मजदूर हमारे समाज का वह भाग है जिस पर समस्त आर्थिक उन्नति टिकी होती है, चेतना राज

July 17, 2019
प्रस्तुति : चेतना राज (व्याख्याता राजनीती विज्ञान ) अंधविश्‍वास जाग रहे है और समाज सो रहा है ! एक गरीब आदमी कड़ी मेहनत, मजदुरी कर के पाई-पाई जमा करता है ताकि उसके बाल बच्चों का लालन-पालन अच्छे से अच्छा हो । ऐसी सोच हर मां-बाप की होती है । लेकिन कई बार हालात ऐसे खेडे़…

वेबसाइट संस्थान के सामाजिक ग्रुप सुसंचालन के सम्बन्ध मे निवेदन है

July 16, 2019
सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डॉट कॉम आदरणीय स्वजातीय बन्धुओं सादर नमस्कार वेबसाइट संस्थान के सामाजिक ग्रुप सुसंचालन के सम्बन्ध मे निवेदन है कि सामाजिक मामलो मे सर्वश्री स्वजातीय बन्धुओं की राय के अनुरुप निर्णय लेकर कार्य करना आवश्यक है तथा आज के इस तकनीकी युग मे वॉट्स एप, फेस बुक तथा वेबसाईट ईत्यादि के माध्यम…

समाजबंधुओं की तरक्की, सामाजिक सुरक्षा और समाज संस्कृति की रक्षा के खातिर…

July 10, 2019
सीरवी म समाजबंधू आर्थिक रूप से अन्य कई समाजों के मुकाबले संपन्न है अर्थात धनि है, धनवान है, ज्ञानी है, दानी है, बुद्धिमान है, चारित्रसम्पन्न है, सुस्वभावी है, शिक्षित (एज्युकेटेड) है, मिलनसार है, ईमानदार है, व्यापार में होशियार है, मेहनती है फिर भी समाज दिन-ब-दिन पिछड़ता जा रहा है, अपनी पहचान को, अपने गौरव को…

मंदिर प्राण प्रतिष्ठा , मृत्यु भोज , शादियों पर फिजूलखर्ची – उत्सव बन गया अभिशाप – चुन्नीलाल सैणंचा

June 18, 2019
श्रीमानजी वआदरणीय पदाधिकारियों दानदाताओं व समाजबंधुओ संपूर्ण सिरवी समाज को नमन करते हुए। मुझे हमारे समाज को ये बताते हुए अत्यंत खुशी व गम दोनों ही हो रहा हैं, कि हमारे समाज में बङे बङे मन्दिर व बडेर बनाये जाते हैं! और धूमधाम से प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न करते हैं, फिर हम साल दर साल…

समाज ने लागगी नाता जैड़ी डाकण

March 26, 2019
आज भी अपोणो समाज पिछड़ियों क्यू हैं ? कि समझ में नी आवें ! आज सीरवी समाज दुसरी समाजो सूं पूजा पाठ, व्यापार-व्यवहार, खावण-पीवण बुद्धि हर तरह सू लारे नी है, पण तो भी सोचों तो लागे कि समाज दूसरी समाजों सू आज भी लारे है ! ओ क्यू लागे ? कदेई आप भी विचार…

Recent Posts