भादवी सुदी बीज: क्षत्रिय सिर्वी समाज ने धूमधाम से मनाया आईमाता का

पेटलावद से सलमान शैख़ की रिपोर्ट
बैंड और डीजे पर गूंजते आईमाता के गीत और टोलियों में नाचते गाते भक्त। आईमाता के मंदिर से निकली आकर्षक झांकी का जगह-जगह मंच लगाकर फूलों की बारिश से स्वागत हुआ। पूरे रास्तेभर आईमाता के जयकारे गूंजते रहे।
यह सम्मिलित नजारा था रविवार को आईमाता के प्राकट्योत्सव पर दोपहर 12 बजे निकली आईमाता की शाही सवारी का। क्षत्रिय सिर्वी समाज ने आईमाता का प्राकट्योत्सव धूमधाम से मनाया। यात्रा में शामिल समाजजन भजन गाते और आईमाता का जयकारे लगाते चल रहे थे। कई श्रद्धालु झूम रहे थे। पूरा नगर आईमाता के जयघोष से गूंज उठा। महिला-पुरूषों ने जगह-जगह गरबा नृत्य किया। घोड़ी नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। समाजजनों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर जुलूस में शिरकत की। आईमाता के मंदिर पर आकर्षकसाज-सज्जा नवयुवक मंडल ने की। इससे पहले कुलदेवी श्री आईमाता सहित विभिन्न देवी-देवताओ की पूजा-अर्चना और आए मेहमानो का साफा और माला पहनाकर स्वागत किया गया। वहीं शोभायात्रा में समाज के पुरूष सफेद कुर्ते और धोती में तो महिलाएं पीली साड़ी में वहीं युवक-युवतियां भी निर्धारित ड्रेसकोड और साफे में नजर आई।
इस मार्ग से गुजरी शोभायात्रा:
शोभायात्रा आईमाता मंदिर से शुरू होकर नया बस स्टैंड, अहिल्या मार्ग, पुराना बस स्टैंड, गणेश चौक, चमठा चौक होती हुई पुन: अपने शुरूआती स्थल पहुंचकर समाप्त हुई। बीज उत्सव पर समाज के परिवारो का भारी जनसैलाब उमड़ा। आईमाता की शोभायात्रा से पूरा माहौल धर्ममय हो गया है। हजारों लोगों की मौजूदगी में निकाली गई शोभायात्रा में आईमाता के जयकारे गूंजे।
जगह-जगह हुआ स्वागत:
सिर्वी समाज द्वारा निकाली गई शोभायात्रा व झांकी का नगर के विभिन्न स्थानो पर स्वागत व पूजन किया गया। नगर के नया बस स्टैंड पर पाटीदार समाज ने शरबत बनाकर और फूलो की बारिश कर स्वागत सत्कार किया। वहीं कई जगह किसी ने फूलो की बारिश की, तो किसी ने ठंडा पानी पिलाया, तो किसी ने फूल-फ्रूट वितरीत किए। नया बस स्टेंड के आगे राजपुत समाज ने तो पुराना बस स्टैंड पर नगर परिषद ने फूलो की वर्षा कर और वरिष्ठ समाजजनो का स्वागत किया।

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