राजस्थान:–जिला मुख्यालय एवं तहसील मुख्यालय से 21 किमी दूर, पड़ासला 07 अक्टूबर 2023 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का यहां पर बधावा किया गया रात्रि में धर्म सभा का आयोजन नहीं हो पाया, दूसरे दिन,दिन में जात के लिए आये हुए बांडेरूओं को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल के बधावे में उत्साह से भाग लेने,श्री आई माताजी के इतिहास एवं आप द्वारा बताए गए नियमों का पालन करने का निवेदन किया गया।

पाली जिला मुख्यालय एवं तहसील मुख्यालय से 21 किमी दूर, मारवाड़ जंक्शन से 15 किमी दूर आकड़ावास कलां, राजकियावास खुर्द, राजकीयावास कलां, पड़ासला कलां बाणियावास,निमला खेड़ा, लाम्बिया एवं आकड़ावास खुर्द के मध्य बसा हुआ छोटा सा गांव है- *पड़ासला खुर्द।*
इस गांव में 36 कौम के मात्र 125 घर है जिनमें सीरवी, मेघवाल, नायक, राजपूत, गुर्जर, ब्राह्मण, देवासी, सरगरा, दर्जी, स्वामी, वैष्णव, कुम्हार, कारीगर और नाई जाति के लोग बसते हैं।
पड़ासला खुर्द में सीरवी समाज के 70 घर है जिनमें परिहार, चोयल, परिहारिया, भायल, राठौड़ और सोलंकी गौत्र के सीरवी यहां बसे हुए हैं।
इस गांव को चारणों ने बसाया पर अब एक भी चारण नहीं है। और सीरवी समाज में सर्वप्रथम हाम्बड़ आकर बसे लेकिन वर्तमान में एक ही हाम्बड़ नहीं है।
यहां पर श्री आई माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०७०, वैशाख शुद्धि पूनम दिनांक 25 मई 2013 को श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल के भव्य बधावे एवं परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई।
यहां पर श्री आई माताजी का मंदिर बडेर बहुत भव्य बना हुआ है जो कम जगह का बेहतर उपयोग किया गया है लेकिन मंदिर के सामने बिल्कुल जगह नहीं है यह कमी महसूस होती है।
वर्तमान में यहां पर कोटवाल श्री ओकाराम जी चोयल, जमादारी श्री डूंगाराम जी परिहारिया और पुजारी श्री कूपाराम जी परिहार अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
यहां सरकारी नौकरी में श्री कूकाराम जी परिहार RI साहब के पद से सेवानिवृत है, श्री मदरुप जी परिहार सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक है, श्री मांगीलाल जी भायल उड़ीसा राज्य में खनन विभाग में इंजीनियर है, श्री रमेश जी पुत्र श्री पुसाराम जी परिहार ग्रेट ब्रिटेन में साफ्टवेयर इंजीनियर, श्री विनोद जी पुत्र श्री रतनलाल जी परिहार आयरलैंड में साफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर सेवा देते हुए अपने गांव का नाम रोशन कर रहे हैं। श्री ताराचंद जी पुत्र श्री लूम्बाराम जी परिहार मणिहारी पाली में हिन्दी के वरिष्ठ अध्यापक पद पर कार्यरत हैं।
इस छोटे से गांव की राजनीति में भी भागीदारी रही है यहां से श्रीमती कमला देवी धर्मपत्नी श्री पूनमचंद जी चोयल दो बार बाणियावास पंचायत की सरपंच रही है तथा मनोहरलाल जी पुत्र श्री दीपाराम जी भायल बाणियावास पंचायत के सरपंच रहे हैं।
यहां से व्यापार व्यवसाय में सीरवी बंधु बंगलौर, हैदराबाद, मुंबई, पूना, अंकलेश्वर, सूरत और वापी में अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री चिमनाराम जी परिहार पूना, पुसाराम जी परिहार मुम्बई, सुजाराम जी चोयल बंगलौर तथा नारायण लाल जी परिहारिया ने हैदराबाद में श्री गणेश किया।
दक्षिण भारत में बडेर संगठनों के पदाधिकारी रूप में श्री चिमनाराम जी परिहार हड़पसर पूना बडेर के 15 वर्ष तक अध्यक्ष पद पर आसीन रहे।
दिनांक 07 अक्टूबर 2023 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का यहां पर बधावा किया गया रात्रि में धर्म सभा का आयोजन नहीं हो पाया, दूसरे दिन,दिन में जात के लिए आये हुए बांडेरूओं को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल के बधावे में उत्साह से भाग लेने,श्री आई माताजी के इतिहास एवं आप द्वारा बताए गए नियमों का पालन करने का निवेदन किया गया।
सीरवी समाज पड़ासला खुर्द के चंहुमुखी विकास की कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

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