तहसील मुख्यालय पाली से लगभग 22 किमी दूर जैतपुरा, सवाईपुरा, खौड़, गुड़ा सोनीगरा, गुंदोज, कानेलाव,बाला,कूरणा और एन्दला के मध्य पंचायत मुख्यालय का गांव है *-डिंगाई।*
छत्तीस कौम के लगभग 700 घर की बस्ती डिंगाई में सीरवी, राजपूत,रजपूत, मीणा, मेघवाल,घांची सुथार, कुम्हार, दर्ज़ी, सरगरा और ढोली यहां पर बसे हुए हैं।
*डिंगाई में सीरवी समाज के लगभग 175 घर है जिनमें सेपटा,चोयल,बरफा, राठौड़, सिन्दड़ा,काग और भायल निवास कर रहे हैं। पूरे सीरवी समाज में एक मात्र डिंगाई गांव में 175 घर में से केवल 13 परिवार डोरा बंद है।*
श्री आई माताजी का छोटा सा बडेर श्री पूराराम जी बरफा के घर के साथ ही बना हुआ है तस्वीर एवं कुंडी है पाट स्थापना की हुई नहीं है।
सीरवी समाज डिंगाई द्वारा शानदार समाज भवन बनाया हुआ है पर ये बडेर से दूर हैं इसलिए तमाम सुविधाओं के होते हुए श्री आई माताजी का धर्म रथ भैल बडेर के सामने गली में ही खड़ा करना मजबूरी है, पूरी रात सांड और आवारा जानवरों से भैल की सुरक्षा करते हुए बाबा मंडली को रात गुजारनी पड़ती है।
इस बार भैल के ठहराव स्थल पर शानदार टेंट की व्यवस्था भी की गई, रात में धर्म सभा में माताओं बहनों और बांडेरुओं ने पूर्ण मनोयोग से श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
डिंगाई में वर्तमान में *कोटवाल जमादारी और पुजारी का दायित्व निर्वहन अकेले पूराराम जी मगाराम जी बरफा कर रहे हैं।*
यहां से सरकारी सेवा में श्री *पूराराम जी मगाराम जी बरफा RMGB के सेवानिवृत मैनेजर* है, राजाराम जी सूराजी सेपटा बालराई में वरिष्ठ अध्यापक है, श्री सुरेश कुमार जी मांगीलाल जी बरफा अध्यापक है और *श्री वोराराम जी वरदाराम जी बरफा एम्स भोपाल में मेल नर्स* के पद पर कार्यरत हैं।
डिंगाई से राजनीति में भी हिस्सेदारी रही है यहां से *श्रीमती पुष्पा ओगड़राम जी सेपटा पाली पंचायत समिति सदस्या रही, श्री अमराराम जी मांगीलाल जी सेपटा भी पाली से पंचायत समिति सदस्य रहे।*
डिंगाई के सीरवी बंधुओं का व्यापार व्यवसाय डिंगाई,खौड़, पाली, अहमदाबाद, मुम्बई और पूना में फल फूल रहा है।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री लादूराम जी जवानजी चोयल, श्री पूराराम जी मगाजी बरफा, श्री रुपारामजी हरजीजी सेपटा पूना एवं हड़मानराम जी अमराजी चोयल मुम्बई गये।
ग्राम विकास के कार्य में *श्री हिम्मताराम जी जेठाजी चोयल द्वारा रोहिणी माता गौशाला गून्दोज में शेड निर्माण करवाया, श्री रुपारामजी हरिराम जी सेपटा द्वारा श्री आईजी विद्यापीठ जवाली में दो कमरों का निर्माण करवाया गया, श्री मांगीलाल जी केराजी सेपटा द्वारा धना नाडा पर बेरी बनवाई इस बेरी में केवल दस फीट पर बारह मास मीठा जल भरा रहता है। श्री कूपाराम जी गणाजी राठौड़ द्वारा महादेव बगीची पनघट पर कबूतरों का चबूतरा बनवाया गया, श्री रुपारामजी गणाजी राठौड़ द्वारा देवनारायण भगवान मंदिर में ईण्डा चढ़ा कर धर्म लाभ लिया गया।*
संगठनों के पदाधिकारी रूप में *श्री रुपारामजी हरिराम जी सेपटा बिबवेवाडी पुणे बडेर के सह कोषाध्यक्ष* पद का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं।
*यहां सेपटा और चोयल के लगभग 150 परिवार है लेकिन दो स्थानों पर आगे पीछे ही खेतलाजी के भी पुराने मंदिर ही है उनके भी जिर्णोद्धार की आवश्यकता है।*
सीरवी समाज डिंगाई के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।