राजस्थान:–जैतारण तहसील मुख्यालय से मात्र 04 किमी दूर हुनावास कला, देवरिया, आगेवा, जैतारण और गरनिया के मध्य गरनिया पंचायत का छोटा सा गांव है- हुनावास खुर्द

*गांव घणों ही छोटो है।*
*नाम इणरो मोटो है ।।*
*हुनी हींव में हुनावास।*
*जठै सीरवी समाज रो वास।।*
*चार गोत रा सीरवी बसे।*
*हीरा निपज्या है जदै अठै।।*
*मैसूर में हुनाव रो डंको बाजे।*
*अब बंगलौर फैर लारे क्यूं।*।
*चैन्नई, हैदराबाद भी होड़ करै।*
*मारवाड़ में भंवर नाच अजब करें।*
*”श्री आईजी” री किरपा अठै हैं*।
*पूरे भारत में आपरी धूम मचे है।।*
जैतारण तहसील मुख्यालय से मात्र 04 किमी दूर हुनावास कला, देवरिया, आगेवा, जैतारण और गरनिया के मध्य गरनिया पंचायत का छोटा सा गांव है- *हुनावास खुर्द*।
हुनावास खुर्द में छत्तीस कौम के केवल मात्र 225 घर है। पर यह सीरवी बाहुल्य गांव है जिनमें अन्य कौम में चौकीदार, गुर्जर मेघवाल और मात्र सरगरा जाति यहां निवास करती है।
हुनावास खुर्द में सीरवी समाज के लगभग 150 घर है, जिनमें सर्वाधिक 60-60 घर *काग और सिंदड़ा* गौत्र के है, अन्य गौत्र में *चोयल और राठौड़* यहां बसे हुए हैं।
यहां पर श्री आई माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा सन् 2003 मेंश् श्री आई माताजी के धर्मरथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब श्री माधव सिंह जी के कर कमलों से संपन्न हुई थी।
वर्तमान में यहां पर *कोटवाल एवं पुजारी श्री कालूराम जी हीराराम जी राठौड़ जमादारी श्री भंवरलाल जी पुनाराम जी चोयल* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं। यहां के *कोटवाल कालूराम जी राठौड़ बहुत तेज तर्रार और काम के बहुत फुर्तीले है* समय पर कार्य पूरा करना एवं सामाजिक कार्य में पूरे अनुभव के साथ काम पूरा करना आपकी अलग शैली है।
हुनावास खुर्द से सरकारी नौकरी में अभी तक किसी ने खाता ही नहीं खोला है।
राजनीति में यहां से *श्रीमती धापू देवी लाबूराम जी सिन्दड़ा गरनिया पंचायत की वर्तमान में सरपंच है।
व्यापार व्यवसाय में यहां से बेंगलुरु, मैसूर, हैदराबाद और चेन्नई में सीरवी बंधु सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में *श्री रूपाराम जी लच्छाजी चोयल, ढगलाराम जी भनारामजी चोयल मैसूर और भींयाराम जी चौथाराम जी काग चेन्नई* गए थे।
विकास कार्य में यहां पर श्री ढगलाराम जी भनाजी चोयल के द्वारा देवरिया मार्ग पर प्याऊ का निर्माण करवाया गया। श्री भंवरलाल जी पूनाजी चोयल के द्वारा कृष्ण गौशाला जैतारण में शेड का निर्माण करवाया गया। श्री भींयाराम जी, ओगड़राम जी, रूपाराम जी, चंदा राम जी पुत्र श्री चौथाराम जी काग द्वारा हुनावास गौशाला में शेड का निर्माण करवाया गया, श्री पूनाराम जी लच्छाजी और ढगलारामजी पुत्र श्री भनाजी चोयल के द्वारा हुनावास जोधावास मार्ग पर हौद एवं अवाला का निर्माण करवाया गया। श्री पूनाराम जी रूपाराम जी रतनाराम जी पुत्र श्री लच्छारामजी चोयल द्वारा हुनावास कला विद्यालय में कमरा निर्माण करवाया गया। श्री गुदड़राम जी दल्लाराम जी चोयल और विरदाराम जी मानाराम जी सिंदड़ा द्वारा विद्यालय में कमरे निर्माण करवाए गए। सिन्दड़ा परिवार बेरा बोदला द्वारा गौशाला में भगवान श्री कृष्ण का मंदिर बनवाया।
दक्षिण भारत के संगठनों के पदाधिकारी रूप में श्री मोहनलाल जी लाबूराम जी सिंदड़ा परगना समिति जैतारण के योजना सचिव है, श्री ढगलारामजी भनाजी चोयल अखिल भारतीय सीरवी महासभा कर्नाटक प्रांत के उपाध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे हैं। आपने इससे पूर्व कर्नाटक सीरवी समाज मैसूर बडेर के अध्यक्ष पद को सुशोभित किया है। श्री रतनाराम जी लच्छाजी चोयल भी कर्नाटक सीरवी समाज मैसूर के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। श्री भंवरलाल जी पुनारामजी चोयल कर्नाटक सीरवी समाज मैसूर के निर्माण कमेटी के अध्यक्ष हैं। श्री गोपाराम जी लिखमाराम जी राठौड़ सीरवी समाज मैसूर कर्नाटक केआरएस रोड के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। आप सीरवी स्पोर्ट्स क्लब मैसूर के अध्यक्ष पद को भी आपने सुशोभित किया हैं। श्री रूपाराम जी लच्छाराम जी चोयल कर्नाटक सीरवी समाज मैसूर के जमादारी पद पर गत बीस साल से सेवा दे रहे हैं। श्री तुलसाराम जी अबाराम जी सिन्दड़ा मलापुर हैदराबाद बडेर के सचिव पद को सुशोभित कर रहे हैं। श्री गुदड़राम जी दल्लाराम जी चोयल केआरएस रोड मैसूर बडेर के उपाध्यक्ष है। श्री धर्मेंद्र ढगलाराम जी चोयल कर्नाटक सीरवी समाज मैसूर में नवयुवक मंडल के अध्यक्ष हैं। सीरवी समाज केआरएस रोड मैसूर के कोतवाल पद पर वर्तमान में मल्लाराम हीराजी राठौड़ अपनी सेवा दे रहे हैं। श्री रूपाराम जी चौथाराम जी काग अखिल भारतीय सीरवी महासभा तमिलनाडु प्रांत के सह सचिव है। श्री कृष्ण लाल जी सुराराम जी सिंधरा पर पर चेन्नई बदर के सलाहकार है श्री किशनलाल जी सूराराम जी सिन्दड़ा पड़पै चैन्नई बडेर के सलाहकार है, श्री किशनलाल जी खूमाराम जी चोयल लिंगराजपुरम बेंगलुरू बडेर के सचिव है। श्री भींयाराम जी चौथाराम जी काग विलिपक्कम चेन्नई बडेर के सलाहकार है। इस प्रकार छोटे से गांव का दक्षिण भारत के सभी नगरों में डंका बजता है।
सीरवी समाज में श्री आई माताजी धर्मरथ भैल के बधावे और दीवान साहब के बधावे में अमूमन एक चेहरा गैरिये के रूप में सभी जगह दिखाई देता है और वह नाम है- *श्री भंवर लाल जी चोयल।*
भंवर लाल जी चोयल ने गैरिये के रूप में न केवल अपनी पहचान मारवाड़ में बनाई है, बल्कि *मैसूर के दशहरे में भी सीरवी समाज की गैर निकाल कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सीरवी समाज का नाम रोशन* किया है। आपके द्वारा *”श्री आईजी”* फिल्म का निर्माण किया गया जो इस समय करीब-करीब पूरे भारत में धूम मचा रही है।
हुनावास खुर्द गांव में पिछले आठ माह में चार बार श्री आई माताजी धर्म रथ भैल और दीवान साहब माधव सिंह जी का भव्य बधावा हुआ है जो आपके धर्म के प्रति आस्था का प्रतीक है। गांव हुनावास खुर्द के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आई माताजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

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