तहसील मुख्यालय रानी से 21 किमी दूर सालरिया,राबड़िया, किशनपुरा, खारड़ा, देवली पाबूजी, डुठारिया और जवाली के मध्य पंचायत मुख्यालय का गांव है *-ढारिया*।
छत्तीस कौम के लगभग 500 घर की बस्ती में सीरवी राजपुरोहित, देवासी, घांची, ब्राह्मण, वैष्णव, सुथार,दर्जी, कुम्हार, मेघवाल एवं सरगरा आदि जातियां यहां निवास कर रही है।
*ढारिया में सीरवी समाज के लगभग 200 घर है जिनमें आधे काग है*, अन्य गौत्र में सिन्दड़ा, सोलंकी और आगलेचा यहां पर बसे हुए हैं।
यहां पर श्री आई माताजी मंदिर *बडेर की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०६३ मिति जेठ बदी आठम शनिवार दिनांक 20 मई 2006* को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई थी।
वर्तमान में यहां पर *कोटवाल श्री मेगाराम जी दीपाजी काग, जमादारी एवं पुजारी श्री पूनाराम जी अचलाजी काग* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
सरकारी नौकरी में यहां से *एकमात्र श्री वजारामजी मोतीजी काग जिला परिषद पाली में एईएन* के पद पर सेवा दे रहे हैं।
राजनीति में भी ढारिया का नाम पाली जिले में गूंजायमान रहता है यहां से *श्री खीमाराम जी खंगारजी सोलंकी पाली जिला परिषद के सदस्य रहे हैं तथा श्रीमती रकमो धर्मपत्नी श्री खीमाराम जी सोलंकी वर्तमान में ढारिया की सरपंच* पद को सुशोभित कर रही है।
व्यापार व्यवसाय में यहां से अहमदाबाद, सूरत, वलसाड, मुंबई, पुणे, बंगलौर और चेन्नई में सीरवी बंधु अपने गांव का नाम रोशन कर रहे हैं।
ढारिया से *सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री रघाराम जी भूराराम जी काग और मांगीलाल जी मूलाजी काग पूना* पधारे थे।
विकास कार्य में श्री मांगीलाल जी मूलाजी काग ने स्थानीय विद्यालय में प्याऊ बनवाई, सीरवी नवयुवक मंडल ढारिया एवं प्रवासी बन्धुओं द्वारा पूरे गांव के पेयजल आपूर्ति हेतु कुंआ खुदवा कर पाईप लाईन बिछाई गई। पूनारामजी, पकारामजी, मानारामजी लच्छाजी सिन्दड़ा द्वारा जवाली मार्ग पर प्याऊ निर्माण करवाया, श्री ओटाराम जी उदाजी काग द्वारा श्री आईजी विद्यापीठ जवाली में कमरा निर्माण करवाया, श्री मांगीलाल जी उदाजी काग द्वारा श्री सकामहाराज के कैलाश आश्रम डायलाना में प्याऊ निर्माण करवाया, श्री ओटाराम जी उदाजी काग द्वारा मामाजी मंदिर के द्वार का निर्माण करवाया गया।
संगठन के पदाधिकारी रूप में श्री रघाराम जी भूराराम जी काग बिबवेवाडी पुणे बडेर के उपाध्यक्ष रहे, श्री शंकर जी ओटाजी काग डोम्बिवली मुम्बई बडेर के अध्यक्ष रहे।
*ढारिया के श्री भगा बाबाजी शेराजी काग ने लगभग 6-7 वर्ष तक श्री आई माताजी धर्म रथ भैल पर सेवा दी,बारह वर्ष तक अपने गांव के बडेर में पुजारी रहे,आप परम तपस्वी रहे जिन्होंने लगभग 25 वर्ष पूर्व अपना शरीर त्याग दिया, जहां पर छतरी बनी हुई है और पूरे गांव के लोग यहां नमन करते हैं।*
श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का यहां पर भव्य बधावा किया गया रात में धर्म सभा का आयोजन किया गया सीरवी समाज के इतिहास और श्री आई माताजी के इतिहास को तन्मयता से सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
सीरवी समाज ढारिया की खुशहाली और चंहुमुखी विकास की कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।