समाज के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा आवश्यक:

October 7, 2020
आज जिसको देखो समाज के विकास की बात करता है जिसमे, बड़े-बूढे, शिक्षित, अशिक्षित, डाक्टर, इंजीनियर, वकील, राजपत्र अधिकारी सभी शामिल है। यदि किसी से पूछा जाये कि आपने समाज के विकास के लिये क्या किया तो व्यक्ति बताता है कि मै फलाणा फलाना संस्थाओ/संघो/संगठनो (एक से अधिक) मे पदाधिकारी हूं और समाज की सेवा…

आखिर समाज में छात्रावास की जरुरत ही क्याें है।

September 30, 2020
  आखिर समाज में छात्रावास की जरुरत ही क्याें है। शिक्षा किसी भी समाज का आईना है। शिक्षित समाज यानि विकसित समाज की भावना से समाज में शिक्षा के विकास की अवधारणा काे व्यक्तिगत विकास की अवधारणा के साथ साथ लेना हाेग। किसी समाज का विकसित होना इस बात पर निर्भर करता है की हम…

समाज एक पढ़ा लिखा अनपढ़ तबका खुद के तानाशाही विचारो को समाज पर जबरदस्ती थोपना

February 19, 2020
समाज की कुछ छोटी सी मानसिकता जो अक्सर परेशान करती है। यह कहना भी पूर्णतः गलत होंगे कि समाज इन सब से उबरने के लिए कुछ नही कर रहा क्यो कि समाज का एक पढ़ा लिखा तबका समाज को नई दिशा प्रदान करने की कोशिशों में लगा हुआ है और वो निरंतर सफलताओ की अग्रसर…

शिक्षा,समझ और सामाजिक समरसता

February 6, 2020
सर्व प्रथम मेरा सीरवी समाज के  सभी कर्णधारों, भामाशाहो,शिक्षाविदों और सामाजिक सेवार्थ कार्य से जुड़े निष्काम कर्मयोगियों को सादर चरण वंदन-अभिनंदन । आप सभी की विराट सोच,त्याग और अर्पण से सीरवी समाज ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है।समाज के लोगों के सामाजिक हित की सोच से ही समाज के बड़े-बड़े छात्रावास और…

शिक्षा,समझ और सामाजिक समरसता

February 3, 2020
सर्वप्रथम मेरा सीरवी समाज के  सभी कर्णधारों, भामाशाहो,शिक्षाविदों और सामाजिक सेवार्थ कार्य से जुड़े निष्काम कर्मयोगियों को सादर चरण वंदन-अभिनंदन । आप सभी की विराट सोच,त्याग और अर्पण से सीरवी समाज ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है।समाज के लोगों के सामाजिक हित की सोच से ही समाज के बड़े-बड़े छात्रावास और शिक्षण…

समाज में शिक्षित स्त्री औऱ पारम्परिक पारिवारिक मूल्यों पर प्रभाव

December 20, 2019
अपना देश विश्व में अपने सांस्कृतिक विरासत के उच्च आदर्श मूल्यों के लिए प्रसिद्ध है।इस देश के आदर्श मूल्य,परम्पराए औऱ सामाजिक प्रतिमान एक अनमोल धरोहर की तरह है।इस देश में मूल्य,परम्पराए औऱ सामाजिक प्रतिमान आनुवांशिक गुणों की तरह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानांतरित होते आए है। यह सही है कि समय के साथ…

राष्ट्र निर्माण और शिक्षक

September 5, 2019
राष्ट्र निर्माण और शिक्षक । भारत के महान विचारक,चिंतक,शिक्षक,लेखक औऱ श्रेष्ठ प्रशासक के रूप में विख्यात महापुरुष चाणक्य ने शिक्षक समाज के संदर्भ में कहा था कि,"शिक्षक गौरव घोषित तब होगा,जब ये राष्ट्र गौरवशाली होगा,औऱ ये राष्ट्र गौरवशाली तब होगा,जब ये राष्ट्र अपने जीवन मूल्यों एवं परम्पराओ का निर्वाह करने में सफल एवं सक्षम  होगा…

हमारे जीवन मे शिक्षा का महत्व:-?

August 29, 2019
प्रेसक :- माधवराम सीरवी s/o पुनारामजी काग् मरुधर मे तहसील जैतारण, गाव हुनावास खुर्द स्थाई पता:- श्रीकृष्णा ईलेक्टिकल्स्  # 17/1 मेन रोड़ सुलतानपालिया आर टी नगर पोस्ट बैंगलोर 560032 हमारे जीवन मे शिक्षा का महत्व:-? प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान हैं.,,किसी भी व्यक्ति का जीवन स्तर भी उसकी शिक्षा…

हमारे जीवन में शिक्षक का क्या महत्व हैं?

August 28, 2019
प्रस्तुति - अर्चना सीरवी परमार सुपुत्री श्री राधेश्याम जी परमार जिला बड़वानी (अंजड़) मध्य प्रदेश शिक्षा - b.sc (बायो), डीएलएड शीर्षक - शिक्षक का महत्व: कैरियर और बिज़नस में सफल होने के लिए शिक्षक हमारे जीवन में अहम भूमिका निभाते है। एक अच्छा शिक्षक समाज में अच्छे इंसान बनने और देश के अच्छे नागरिक बनने…

शीर्षक:-बिन पुरुषार्थ सफलता कहाँ? किसी कवि ने क्या खूब लिखा है कि “बिना काम के मुकाम कैसा? बिना मेहनत के,दाम कैसा? जब तक ना हासिल हो मंजिल, तो राह में,राही आराम कैसा?

August 24, 2019
  शीर्षक:-बिन पुरुषार्थ सफलता कहाँ? किसी कवि ने क्या खूब लिखा है कि "बिना काम के मुकाम कैसा? बिना मेहनत के,दाम कैसा? जब तक ना हासिल हो मंजिल, तो राह में,राही आराम कैसा? यह हर उस व्यक्ति के लिए सफलता का बड़ा मूलमंत्र है जो पुरुषार्थ को साथ लेकर ढृढ इरादों से मंजिल की धुन…

Recent Posts