राजस्थान:– आकड़ावास कलां में 08 अक्टूबर 2023 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का यहां पर भव्य बधावा किया गया। रात्रि में धर्म सभा का आयोजन किया गया जिसमें ग्यारह बजे तक माताओं बहनों और बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।

जिस गांव की छड़ी सीरवी समाज द्वारा रोपी गई एवं गांव बसाया गया, मारवाड़ जंक्शन से 13 किमी एवं तहसील मुख्यालय पाली से 25 किमी दूर राजकीयावास, लाम्बिया, आकड़ावास खुर्द एवं गोदावास के मध्य बाणियावास पंचायत का छोटा सा गांव है – *आकड़ावास कलां।*
छत्तीस कौम के मात्र 125 घर की बस्ती में सीरवी, देवासी, कारीगर, वैष्णव, कुम्हार, राजपूत एवं मेघवाल निवास करते हैं।
यहां पर सीरवी समाज का बाहुल्य है, सीरवी समाज के यहां पर 68 घर है जिनमें सर्वाधिक बिलाड़ा से आये हुए भाकराणी राठौड़ है इनके अलावा हाम्बड़, परमार,काग, चोयल और मुलेवा यहां बसे हुए हैं।
यहां पर श्री आई माताजी का मंदिर बडेर शानदार बना हुआ है अच्छी चित्रकारी और रंग रोगन करवाया हुआ है। सीरवी समाज के न्याति नौहरा हेतु विशाल भू-भाग की चारदीवारी की जा चुकी है बाकी निर्माण कार्य अब करवाया जाएगा। इस बडेर की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०६९ जेठ सुदी दशम् दिनांक 31 मई 2012 को श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई थी।
वर्तमान में यहां पर श्री दुर्गाराम जी राठौड़ कोटवाल, श्री कन्हैयालाल जी राठौड़ जमादारी और श्री भंवरलाल जी काग पुजारी के रूप में अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
यहां से सरकारी नौकरी में स्वर्गीय अचलाराम जी हाम्बड़ तहसील में रीडर से सेवा निवृत्त हुए। श्री नेमाराम जी राठौड़ अखावास में L2 ENGLISH TEACHER के रूप में सेवा दे रहे हैं।
इस गांव से राजनीति में श्री अमेदराम जी पुत्र श्री चतराराम जी राठौड़ बाणियावास पंचायत के तीन बार सरपंच रहे हैं।
व्यापार व्यवसाय में यहां से अंकलेश्वर, सूरत, मुंबई, पुणे और हैदराबाद में सीरवी बंधु निवास कर रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री हीराराम जी राठौड़ 1976 में नवी मुंबई गये,सरुपराम जी एवं चुन्नीलाल जी मुलेवा पूना और हंसाराम जी परमार मुम्बई गये।
दक्षिण भारत में सीरवी समाज बडेर के पदाधिकारियों में श्री खींवाराम जी देवाराम जी राठौड़ अंकलेश्वर बडेर के कोषाध्यक्ष है, श्री हीराराम जी राठौड़ तुर्भे मुम्बई बडेर के कोषाध्यक्ष रहे हैं।
आकड़ावास बडेर की कार्यकारिणी बनी हुई है जिसके अध्यक्ष पद पर श्री हीराराम जी रुपाजी राठौड़, सचिव पद पर श्री खींवाराम जी देवाराम जी राठौड़ एवं कोषाध्यक्ष पद पर श्री देवाराम धन्नाराम जी हाम्बड़ अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
आकड़ावास गांव के विकास कार्यों में सीरवी समाज का विशेष योगदान रहा है जिनमें श्री जगदीश जी तुलसाराम जी हाम्बड़ द्वारा गांवाई पिचका एवं अवाला निर्माण करवाया गया, श्री भंवरलाल जी पन्नाराम जी हाम्बड़ द्वारा कबूतरों का चबूतरा निर्माण करवाया गया, श्री हीराराम जी, किशनाराम जी, केसाराम जी पुत्र श्री रुपाराम जी राठौड़ द्वारा खैरवा मार्ग पर अवाला निर्माण करवाया गया। प्रताप राम जी पुत्र श्री नदाराम जी राठौड़ द्वारा तालाब की पाल पर अवाला निर्माण, श्री पुखाराम पुत्र श्री गणेश राम जी पंवार द्वारा खैरवा मार्ग पर अवाला निर्माण, श्री वेनाराम जी, नारायण लाल जी, मोहनलाल जी पुत्र श्री हंसाराम जी द्वारा लाम्बिया मार्ग पर प्याऊ निर्माण, सरुपराम जी पुत्र श्री हुकमाराम जी राठौड़ द्वारा सोजत मार्ग पर अवाला निर्माण करवाया गया। श्री वेनाराम जी, भंवरलाल जी पुत्र श्री चुन्नीलाल जी मुलेवा द्वारा विद्यालय में कमरा निर्माण एवं खींवाराम जी, चुन्नीलाल जी, तुलसाराम जी पुत्र श्री देवाराम जी राठौड़ द्वारा विद्यालय में सरस्वती मंदिर निर्माण करवाया गया।
आकड़ावास कलां गांव को बिलाड़ा के भाकराणी राठौड़ परिवार द्वारा बसाया गया दो दिन बाद राजपूत भी आकर बसे एवं फिर अन्य जातियों को बसाया गया।
दिनांक 08 अक्टूबर 2023 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का यहां पर भव्य बधावा किया गया। रात्रि में धर्म सभा का आयोजन किया गया जिसमें ग्यारह बजे तक माताओं बहनों और बांडेरुओं ने श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
सीरवी समाज आकड़ावास के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

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