आज भी भारत की धरती पग पग पर संत और ऋषि मुनियों की ऋणी है —सोहन सोलंकी
सिर्वी समाज को अपना इतिहास पढ़ना चाहिए
मध्य प्रदेश/सिघाना। हमारी संस्कृति पर हमलावरों ने कई हमले किए लेकिन हमने हमारा धर्म संस्कृति अपने मंदिर ग्रंथ नहीं छोड़े जैसे थे वैसे आज भी है यह भारत की धरती है पग पग पर संतों की ऋषि मुनियों की गुरुओं की पूज्य कथा व्यास की ऋणी है इन्होंने समाज को अपने कथाओं अपने संदेशों प्रवचनो से समाज को जीने की प्रेरणा दी कितने ही मंदिर तोड़े गए आपने इस ग्राम मेहताखेड़ी में मंदिर बनवाया है आगे आने वाली पीढ़ी याद करेगी कि हम इस दुनिया से चले भी जाएंगे तो आने वाली पीड़िया हमें याद करेगी हमारे गांव पीढ़ी आई थी जिसने यह मंदिर बनवाया था जब यह मंदिर बनवाया था तब अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा था यह आने वाली पीढ़ी समाज हमे याद रखेगी उक्त प्रेरणादायी उद्बोधन यहां ग्राम मेहताखेड़ी में सिर्वी समाज द्वारा नवनिर्मित बाबा रामदेवजी मंदिर एवं कालिका माता मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के रात्रि कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय संयोजक सोहनजी सोलंकी ने कहे आपने बड़ी संख्या में उपस्थित समाज बंधुओं को प्रेरणादाई उद्बोधन देते हुए कहा कि यह भारत की धरती का कण कण हमारे पूर्वजों के रक्त से सिंचित है हमें सिर्वी समाज का इतिहास पढ़ना चाहिए अलाउद्दीन खिलजी को हमारे पूर्वजों ने धूल चटा दी हम उनके संताने हैं आई माताजी की आरती करते हैं तो कहते हैं ब्याह करण खिलजी घर आयो तोबा कर जान बचाई …!
बहने पड़े उच्च शिक्षा ग्रहण करें टीवी देखकर हमारी संस्कृति परंपरा का खिलवाड़ नहीं हो…
हमारे आदर्श रानी दुर्गावती है लक्ष्मीबाई है अहिल्याबाई है सुखदेव , भगतसिंह है यह हमारे अपने हीरो है यह हमारे आदर्श हैं हमारे बड़े बड़े मंदिर बन गए हैं जितने बड़े मंदिर उतने बड़े मन होना चाहिए मन बड़ा होना चाहिए वह पड़ोसी के घर में कोई तकलीफ है वह हमारी तकलीफ है अगर बड़ा मन है तो बड़े भाई का छोटे भाई के प्रति सम्मान है और छोटे का बड़े भाई के प्रति सम्मान होना चाहिए और बड़ा मन है तो देवरानी है तो जेठानी के प्रति सम्मान है देवरानी है तो जेठानी के प्रति सम्मान होना चाहिए बाबा रामदेव का मंदिर और मेरे घर के बाबा का सम्मान नहीं है तो बाबा रामदेव का आशीर्वाद हमें नहीं मिलेगा घर के बड़े बुजुर्गों का सेवा सम्मान आशीर्वाद यही जीवन की सही संपत्ति पूंजी है हम हमारे दादा दादी के आशीर्वाद लेना चाहिए भोग विलास जीवन नहीं जीना चाहिए बड़े पूर्वजों का आशीर्वाद लिए बिना घर में सुख शांति नहीं आ सकती बड़ा मन होना चाहिए हमारे मंदिर में सभी हिंदू भाई के दर्शन होना चाहिए एक तरफ हम रामदेव और माता जी का मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैं और शबरी मैया को मंदिर में जाने से रोक रहे हैं भारत है तो भगवान बचेगा राष्ट्र है तो देश बचेगा इस पावन अवसर पर मंचासीन अतिथि सोहन जी सोलंकी एवं प्रजापत समाज के वरिष्ठ एवं बाबा रामदेव के परम भक्त गोपालजी प्रजापत मंचासीन थे अतिथि का स्वागत सम्मान जगदीशजी बर्फा एवं हीरालालजी भायल द्वारा तिलक लगाकर एवं केसरिया गमछा डालकर स्वागत सम्मान किया गया इस अवसर पर बाबा रामदेव जी की एवं मां कालीका माता जी की आरती कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र लछेटा ने किया. इस पावन अवसर पर बड़ी संख्या में समाज बंधु ,माता बहने एवं ग्रामीण जन उपस्थित थे….!
विजय राठौर (सिंघाना) मध्य प्रदेश