पाली आऊवा | ईसाली में चल रही रामकथा व नानीबाई रो मायरो का शनिवार काे समापन हुआ। इस माैके पर संत अचला महाराज ने भगवान राम का राजतिलक व माता सीता की अग्नि परीक्षा के प्रसंग सुनाए, साथ ही कहा की समाज और देश का अंग है परिवार। जैसे संस्कार परिवार में सीखने को मिलते हैं व्यक्ति समाज और राष्ट्र के साथ वैसा ही व्यवहार करता है। उक्त उद्गार आऊवा ईसाली में रामकथा व नानीबाई रो मायरो के सम्मापन समारोह के अवसर पर संत अचला महाराज ने व्यक्त किए। उन्होंने भगवान राम की बाल लीला का वर्णन किया। भगवान श्रीराम अपने माता-पिता, भाई, पत्नी एवं समाज में जो व्यवहार करते हैं, उसका वर्णन किया। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में परिवार में प्रेम का अभाव हो रहा है। कलह विवाद बढ़ते जा रहे हैं। श्रीराम कथा के माध्यम से भगवान श्री राम के आदर्श को अपनाने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि जहां विवाद नहीं चलता है वह परिवार सुखी रहता है। राम कथा हमें जीवन जीना सिखाती है। उन्होंने भगवान के वन वास भी कथा सुनाते हुए बताया कि प्रभु ने किस तरह गरीब, दीनहीनों का कल्याण किया। किस तरह वे मर्यादा पुरुषोत्तम राम बने। इससे ग्रामीण भाव-विभोर हो गए। इस माैके पर चुन्नीलाल पंवार,सज्जन कुमार लसेटा, भंवरलाल काग, मगनाराम काग,रमेश पंवार, सेसाराम, वार्डपंच रमेश कुमार व महेंद्र कुमार आदि माैजूद थे।