तमिलनाडु / चैन्नई -तिरुपति राष्ट्रीय राजमार्ग सोलह पर स्थिति शिव-पार्वती की नगरी उत्तकोटै के समीप बसे सुरटपल्ली गाँव मे सीरवी समाज की आराध्य देवी श्री आईमाताजी की असीम कृपा से समाज के बाशिंदों ने 16100 वर्गफुट क्षेत्रफल का भूखंड अतीत में क्रय किया था।
श्री सीरवी समाज-ऊतकोट्टई के अधीनस्थ सदस्यों में से अधिकतर सदस्य तमिलनाडु की सीमा के अंदर बसने वाले है।हालाँकि समाज का जो भूखण्ड सुरटपल्ली में हैं वह भौगोलिक रूप से आंध्रप्रदेश की सीमा में स्तिथ है।सुरुट्टपल्ली तमिलनाडु राज्य की सीमा से महज 600 मीटर की दूरी पर आन्ध्रप्रदेश राज्य की सीमा के अंदर बसा हैं।इस भुखंड पर *श्री आईमाता मंदिर(बडेर)* के नवनिर्माण के क्रम में श्री सीरवी समाज-उत्तकोटै द्वारा दिनांक 4 फरवरी 2022 शुक्रवार को रात्री मे सदस्य स्वजातीय बंधुओं द्वारा भजन संध्या एवं विभिन्न बोलियों का आयोजन रखा गया। दिनांक 5 जनवरी 2022, माह सुदी ५ (वसंत पंचमी) की पावन तिथि के अवसर पर प्रातः चार बजे अभीजीत मुहूर्त मे पंडित रवि गुरुकुल शास्त्री एवं उनके सहयोग पंडितो द्वारा गणेश वंदना के साथ माँ आईजी की वंदना एवं यज्ञ हवन कर शास्त्रानुसार मंत्रोच्चार से भूमि पूजन कर मंदिर का शिलान्यास किया गया।सीरवी समाज- उतकोटे के वर्तमान सचिव ने बताया कि उनके संगठन में कुल साठ सदस्यों हे जो माला के धागे में पिरोये गए मोतियों की तरह समाज में एकता की एक अदभुत मिसाल है।इसी एकता ओर अखंडता की बदौलत यह संभव हो पाया। इस समारोह मे समाज के गणमान्य लोगों की महती उपस्थिति मे हवन यज्ञ कर आम सभा एवं प्रसादी का आयोजन किया गया।श्री आईमाताजी के भव्य मंदिर के निर्माण का कार्य प्रसिद्ध शिल्पकार भरत सुमेरपुर के नेतृत्व में निष्पादित किया जाएगा।इस भव्य मंदिर का निर्माण 1420 वर्ग फ़ीट क्षेत्रफल में किया जाएगा।मंदिर निर्माण में विश्व प्रसिद्ध जोधपुर के लाल पत्थर का उपयोग किया जाएगा। मंदिर का निर्माण कार्य लगभग डेढ़ वर्ष में सम्पूर्ण होने का अनुमान है।मंदिर शिलान्यास के इस ऐतिहासिक सुअवसर पर अध्यक्ष श्री रूपारामजी परिहार, सचिव श्री घेवरलालजी राठौड़, कोषाध्यक्ष श्री सोहनलालजी हाम्बड़, सलाहकार श्री पुखराजजी गेहलोत श्री देवारामजी हाम्बड़ और अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थिति रहे।
प्रस्तुति :- रमेश काग ( ताम्बरम )
सह संपादक – सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डाॅट काॅम