तहसील मुख्यालय रानी से लगभग 25 किमी दूर बिठौड़ा,अनोपपुरा,बड़गांवड़ा,लापोद, ढोला, बालराई और गुड़ा एन्दला के मध्य बालराई पंचायत का गांव है *-नवा गुड़ा।*
छत्तीस कौम के लगभग 450 घर की सीरवी बाहुल्य बस्ती में सीरवी समाज के अलावा मीणा, राजपूत, देवासी, गोस्वामी, वैष्णव, कुम्हार, लौहार,नाई, दर्ज़ी और मेघवाल यहां पर बसे हुए हैं।
*यहां पर सीरवी समाज के लगभग 130 घर है जिनमें काग गौत्र की बहुतायत है* अन्य गौत्र में सोलंकी, परमार और भायल निवास करते हैं। *जिनमें से मात्र बीस परिवार बिलाड़ा गादी को मानने वाले हैं* बाक़ी सौ से अधिक परिवार पास ही बिठौड़ा की सफ़ेद गादी को मानने वाले हैं।
श्री आई माताजी का बडेर नव निर्माणाधीन है जिसकी प्राण प्रतिष्ठा अगले वर्ष 2025 में सम्भव है।
*सीरवी समाज का बड़ा न्याति नौहरा है,जो कि गांव के मध्य बना हुआ है।नौहरे में पोल अंदर बड़ा हाॅल और सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल को पोल में खड़ा करने की भी अच्छी व्यवस्था है।*
यहां पर श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल आगमन पर *बिलाड़ा गादी को मानने वाले श्री तलसाराम जी अन्नाजी काग अस्थाई कोटवाल एवं श्री मानाराम जी चमनाजी काग अस्थाई जमादारी है जिन्हें केवल भैल के कार्य पूर्ण करने हेतु नियुक्त किया हुआ है जबकि जूना कोटवाल श्री लालाराम जी वरदाजी परमार स्थाई कोटवाल एवं श्री मूलारामजी अचलाजी सोलंकी स्थाई जमादारी* नियुक्त है।
पिछले दो वर्षों से श्री सुरेश पुरी गोस्वामी पुजारी रुप में श्री आई माताजी की पूजा अर्चना कर रहे हैं।
सरकारी सेवा में यहां से *श्री जयन्ति लाल जी धन्नाजी काग सिरोही के रोहिड़ा में पटवारी है, स्वर्गीय हेमाराम जी चमनाजी काग अध्यापक थे।*
*श्री वागाराम जी चतराजी काग बालराई पंचायत के सरपंच रहे, श्री चुन्नीलालजी भूदरजी सोलंकी बालराई कोपरेटिव सोसाइटी के उपाध्यक्ष है।*
यहां से व्यापार व्यवसाय में सीरवी बंधु नवा गुड़ा, अहमदाबाद,सूरत, मुम्बई, पूना और हैदराबाद में अपने गांव का नाम रोशन कर रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में स्वर्गीय श्री चुन्नीलालजी ओकाजी परमार मुम्बई, स्वर्गीय जोधाराम जी पोमाजी सोलंकी मुम्बई, श्री पूनाराम जी अन्नाजी काग मुम्बई अब सूरत में व्यवसायरत है।
ग्राम विकास के कार्य में *सीरवी समाज नवा गुड़ा द्वारा विद्यालय खेल मैदान के चारों ओर तारबंदी करवाई गई। श्री तलसाराम जी वक्ताजी काग और श्री निम्बाराम जी अचलाजी काग द्वारा कबूतरों का चबूतरा बनवाया गया। श्री चुन्नीलालजी ओकाजी परमार और श्री जोधाराम जी पोमाजी सोलंकी द्वारा कबूतरों का चबूतरा और चबूतरा के नीचे दो दुकानें बनवाई गई।*
दक्षिण भारत के संगठनों के पदाधिकारी रूप में *श्री बालाराम जी वागाजी काग सूरत में नई बडेर के कोषाध्यक्ष है, श्री बालाराम जी रताजी सोलंकी भिलाड़ मुम्बई बडेर के अध्यक्ष रहे हैं।*
*नवा गुड़ा का श्री प्रेम सीरवी काग सीरवी समाज का नया उभरता सितारा है जिनकी आवाज के जादू से कुबेर के खजाने देवी देवताओं के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में खाली हो जाते हैं*,आपके सितारे बुलंदियों को छुए ऐसी कामना करते हैं
*आज से लगभग दो वर्ष पूर्व नवा गुड़ा में सुमेरपुर क्षेत्र की प्रतिभाओं हेतु कैरियर काउंसलिंग कार्यक्रम का शानदार आयोजन* कर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी सकारात्मक सोच का परिचय दिया है।
सीरवी समाज नवा गुड़ा के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।