पाली / शहर समेत जिलेभर में चोरी-नकबजनी की वारदात थम नहीं रही है। दो दिन पहले रायपुर के बर तथा शहर के पुनायता रोड इलाके में दो लोगों से मारपीट कर बदमाश नकदी लूटकर ले गए, जबकि जिले के ग्रामीणांचल में लगातार मकानों में चोरी व वाहन चुराने की घटनाएं हाे रही है। पुलिस की रात्रिकालीन गश्त व्यवस्था काे धता बताते हुए चोरों ने रविवार रात को रानी थाना क्षेत्र के सेपटावास गांव में तीन मकानों के ताले तोड़ चोरी की वारदात की। तीनों मकानों के मालिक मजदूरी के सिलसिले में बाहर रहते हैं। उनके आने के बाद चोरी हुए सामान का ब्योरा मिल पाएगा, लेकिन घटनास्थल के हालात बता रहे हैं कि चोरों ने एक ही रात में तीनों मकानों के ताले तोड़ अलमारी, बक्से इत्यादि तोड़ कर वहां से नकदी, जेवरात के साथ अन्य कीमती सामान भी ले गए। सेपटावास गांव में भानाराम सीरवी पुत्र पेमाराम परिवार समेत मुंबई में रहता है, जबकि दीपाराम प्रजापत पुत्र पूरणमल अहमदाबाद में काम करता है। गणपतसिंह राजपुरोहित पुत्र सोहनसिंह भी परिवार के साथ चेन्नई में रहता है। इन तीनों मकानों के ताले तोड़ चोरों ने कमरों में रखी अलमारी, लोहे के बक्से को भी तोड़ कर सारा सामान भी बिखेर दिया। इनमें से दीपाराम प्रजापत के वृद्ध माता-पिता गांव में रहते है, लेकिन वह भी रविवार को रिश्तेदार से मिलने के लिए बाहर गए हुए थे। ग्रामीणों ने चोरी की सूचना देकर तीनों मकान मालिक को गांव बुलाया है, जिनके आने के बाद चोरी हुए सामान का ब्योरा मिलेगा।
चौकी प्रभारी फोन रखते बंद, सुबह भी देरी से पहुंचने से ग्रामीणों में रोष : सोमेसर-खिंवाड़ा मुख्य मार्ग पर स्थित सेपटावास गांव रानी थाना क्षेत्र में आता है। इस मार्ग पर दिन-रात यातायात रहता है। माना जा रहा है कि पुलिस की लचर गश्त व्यवस्था का फायदा उठाकर किसी गिरोह ने पहले रैकी की और बाद में रात को तीन बंद पड़े मकानों में चोरी की। सोमवार सुबह मकानों के ताले टूटे मिलने पर ग्रामीणों ने सोमेसर चौकी प्रभारी करणसिंह के सीयूजी नंबर के साथ उनके पर्सनल मोबाइल पर भी संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका फोन बंद था। ग्रामीणों का कहना है कि चौकी प्रभारी अकसर फोन बंद ही रखते हैं, जबकि गश्त में भी कम ही दिखाई देते है।
सोमवार सुबह भी ग्रामीणों ने किसी तरह पुलिस तक चोरी की घटना की जानकारी पहुंचाई, जिसके बाद भी चौकी प्रभारी देरी से घटनास्थल पर पहुंचे। दैनिक भास्कर ने भी रियलिटी चैक करने के लिए सोमवार शाम से रात तक चौकी प्रभारी को फोन किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। उल्लेखनीय है कि सेपटावास में एक युवती की हत्या का केस भी दर्ज हो चुका है, लेकिन अभी तक पुलिस हत्या का राज भी नहीं खोल पाई।