डॉ. बी.आर. चौधरी (सीरवी बर्फा) साहब को राज्य सरकार द्वारा पुनः कुलपति पद पर नियुक्ति प्रदान करने के उपलक्ष्य पर हार्दिक बधाई

उचियार्डा,बिलाड़ा के यशस्वी सपूत
जोधपुर निवासी, समाज एवं मारवाड़ रत्न..
माननीय कुलपति महोदय
*“डॉ. बी.आर. चौधरी साहब”*
*(सीरवी, बर्फा साहब) को कुलपति पद से सेवानिवृत्ति पश्चात् राज्य सरकार द्वारा पुनः कुलपति पद पर नियुक्ति प्रदान करने के उपलक्ष्य पर श्रीमान् रुपसिंह जी परिहार- नगर पालिका अध्यक्ष महोदय बिलाड़ा के नेतृत्व मे स्वजातिय बन्धुओं ने ह्रदय से बधाई के साथ किया सविनय अभिनन्दन।*

*साथ ही बनाड़ रोड़ पर निर्माणाधीन सामाजिक भवन का किया अवलोकन।*

डॉ. बी.आर. चौधरी (सीरवी बर्फा) साहब को राज्य सरकार द्वारा पुनः कुलपति पद पर नियुक्ति प्रदान करने के उपलक्ष्य पर हार्दिक बधाई

दिनांक 03.10.2022 को नगर पालिका बिलाड़ा के अध्यक्ष आदरणीय श्री रुपसिंह जी परिहार साहब के साथ ही पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष- श्री मनोहरसिंह जी हाम्बड़, कृषि उपज मण्डी व्यापार संघ बिलाड़ा के अध्यक्ष- श्री तरुण जी मुलेवा तथा वृक्ष बन्धु / प्राणी मित्र, समाज सेवी- श्री गोविन्दराम जी काग (प्रबन्ध निदेशक AMTTC) बिलाड़ा से पधारे तथा आपके साथ ही सीरवी समाज जोधपुर के उपाध्यक्ष श्री जयराम जी लालावत (सेवानिवृत लेखाधिकारी), आईजी सेवा संस्थान जोधपुर के सचिव (शिक्षा)- श्री गोपीलाल जी सिंदड़ा (सेवानिवृत्त सहायक प्रशासनिक अधिकारी) एवं श्री माधुराम चोयल, कोषाध्यक्ष- ओमप्रकाश पंवार तथा डॉ. प्रकाश चौधरी (भारत हॉस्पिटल) इत्यादि जोधपुर के बीजेएस स्थित डॉ. बी.आर. चौधरी साहब के निवास- विद्यानगर पहुँचे तथा कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर के पुनः कुलपति नियुक्त होने के उपलक्ष पर डॉ. बी.आर. चौधरी साहब का मुँह मिठा करवाकर एवं माल्यार्पण कर हार्दिक अभिनन्दन करते हुए बहुमान किया।

श्री रुपसिंह जी परिवार साहब ने बधाई देते हुए फरमाया कि आप- डॉ. बी.आर. चौधरी साहब सादा जीवन एवं उच्च विचारों के साथ ही ईमानदारी एवं अनुशासन प्रिय राजकीय सेवा की अति प्रेरणात्मक मूरत है।
आदरणीय श्री मनोहरसिंह जी हाम्बड़ व जयराम जी लालावत साहब ने कहा कि.. ऐसे गौरवमयी पदों हेतु सैकड़ो अभिशंषाऐं भी की जाती है जिसमे राजनैतिक ध्रुवीकरण की भूमिका भी प्रबल हो जाती है। लेकिन सरकार निःसन्देह उत्तम कार्यशैली के व्यक्तिव के धनी को ही उचित स्थान देती है।
सेवाभावी वृक्षबन्धु- श्री गोविन्दराम जी काग साहब ने फरमाया कि..
यस्तु क्रियावान पुरुषःस विद्वान्
अर्थात
जो पुरुष क्रियाशील है,वही विद्वान है।
DEDICATED HARD WORK WITH SINCERITY LEADS TO SUCCESS PROGRESS AND PROSPERITY

अतः हम समस्त स्वजातिय एवम आम जन राज्य सरकार एवं महामहीम राज्यपाल महोदय के भी बहुत-बहुत आभारी है।
योग्य व्यक्तित्व का सानिध्य प्रदान होने पर निःसन्देह समुचे कृषि विभाग में नये आयाम स्थापित हुए है तथा और भी अविस्मरणीय एवं ऐतिहासिक आयाम स्थापित होंगे।

डॉ. बी.आर. चौधरी साहब ने अभिनन्दन पश्चात् साभार धन्यवाद देते हुए फरमाया कि हमें अपने कर्तव्य के प्रति सदैव निःस्वार्थ भाव से सत्य निष्ठा, कड़ी मेहनत एवं ईमानदारी के साथ दृढ संकल्पित होकर अपने कर्तव्यों का जीवन भर पालन करना चाहिए, परिणाम निश्चित ही सफल एवं सार्थक होते है, जिससे हर मंजिल आसान होती है।
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*बिलाड़ा से पधारे हुए अतिथिगण बनाड़ रोड़ पर निर्माणाधीन श्री आईमाता मन्दिर / कोचिंग सेन्टर एवं विश्राम गृह भी पधारे तथा भवन का अवलोकन किया।*

धार्मिक, सामाजिक एवं मानवीय सेवाओं की दृष्टी से उक्त निर्माणाधीन भवन को अतिथिगणो ने बहुपयोगी बताते हुए भवन की शीघ्र प्रगति बाबत मां आईजी से शुभकामनाऐं की तथा उक्त पावन पुण्य सामाजिक धरोहर के विकास हेतु योगदान देने वाले जोधपुर शहर के स्थानीय योगदानदाताओं के साथ ही विशेषतः बैंगलोर एवं चैन्नई के भामाशाह जिन्होने हाल ही इस भवन हेतु विशेष एवं अविस्मरणीय योगदान दिया है उनके साथ ही समस्त योगदानदाताओं व कार्यकर्ताओं को ह्रदय से धन्यवाद देते हुए साभार अभिनन्दन व्यक्त किया।

*संक्षिप्त जीवन परिचयः-*
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माननीय कुलपति महोदय
*डॉ. बी.आर. चौधरी साहब*

माननीय श्री बगदाराम जी सीरवी बर्फा साहब बेरा- बर्फो का खारचिया, उचियार्डा, बिलाड़ा के मूल निवासी है तथा वर्तमान मे जोधपुर के बीजेस स्थित विद्यानगर में निवास करते है। आपके परम् पूज्य पिता श्री राजूराम जी (जागरुक किसान) व परम् पूज्या माताजी श्रीमती भानी देवी (प्रकृति प्रेमी)

आपने प्रारम्भिक से उ.प्रा. तक शिक्षा ग्राम उचियार्डा से तथा 11वीं कक्षा रा.उ.मा.वि. बिलाड़ा से विज्ञान विषय मे विशेष योग्यता के साथ सन् 1979 में उत्तीर्ण की।

आपने उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु बिलाड़ा डेयरी में कुछ समय नौकरी भी की तथा राजस्थान कृषि महाविद्यालय, उदयपुर से सन् 1984 मे बी.एस.सी. (कृषि) की परीक्षा में प्रथम श्रेणी से तथा सन् 1987 मे एम.एस.सी. (कृषि पौध प्रजनन एवं अनुवांशिकी) की परीक्षा भी प्रथम श्रेणी (ऑनर्स) से उत्तीर्ण की।

आप सन् 1987 में कृषि अनुसंधान केन्द्र (राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय) मण्डोर में वरिष्ठ तकनीकी सहायक के पद पर अस्थायी रुप से नियुक्त हुए तथा 1989 मे आपकी स्थायी नियुक्ति सहायक प्रोफेसर के पद पर कृषि अनुसंधान केन्द्र मण्डोर, जोधपुर मे हुई।

आप सन् 2014 मे कृषि विश्व विद्यालय में डायरेक्टर बने, जो समाज के लिए गौरव का विषय रहा।
सादगी, कर्तव्य निष्ठ, ईमानदार एवं कृषि अनुसंधान क्षेत्र में बाजरा, तुम्बा इत्यादि फसलों की नई प्रजाति विकसित करने के लिए सदैव समर्पित होकर कृर्ष फार्म (विश्वविद्यालय / कॉलेजों) में काम पर लगे रहते है। इन्ही सेवा भावना, व्यवहार कुशलता एवं अनुशासन प्रिय, ईमानदारी के कारण सन् 2019 में राजस्थान सरकार ने आप श्रीमान् जी को कृषि विश्व विद्यालय, जोधपुर के कुलपति नियुक्त किये गये। जो समस्त सीरवी समाज के लिए अत्यन्त गौरव एवं सम्मान की बात है। आप सच्चे अर्थो मे सीरवी समाज के गौरवमयी रत्न है।

अपने सेवाकाल मे रहते हुए सन् 1997 मे पी.एच.डी. की डिग्री प्राप्त की। आपकी पदोन्नति सन् 2006 में सहा. प्रोफेसर पद पर हुई तथा सन् 2012 मे प्रोफेसर बने। परिश्रमी, लगनशील एवं अपने अनुसंधान के प्रति समर्पित डॉ. बरफा साहब ने कृषि अनुसंधान केन्द्र, मण्डोर में “प्रधान वैज्ञानिक” – अखिल भारतीय तिल अनुसंधान परियोजना के पद को सुशोभित किया जिस पर सम्पूर्ण अनुसंधान दल पर कृषि विभाग को भी नाज, ताज रहा। आपने विभिन्न फसलों पर अनुसंधान कार्य करते हुए राजगिरा की आर.एम.ए.– 4, व आर.एम.ए.-7, ग्वार की आर.जी.एम. 122 मुंगफली की टी.जी. 39, मिर्च की आर.सी.एच.1, तिल की आर.टी. 127 व बाजरा की एम.बी.सी.2 इत्यादि किस्में विकसित करने मे योगदान दिया। आपके करीब 40 शोध पत्र देश-विदेश की पत्र पत्रिकाओं मे भी प्रकाशित हो चुकें है। आपने मार्च 2007 में चीन के वुहान शहर मे आयोजित अन्तराष्ट्रीय राया सम्मेलन मे अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया।

प्रोफेसर डॉ. बी.आर. बर्फा साहब पर सम्पूर्ण सीरवी समाज को गर्व है। आपका संघर्षशील जीवन उन सभी के लिए एवं विशेषतः आज के युवाओं के लिए अति प्रेरणाश्रोत है, जो विभिन्न प्रतिकूल परिस्थितियों / संकटो के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते है।

इसी स्वरुप मेः-
मेहनत कररे मानवी, मेहनत राखे मान,
बिन मेहनत रीजे नही, गुरु धणी भगवान

उपरोक्त पंक्तियों को साकार करते हुए अपने आदर्श सिद्धांतो पर अडीग रहते हुए साहस, संघर्षशील एवं धैर्यवान (तप, त्याग, तपस्या एवं तितिक्षा) के साथ श्री बर्फा साहब ने अपने जीवन मे कभी हार नही मानी।

सीरवी समाज के इतिहास में विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति बनकर तथा सेवानिवृत्ति पश्चात पुनः कुलपति के गौरमयी पद पर नियुक्त्ति पाकर आपने एक स्वर्णिम इतिहास बनाया है, मिशाल कायम की। इस महत्ति उपलब्धी पर सम्पूर्ण समाज एवं आमजन गौरवान्वित है।

उचियार्डा ग्राम के यशस्वी सपूत, समाज एवं मारवाड़ रत्न.. माननीय डॉ. बी.आर. चौधरी साहब ने इतिहास के सुनहरे पृष्ठों में अपना नाम पूरे भारत वर्ष मे चिरस्मरणीय करते हुए हम सभी के लिए प्रेरणाश्रोत बनके सम्पूर्ण सीरवी समाज मे यश कीर्ति स्थापित की है। सम्पूर्ण समाज एवं आमजन आपके बहुत-बहुत आभारी है तथा रहेंगे। ईश्वर से प्रार्थना.. आपके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की मंगलकामनाऐं करते है।
पुनः सविनय सादर अभिनन्दन

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