तहसील मुख्यालय सुमेरपुर से लगभग 30 किमी दूर केनपुरा कोशेलाव मार्ग पर केनपुरा, बड़ली, दौलपुरा,बाबा गांव, लापोद और ढोला के मध्य पंचायत मुख्यालय का गांव है *-धणा।*
*छत्तीस कौम के लगभग 600 घर की बस्ती* में सीरवी समाज के अलावा मीणा, माली, कुम्हार,नाई, सुथार, लौहार, ब्राह्मण, जैन, राजपूत, दरोगा, गोस्वामी, वैष्णव,मेघवाल, देवासी,भील और सरगरा जातियां यहां पर बसी हुई है।
*धणा में सीरवी समाज के लगभग 186 घर है* जिनमें सोलंकी सर्वाधिक है एवं ये डोरा बंद नहीं है, अन्य गौत्र में भायल, लचेटा, राठौड़, गहलोत, परिहार और काग यहां पर निवास कर रहे हैं।
*यहां पर श्री आई माताजी का बडेर बहुत प्राचीन है जिसकी प्राण प्रतिष्ठा लगभग 70 वर्ष पूर्व हुई थी* जिसकी अधिक जानकारी वर्तमान में उपलब्ध नहीं है।
यहां पर वर्तमान में *कोटवाल श्री चेनाराम जी हीराजी भायल, जमादारी एवं पुजारी श्री मन्नाराम जी वरदाजी भायल* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
यहां से सरकारी सेवा में शानदार परिणाम है जिनमें *श्री दौलाराम जी हीराजी सोलंकी* राजकीय महाविद्यालय गोगून्दा में प्रयोगशाला सहायक है, आपके पुत्र *श्री दिलीप कुमार जी दौलाराम जी सोलंकी* शिशवी राजसमंद में वरिष्ठ अध्यापक है, आपके दूसरे पुत्र *श्री अशोक कुमार जी दौलाराम जी सोलंकी* मैकेनिकल इंजीनियर थर्मल न्यूक्लियर पावर ITER फ्रांस में सेवा दे रहे हैं,आपकी पुत्रवधू *डाक्टर श्रीमती विद्या धर्मपत्नी श्री दिलीप जी सोलंकी* BAMS, M.D. राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय उदयपुर में अपनी सेवा दे रही है, दूसरी पुत्रवधू *डॉक्टर श्रीमती हीरल धर्मपत्नी श्री अशोक जी सोलंकी* M Sc.Chemistry Gold medal,CSIR,JRF, Ph.D गुजरात विश्वविद्यालय अहमदाबाद है, *डॉक्टर हरीश जी मांगीलाल जी भायल* भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के IITM पुणे में वैज्ञानिक पद पर सेवा दे रहे हैं, *श्रीमती ममता धर्मपत्नी हरीश जी भायल* मल्टीनेशनल कंपनी डार हेन्दसाह पुणे में प्रोजेक्ट आर्किटेक्ट पद पर कार्यरत हैं, *डॉक्टर श्री प्रवीण जी रामलाल जी सोलंकी* रायपुर में चिकित्साधिकारी पद पर सेवा दे रहे हैं।
धणा से सीरवी समाज की राजनीति में भी हिस्सेदारी रही है जिनमें *श्री भेराराम जी मानाजी सोलंकी धणा पंचायत के पूर्व सरपंच रहे हैं, श्री भूरारामजी सुजाजी भायल भी धणा के पूर्व सरपंच रहे हैं, श्री लच्छारामजी सुजाजी भायल पूर्व उप सरपंच* है।आप मार्केटिंग सोसायटी के अध्यक्ष भी रहे हैं।
यहां के सीरवी बंधुओं का व्यापार व्यवसाय धणा, कौशेलाव, रानी, अहमदाबाद, मुम्बई और पूना में फल फूल रहा है।
*यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री धूलाराम जी भायल लगभग सौ साल पूर्व मुम्बई पैदल गये थे।*
ग्राम धणा के विकास कार्य में सीरवी समाज का मुख्य नाम है जिनमें *चामुण्डा माता जी मन्दिर से गांव तक तीन विशाल द्वार सीरवी बंधुओं द्वारा बनाए गए हैं* जिनके नाम पट्ट के फोटो संलग्न शेयर किये गये हैं।
इनके अलावा *श्री वनारामजी चेनाजी लचेटा ने कबूतरों का चबूतरा बनवाया, श्री पूनाराम जी वनाजी राठौड़ द्वारा चामुण्डा माता जी मन्दिर पर पानी का टांका निर्माण करवाया और श्री तलसाराम जी भूराजी सोलंकी द्वारा चामुण्डा माता जी मन्दिर पर अवाला निर्माण* करवाया गया।
इस बार *सातवां सुमेरपुर परगना स्तरीय सीरवी समाज प्रतिभा सम्मान समारोह श्री दौलाराम जी सोलंकी की अध्यक्षता में आयोजित किया गया जिनमें मंत्री महोदय श्री जोराराम जी कुमावत, सीरवी समाज के एकमात्र विधायक श्री केसाराम जी काकू, बिठौड़ा पीर श्री गोपालसिंह जी के साथ अतिथि रुप में मुझे प्रतिभाओं को संस्कार संवाद और प्रेरणा प्रद उद्बोधन का समय दिया गया जो शानदार यादगार बना।*
*श्री दौलाराम जी हीराजी सोलंकी सीरवी समाज परगना समिति सुमेरपुर के अध्यक्ष पद पर आसीन है आप सीरवी छात्रावास उदयपुर के सचिव* पद पर अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं उदयपुर में छात्रावास का स्वप्न साकार करने में आप नींव के पत्थर बने हैं जिसे पीढ़ियों तक याद किया जायेगा। *श्री जयेश जी ताराराम जी भायल विरार मुम्बई बडेर के पूर्व अध्यक्ष* रहे हैं।
श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का यहां पर भव्य बधावा किया गया। *भैल के धणा आगमन से पूर्व ढोल बजा कर इन्तजार करते हुए मिले।*
रात को धर्म सभा का आयोजन किया गया सभा में माताओं बहनों और बांडेरुओं ने तन्मयता से श्री आई माताजी के इतिहास को सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
सीरवी समाज धणा के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं-दीपाराम काग गुड़िया।