तहसील मुख्यालय सुमेरपुर से लगभग 33 किमी दूर बसन्त, कौशेलाव, दौलपुरा, धणा और पिचावा के मध्य बसन्त पंचायत का गांव है *-बाबा गांव।*
*छत्तीस कौम के लगभग 550 घर की बस्ती बाबा गांव* में सीरवी समाज के अलावा मेघवाल,देवासी,मीणा,भील, ब्राह्मण, कुम्हार,सुनार,जैन सुथार, लौहार, माली, राजपुरोहित,छीपा, गर्ग, वादी और गाडोलिया यहां पर बसे हुए हैं।
*बाबा गांव में सीरवी समाज के लगभग 110 घर है* जिनमें केवल हाम्बड़,बरफा और परिहार निवास कर रहे हैं।
गांव में मूपाराम जी और गणपतलाल जी बरफा वकील साहब के घर है फिलहाल वकील साहब के घर में *लगभग 60 वर्ष पुरानी बहुत प्राचीन बडेर है*, मूपाराम जी के मकान को सीरवी समाज द्वारा क्रय कर लिया गया है अब गणपतलाल जी वकील साहब द्वारा इनका हिस्सा सीरवी समाज को विधिवत भेंट किया जाना बाकी है। भैल के ठहराव पर आवश्यक सुविधाओं का भी अभाव रहता है, अतः बडेर का जीर्णोद्धार एवं आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था आज की जरूरत है।
यहां पर *वर्तमान में कोटवाल श्री पकारामजी केसाजी हाम्बड़, जमादारी श्री दलपत राज जी चिमनाजी बरफा और मुम्बई में व्यवसाय से सेवानिवृत श्री जगारामजी जोधाजी हाम्बड़ पूर्ण मनोयोग से श्री आई माताजी की सेवा पूजा कर रहे हैं, और तीनों अपनी सराहनीय सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।*
बाबा गांव से सरकारी सेवा में श्री मूपाराम जी देवाजी बरफा सेवानिवृत अध्यापक हैं, श्री जस्सारामजी मोतीजी बरफा सेवानिवृत प्रधानाध्यापक है एवं *वर्तमान में श्री आईजी विद्यापीठ जवाली में प्रधानाचार्य पद पर अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।* श्री रमण कुमार जी मूपाराम जी बरफा बाबा गांव में गणित के वरिष्ठ अध्यापक है, श्री गणपत लाल जी चिमनाजी बरफा बाली में माने हुए एडवोकेट है आपके छोटे भाई श्री अमृत जी चिमनाजी बरफा सुमेरपुर में एडवोकेट है तथा आपके सुपुत्र श्री विक्रम जी गणपतजी बरफा जोधपुर उच्च न्यायालय में एडवोकेट है।
*मूपाराम जी के कौशेलाव में आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं तुलसाराम जी बरफा के मरुधर उच्च माध्यमिक विद्यालय आसपास के क्षेत्र में अपनी पहचान रखते हैं।*
बाबा गांव से राजनीति में सीरवी समाज की हिस्सेदारी रही है जिनमें *श्री गणपतलाल जी चिमनाजी बरफा सुमेरपुर से पंचायत समिति सदस्य रहे हैं, श्रीमती रेखा धर्मपत्नी श्री राजेन्द्र पाल जी बरफा भी सुमेरपुर से पंचायत समिति सदस्या रहे हैं। श्री हरीश जी मांगीलाल जी परिहार ग्राम पंचायत बसन्त के वर्तमान में उप सरपंच है तथा श्री केरारामजी रताजी बरफा बसन्त पंचायत के उप सरपंच रहे हैं।*
बाबा गांव से व्यापार व्यवसाय में बाबा गांव, कौशेलाव, सुमेरपुर, पाली, अहमदाबाद, बड़ौदा, सूरत, मुंबई, पुणे और नाशिक में सीरवी बंधु अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री जोधाराम जी दूदाजी हाम्बड़ मुम्बई, श्री लालाराम जी हीराजी हाम्बड़ एवं मोटाराम जी नवाजी हाम्बड़ मुम्बई गये थे।
ग्राम विकास के कार्य में बाबा गांव से श्री चिमनाराम जी देवाजी बरफा द्वारा ढाणी में खेतलाजी मंदिर के पास प्याऊ बनवाई, श्रीमती ऐजी बाई भूदाजी परिहार द्वारा गौशाला में प्याऊ बनवाई गई, श्री भीमाराम जी वीराजी हाम्बड़ द्वारा खेड़ा देवी मंदिर के पास अवाला निर्माण करवाया गया, श्री जीवाराम जी मगाजी हाम्बड़ द्वारा ओरण में अवाला निर्माण करवाया गया, श्री मोतीराम जी देवाजी बरफा द्वारा भी ओरण में अवाला निर्माण करवाया गया, श्री भूताजी धूलाजी हाम्बड़ द्वारा धणा मार्ग पर अवाला निर्माण करवाया गया और श्री मदनलाल जी भूदाजी परिहार द्वारा कौशेलाव में सीरवी समाज भवन निर्माण हेतु 51000/- रुपए का सहयोग किया गया।
सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी रूप में *श्री जगारामजी जोधाजी हाम्बड़ चाकण पूना बडेर के कोषाध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सलाहकार रहे अब स्थानीय बडेर में पुजारी हैं, श्री मूपाराम जी देवाजी बरफा सीरवी समाज परगना समिति सुमेरपुर के अध्यक्ष रहे हैं, श्री गणपत लाल जी चिमनाजी बरफा सीरवी नवयुवक मंडल परगना समिति सुमेरपुर के अध्यक्ष रहे हैं, श्री ठीकरनाथ गौशाला बाबा गांव के अध्यक्ष हैं तथा श्री जैकलजी आई माताजी मंदिर नारलाई के ट्रस्ट में सचिव पद का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं।*
श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का बाबा गांव में भव्य बधावा किया गया रात में धर्म सभा का आयोजन हुआ जिसमें माताओं बहनों की उपस्थिति कम रही बड़े बुजुर्ग पुरूषों की संख्या अच्छी रही एवं लगभग रात्रि बारह बजे तक पूर्ण मनोयोग से इतिहास श्रवण किया।
सीरवी समाज बाबा गांव के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की कामना श्री आई माताजी से करते हुए यहां पर अब शीघ्र बडेर निर्माण की कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।