देसूरी से 10 किलोमीटर दूर आना, गिराली, वारा सोलंकियान, गुड़ा पाट्टियांन, गुड़ा मांगलियान,मुठाणा,सुथारों का गुड़ा,जोबा, घाणेराव, दूदापुरा और काणा के मध्य दूदापुरा पंचायत का गांव है – *छोड़ा।*
छत्तीस कौम के 700 घर की बस्ती में सीरवी, देवासी, राजपूत, राजपुरोहित, कुम्हार, मेगवाल, सरगरा,नाई, दर्जी, माली जाट,मीणा और जोगी यहां पर बसे हुए हैं।
छोड़ा में सीरवी समाज के लगभग 80 घर है जिनमें गहलोत, हाम्बड़, परिहार, परमार, राठौड़, सिन्दड़ा, मुलेवा और परिहरिया गौत्र मुख्य है।
यहां पर श्री आई माताजी मंदिर *बडेर की प्राण प्रतिष्ठा दिनांक 26 अगस्त 1999 को श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई।*
वर्तमान में यहां पर *कोटवाल श्री रामलाल जी भगाजी गहलोत, जमादारी श्री भंवरलाल जी हीराजी हाम्बड़ और पुजारी श्री देवाराम जी मोतीलाल जी परमार* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
यहां सरकारी नौकरी *श्री वेलाराम जी दीपाजी गहलोत बीस साल पहले अध्यापक पद से सेवानिवृत है, आपके छोटे भाई श्री भूराराम जी दीपाजी गहलोत सेवानिवृत प्रधानाध्यापक माध्यमिक विद्यालय है।*
राजनीति में भी *श्री पुखराज जी दूदाजी गहलोत दूदापुरा पंचायत के सरपंच रहे हैं, तथा स्वर्गीय खेतारामजी भीकाजी हाम्बड़ उप सरपंच* रहे हैं।
व्यापार व्यवसाय में यहां से अहमदाबाद, सूरत,वापी , मुंबई, पूना और नाशिक में सीरवी बंधु सफलतम रूप से आगे बढ़ रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री दल्लाराम जी खीमाजी परिहार अहमदाबाद, श्री गमनाराम जी दूदाजी गहलोत मुंबई और भूराराम जी दूदाजी गहलोत वसई मुंबई गये थे।
ग्राम विकास के कार्य में श्री *भेराराम जी नेनाजी गहलोत* ने शमशान का गेट बनवाया, विद्यालय मैदान में अवाला निर्माण करवाया। *तेजाराम जी फुआराम जी गहलोत* ने चामुण्डा माताजी का गेट बनवाया व अवाला निर्माण करवाया। श्री *दूदाराम जी हकाजी गहलोत* ने कबूतरों का चबूतरा बनवाया।
स्थानीय *बडेर का ट्रस्ट* बना हुआ है जिसके *अध्यक्ष भूराराम जी दूदाजी गहलोत, सचिव श्री पेमारामजी दल्लाजी हाम्बड़ और कोषाध्यक्ष श्री गमनाराम जी दूदाजी गहलोत* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
छोड़ा में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया, संध्या आरती और रात में धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
सीरवी समाज छोड़ा के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।