तहसील मुख्यालय सुमेरपुर से लगभग 45 किमी दूर बड़गांवड़ा,लापोद, बाबा गांव और भाचुन्दा के मध्य लापोद पंचायत का छोटा सा गांव है *-पिचावा।*
*छत्तीस कौम के लगभग 400 घर की बस्ती* में सीरवी समाज के अलावा राजपूत, राजपुरोहित, देवासी, सुथार, कुम्हार, लौहार, वैष्णव, मेघवाल, सरगरा ढोली नट मीणा,वादी,जोगी, गाडोलिया, गर्ग,भील और हरिजन यहां पर बसे हुए हैं।
*यहां पर सीरवी समाज के लगभग 180 घर है जिनमें 100 घर सोलंकियों के है।* अन्य गौत्र में आगलेचा,काग, परिहार, परमार,भायल और बरफा यहां निवास कर रहे हैं।
*पिचावा में पिछले वर्ष 22 मई 2023 विक्रम संवत् २०८० शुभ मिति जेठ सुदी तीज सोमवार को श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के विशाल बधावे के साथ भव्य प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई थी*। श्वेत मार्बल में निर्मित बडेर गांव के मध्य में बनी हुई है चारों ओर सीरवी समाज का बास है, सामाजिक कार्य हेतु समाज भवन भी बना हुआ है लेकिन आवश्यक सुविधाओं का अभाव है, समाज भवन के पुनः जीर्णोद्धार की तैयारी है तब सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हो जाएगी।
यहां पर वर्तमान में *कोटवाल श्री सूराराम जी मगाजी सोलंकी, जमादारी एवं पुजारी श्री पोमाराम जी पूनाजी सोलंकी अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।*
*सरकारी सेवा में यहां से श्री देवाराम जी खीमाजी परिहार सेवानिवृत वरिष्ठ अध्यापक है, श्री मूपाराम जी पूनाजी सोलंकी मांडल में इतिहास के व्याख्याता है, श्री भेराराम जी देवाजी बरफा लापोद में कोपरेटिव सोसाइटी में मैनेजर है, श्री गजेन्द्र मूपाराम जी सोलंकी एम्स ऋषिकेश में नर्सिंग सुप्रिटेडेंट के पद पर सेवा दे रहे हैं, श्री देवाराम जी हंसाराम जी सोलंकी एम्स जोधपुर में नर्सिंग आफिसर है, श्री डूंगाराम जी वागाजी सोलंकी ढ़ोला ग्राम सेवा सहकारी समिति में मैनेजर हैं, श्री मदनलाल जी भेराजी बरफा लापोद में ग्राम सेवा सहकारी समिति में सह व्यवस्थापक हैं, श्री भंवरलाल जी पूराजी सोलंकी अहमदाबाद में कम्पाउन्डर है, श्री कालूराम जी मोडाजी सोलंकी सुमेरपुर ट्रेज़री में अकाउंटेंट पद पर सेवा दे रहे हैं और श्री दौलाराम जी भीकाजी सोलंकी सुमेरपुर में एडवोकेट है।*
पिचावा सीरवी समाज की राजनीति में भी कुछ हिस्सेदारी रही है जिनमें *श्री चुन्नीलालजी वागाजी सुमेरपुर से पंचायत समिति सदस्य रहे हैं एवं आप लापोद पंचायत के सरपंच रहे हैं।*
पिचावा से सीरवी समाज के बन्धुओं का व्यापार व्यवसाय पिचावा, कोशेलाव, पाली, जोधपुर, अहमदाबाद, भरुच, सूरत, मुम्बई, पूना और हैदराबाद में फल फूल रहा है।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री जीवाराम जी भीकाजी सोलंकी अहमदाबाद, श्री प्रभुराम जी भूराजी आगलेचा एवं श्री घीसाराम जी दूदाजी आगलेचा मुम्बई गये।
पिचावा में *ग्राम विकास के कार्य में श्री दल्लाराम जी खीमाजी परिहार द्वारा मुख्य बस स्टैंड पर प्याऊ और कबूतरों का चबूतरा बनवाया। श्री इन्दाराम जी मगाजी सोलंकी ने तालाब की पाल पर टंकी के पास कबूतरों का चबूतरा और चामुण्डा माता मंदिर पर कमरा बनवाया। श्री मोहनलाल जी दल्लाजी सोलंकी द्वारा चामुण्डा माताजी मंदिर ओरण में कबूतरों का चबूतरा बनवाया एवं मोडाराम जी टोयाजी परिहार द्वारा विद्यालय द्वार का निर्माण करवाया गया।*
पिचावा में सीरवी समाज की समिति का गठन किया हुआ है जो श्री आई माताजी सेवा समिति पिचावा के नाम से है। *श्री आई माताजी बडेर पिचावा की प्राण प्रतिष्ठा श्री मूपाराम जी पूनाजी सोलंकी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई थी।*
*वर्तमान में इस समिति के अध्यक्ष पद पर श्री रुपारामजी रगाजी सोलंकी, सचिव श्री डूंगाराम जी लालाजी सोलंकी तथा श्री पुखराज जी अन्नाजी सोलंकी कोषाध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे हैं।*
श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का पिचावा में भव्य बधावा किया गया ढोल थाली एवं बैंड बाजा के साथ महिलाओं और पुरुषों ने नृत्य कर अपनी पूर्ण आस्था प्रकट की।
रात में धर्म सभा का आयोजन किया गया जिसमें माताओं बहनों और बांडेरुओं ने पूर्ण मनोयोग से श्री आई माताजी का इतिहास और सीरवी समाज का इतिहास सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
सीरवी समाज के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।