तहसील मुख्यालय बाली से लगभग 22 किमी दूर फतापुरा, बमणिया, मोकमपुरा,सरखेजड़ा, बिजोवा, वरकाणा,दादाई एवं माताजी वारा के मध्य मोकमपुरा पंचायत का छोटा सा गांव है – *धाणदा।*
छत्तीस कौम के लगभग 200 घर की बस्ती में सीरवी, देवासी,चारण, राजपूत, माली, राजपुरोहित, कुम्हार, सुथार, वैष्णव, गोस्वामी, मेघवाल, सरगरा और भील यहां पर बसे हुए हैं।
*धाणदा में सीरवी समाज के 45 घर है जिनमें आधे राठौड़ है* अन्य गौत्र में काग,परमार,चोयल और बरफा निवास करते हैं।
यहां पर श्री आई माताजी का बडेर छोटा सा एवं भव्य बना हुआ है,बडेर के सामने गली के पार सीरवी समाज का न्याति नौहरा है जिस पर समाज भवन बना हुआ है।
धाणदा में श्री आई माताजी बडेर की *प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०६६ शुभ मिति जेठ सुदी दशमी मंगलवार दिनांक 02 जून 2009* में श्री आई माताजी के धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई।
यहां पर वर्तमान में *कोटवाल श्री मोडाराम जी गमनाजी राठौड़, जमादारी श्री तेजाराम जी दरगाजी राठौड़ एवं पुजारी श्री जीवाराम जी वरदाजी राठौड़* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
यहां से *सरकारी सेवा में स्वर्गीय पूनारामजी मोतीजी राठौड़ अध्यापक थे, श्री गेनारामजी खंगारजी काग सेवानिवृत अध्यापक, श्री कसाराम जी हकाजी राठौड़ सेवानिवृत वरिष्ठ अध्यापक है। श्री रतारामजी गेनाजी काग पुनाड़िया में व्याख्याता के पद पर कार्यरत हैं। श्री सुजाराम जी वनाजी राठौड़ सेवानिवृत RI है,श्री देवाराम जी कसाजी राठौड़ फतापुरा में अध्यापक है।*
*धाणदा के सीरवी समाज ने बाली तहसील में पंचायत समिति के सिरमौर प्रधान के पद पर आसीन होने का गौरव प्राप्त किया है,श्री फुआराम जी दरगाजी राठौड़ बाली के प्रधान रहे, श्री नवाराम जी स्वरुपराम जी राठौड़ बाली में पंचायत समिति सदस्य रहे।*
यहां से व्यापार व्यवसाय में सीरवी बंधु अहमदाबाद, सूरत, मुंबई, पुणे और नाशिक में अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।
धाणदा से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री मोडाराम जी गमनाजी राठौड़ सूरत और मांगीलाल जी फुआराम जी राठौड़ सूरत गये।
ग्राम विकास के कार्य में *श्री कालूराम जी (दीपक जी) दूदारामजी काग द्वारा धाणदा विद्यालय में कमरा निर्माण करवाया गया, श्री चेलाराम जी गमनाजी राठौड़ द्वारा दो स्थानों पर कबूतरों के चबूतरे बनवाये गये।*
*श्री फुआराम जी पूनाजी राठौड़ वर्तमान में बाली ओबीसी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष* पद को सुशोभित कर रहे हैं।
इस बार धाणदा में भैल का दौरा निरस्त होने पर जाकर जानकारी प्राप्त की, प्रधान साहब फुआराम जी और जमादारी श्री तेजाराम जी राठौड़ के साथ बंधुओं ने सूचनाएं प्रदान की उसके बाद सभी ने मोकमपुरा आकर जात करवाई।
ग्राम धाणदा के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।