चेन्नई। श्री सीरवी समाज महासभा- तमिलनाडु की प्रदेश कार्यकारिणी की आमसभा ट्रिप्लीकेन स्थित श्री आईमाता मंदिर परिसर (बढेर भवन) में मंगलवार दोपहर महासभा के अध्यक्ष श्री आर.बी. चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इस आमसभा में तमिलनाडु की समस्त बढेरो के पदाधिकारियों एवं महासभा के सदस्यों ने भाग लिया गया। आमसभा की कार्यवाही प्रारंभ करते हुए महासभा के कोषाध्यक्ष श्री बिंजारामजी परिहारिया ने अपने उद्बोधन में दो दिन पूर्व बेंगलुरु की लिंगराजपुरम बडेर में चेत बंदे पत्रिका द्वारा आयोजित कैरियर काउंसलिंग एवं सामाजिक अधिवेशन के दौरान हुए एक घटनाक्रम का उल्लेख किया। इस कार्यक्रम में चेत बंदे पत्रिका के निमंत्रण पर भाग लेने पहुंचे, तमिलनाडु की पच्चास वढेरो का प्रतिनिधित्व करने वाले सीरवी समाज महासभा के महासचिव श्री वीरेन्द्र जी पंवार के साथ मंच पर हुए दुर्व्यवहार पर चर्चा की।
आमसभा में मोजूद सभी सदस्यों ने श्री वीरेन्द्र जी पंवार के हाथों से माइक छीने जाने की घटना की एक स्वर में निंदा की। आमसभा में उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने चेत बंदे पत्रिका के संपादक मंडल से माफी मांगने की मांग की। महासचिव श्री वीरेन्द्र जी पंवार का मंच पर किया गया अपमान तमिलनाडू के सम्पूर्ण सीरवी समाज का अपमान है।
सभी सदस्यों ने आयोजन कर्ताओं ओर चेत बंदे पत्रिका संपादक मंडल की कड़े शब्दों में आलोचना की। इस बैठक में सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव पारित कर यह निर्णय लिया गया कि तमिलनाडू की प्रत्येक बडेर द्वारा प्रथक निंदा प्रस्ताव पारित किया जाएगा ओर उक्त प्रस्ताव की प्रतिलिपि सीरवी समाज महासभा के माध्यम से सीरवी महासभा कर्नाटक को तथा लिंगराज पुरम बडेर को आगे की कार्यवाही के लिए प्रेषित की जाएगी।
चेत बंदे पत्रिका के तमिलनाडु में आयोजित होने वाले आगामी कार्यक्रमों पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई हैं। जब तक आयोजन समिति द्वारा पत्रिका के आगामी संस्करण में माफीनामा प्रकाशित नहीं किया जाता है तब तक इस पत्रिका का सीरवी समाज तामिलनाडु द्वारा बहिष्कार जारी रहेगा।
आमसभा में मोजूद सभी वक्ताओं ने आह्वान किया कि चेत बंदे पत्रिका पढ़ने वाले राज्य के सभी पाठक कार्यवाही नहीं होने पर अपना सब्सक्रिप्शन रद्द करेंगे। महासभा की तरफ से एक मौखिक विज्ञप्ति जारी कर चेतबंदे पत्रिका के सहयोगी सदस्यो से सामाजिक एकता के खातिर अपने इस्तीफे देने के मांग की जायेगी। तथा राष्ट्रीय स्तर पर सीरवी समाज की सभी संस्थाओं से इस घटना के बाबत कार्यक्रम रखकर आलोचना करने की अपील की गई।
चेत बंदे के संपादक एवं संस्थापक द्वारा जगह-जगह पर माइक छिनने की प्रवृत्ति से बाज आने के लिए चेतावनी भरा पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा।
परम आदरणीय दीवान श्री माधवसिंह साहब से भी निवेदन किया जायेगा कि आपकी उपस्थिति में ऐसा कार्य बार-बार हो रहा है। किसी भी मंच पर एक वक्ता को आप मिनटों एवं सैकेंड में नहीं बांध सकते हैं, क्या यह उचित है। इस बात पर एक पत्र दीवान साहब को भी लिखा जाएगा। समय सीमा की बात करते हैं तो वीरेंद्र जी पंवार का भाषण के दस मिनट भी पुरे नहीं हुए थे, यदि एक या दो मिनट की मांग करने पर दे भी देते या ज्यादा हो भी जाते तो क्या फर्क पड़ जाता था। इस बात पर भी दीवान साहब से जवाब पूछा जाएगा। सभी पदाधिकारियो ने एक स्वर में पूरे भारतीय सीरवी समाज से अपील कि है की ऐसी घटनाओं पर एक स्वर में आवाज उठाकर विरोध दर्ज करें ।अन्यथा समाज के लिए यह एक घातक प्रवृत्ति पनप रही है।जिसका दुष्परिणाम आगे क्या हो सकता है आप सभी इसका अंदाजा लगा सकते हैं। महासभा ने अपील कि हैं कि इस वक्त समाज में एकता की आवश्यकता है । राष्ट्रीय स्तर पर समाज के लोग आगे आकर समाज में एकता का परिचय दें।
सीरवी समाज महासभा तमिलनाडु