजी पुत्र श्री रूपाराम जी बरफा, जमादारी और पुजारी श्री भानाराम जी पुत्र श्री आसाराम जी बरफा तथा चारभुजा जी की पूजा श्री जगदीश महाराज वैष्णव कर रहे हैं।
यहां पर सरकारी नौकरी में श्री छोगाराम जी पूराजी बरफा कोऑपरेटिव बैंक पाली में बैंक मैनेजर के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, श्री हरीश रगाराम जी बरफा जोधपुर रेलवे में इंजीनियर है। और दिनेश चूनाराम जी बरफा पुणे में इंजीनियर है।
यहां के श्री पूरोबा पुत्र श्री कलोबा आज से लगभग 65 साल पहले पांचवी पास प्रखर वक्ता के रूप में मंच पर जब ज्ञान की बातें और संस्कार की बातें सुनाते हैं, तो लोग सुनते ही रह जाते हैं। ऐसे पूरोबा के वीडियो सीरवी समाज में कई जगह वायरल हुए हैं एवं बहुत पसन्द किए गए हैं। देखते ही लोग उन्हें नमन करते हैं, धन्य है गुड़ा अखेराज के पूरोबा।
श्री आई माताजी मंदिर बडेर हेतु श्री नेमाराम जी, चिमनाराम जी, राजाराम जी पुत्र श्री मोटाजी बरफा, मांगीलाल जी पुत्र श्री पीथाजी बरफा, भूराराम जी, पकाराम जी, भानारामजी पुत्र श्री आसाराम जी बरफा, मकनाराम जी पुत्र श्री गमनाराम जी बरफा और चौलाराम जी पुत्र श्री मोनाजी बरफा ने भूमि दान किया था।
यहां पर राजनीति में सीरवी समाज ने अभी तक खाता ही नहीं खोला है।
व्यापार व्यवसाय के लिए यहां से सीरवी बंधु मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, सिक्का, आबूरोड आदि जगहों पर व्यवसायरत है,जिनमें जैतारामजी मानाराम जी चोयल 1965 में मुंबई गए, पुकाराम जी उमा जी चोयल, चमनारामजी मोटाजी बरफा,पकारामजी आशाजी बरकफा मुंबई और पुणे गए। स्वर्गीय पेमाराम जी दूदाजी चोयल और स्वर्गीय वक्ताराम जी कूपाजी चोयल भी मुंबई गए थे।
स्थानीय ग्राम विकास के अंतर्गत पूराराम जी पुत्र श्री कलाराम जी बरफा ने विद्यालय में हॉल का निर्माण करवाया, श्री आईजी विद्यापीठ जवाली में कमरा निर्माण करवाया। श्री भानाराम जी आशाजी बरफा के द्वारा पहाड़ी पर चामुंडा माता मंदिर बनवाया गया। जीवाराम जी पीथाजी बरफा द्वारा मंदिर मार्ग पर गेट बनवाया गया, लच्छाराम जी पूराजी बरफा द्वारा गिरवर सिरोही में विद्यालय का मुख्य द्वार बनवाया गया। श्री जेताराम जी मानाजी चोयल द्वारा माडपुर में कबूतरों का चबूतरा बनवाया गया।
यहां से दक्षिण भारतीय बडेरों के पदाधिकारी रूप में श्री घीसाराम जी नेमाजी बरफा बदलापुर मुंबई बडेर के अध्यक्ष हैं, श्री ढलाराम पूनाजी बरफा नालासोपारा बडेर के अध्यक्ष रहे हैं, और श्री आसारामजी भेराजी चोयल इस समय नालासोपारा बडेर के अध्यक्ष है। श्री जेताराम जी मानाजी चोयल ग्राम सेवा सहकारी समिति केसूली के अध्यक्ष हैं तथा श्री जीजीवड़ आई माताजी मंदिर डायलाणा के सह कोषाध्यक्ष पद पर तन मन धन से सेवा दे रहे हैं।
पूरोबा की पौत्री विमला पुत्री श्री वक्ताराम जी ने श्री आई माताजी मंदिर बडेर प्रतिष्ठा के अवसर पर मंदिर में श्री आई माता जी की शानदार रंगोली बनाई जिसे पूरे सीरवी समाज में सराहा गया था, विमला ने पीपल के पत्ते पर दीवान जी का फोटो बनाकर परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी को भेंट किया जिसे सबने खूब सराहा है। विमला अब ससुराल किशनपुरा और हाल मुकाम पूना में निवास कर रही है।
गुड़ा अखेराज में 02 नम्बर 2023 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया रात को धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें माताओं बहनों और बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना।
सीरवी समाज गुड़ा अखेराज की खुशहाली और चंहुमुखी विकास की मां श्री आईजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।