निबंध:-शिक्षा हमें अपनी मुश्किलों से आगे देखना सिखाती है। शिक्षा एक प्रकाश का वह स्रोत है जो जीवन के…..

February 21, 2025
निबंध:-शिक्षा हमें अपनी मुश्किलों से आगे देखना सिखाती है। शिक्षा एक प्रकाश का वह स्रोत है जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हमारा सच्चा पथ प्रदर्शक करती है।शिक्षा हमें अज्ञानता से बाहर निकालती है।शिक्षा अंधेरे से उजाले की ओर ले जाती है।हम सब शिक्षा की महत्ता जानते है।शिक्षा एक दिव्य प्रकाश पुंज है जिससे सर्वत्र…

।।समृद्ध सोच और सामाजिक उत्थान(८)।।

February 13, 2025
।।समृद्ध सोच और सामाजिक उत्थान(८)।। राष्ट्र और समाज का कल्याण उसके नागरिकों की विराट सोच और विशाल सहृदयता से किए गए त्याग और अर्पण पर निर्भर होता है। सामाजिक उत्थान - कल्याण के लिए यह आवश्यक है कि समाज के हर नागरिक को अपने समाज की सांस्कृतिक विरासत,प्रतिमानों,मूल्यों और परम्पराओं पर गर्व हो और व्यक्ति…

समृद्ध सोच और सामाजिक उत्थान(६)।। समृद्ध सोच का उद्भव अचानक नहीं हो सकता है। जो व्यक्ति स्वयं को बीते कल से बेहतर बनाने का संकल्प लेता हैं उसी की सोच में बदलाव आ सकता है

January 28, 2025
।।समृद्ध सोच और सामाजिक उत्थान(६)।। समृद्ध सोच का उद्भव अचानक नहीं हो सकता है। जो व्यक्ति स्वयं को बीते कल से बेहतर बनाने का संकल्प लेता हैं उसी की सोच में बदलाव आ सकता है। उसी की सोच श्रेष्ठ और समृद्ध हो सकती है। समृद्ध सोच के लिए व्यक्ति को स्वयं में खो जाने की…

Mistake of date of birth : Manohar Seervi

November 9, 2024
जन्मतारीक का गड़बड़झाला हमारा जमाना भी क्या जमाना था। बचपन में घर बाहर में ही धूम धमाचौकड़ी करते रहते और पांच बरस के होते होते फिर कहीं स्कूल की बात माता-पिता को याद आती थी। स्कूल भी सरकारी होते थे और बस घर में से कोई भी जाकर प्रवेश करा देता था। हमारे साथ भी…

बिजनेस और मेंटल हेल्थ: संतुलन बनाए रखने के उपाय:– रमेश सीरवी चाणोद

September 8, 2024
*बिजनेस और मेंटल हेल्थ: संतुलन बनाए रखने के उपाय:--* आज के समय में बिजनेस चलाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। चाहे वह मेडिकल दुकान हो, किराना दुकान, हार्डवेयर दुकान या मिठाई की दुकान—हर बिजनेस में कड़ी प्रतिस्पर्धा, समय की मांग, और ग्राहकों की उम्मीदों को पूरा करना जरूरी है। इस बीच, मानसिक रूप से स्वस्थ रहना…

आज हम तो मां आईजी और उनके नियमों पर पूर्ण विश्वास रखते हैं उन्हें मानते हैं लेकिन विशेषकर हम अपने बच्चों में ये विश्वास नहीं जगा पाएं हैं।

September 4, 2024
सादर नमस्कार मां आईजी के सभी भक्तों ,आईपंथी अनुयायियों को मां आईजी के 609 वें अवतरण दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। प्रति वर्ष की भांति इस बार भी विभिन्न स्थानों पर मां आईजी के दरबार बडेरों (मंदिरों) में सभी अपने अपने श्रद्धा सामर्थ्य अनुसार मां आईजी के अवतरण दिवस यानी भादवी बीज महोत्सव को…

श्री आईमाता जी भेल(धर्म रथ):-एक युगान्तकारी पहल

April 7, 2024
श्री आईमाता जी ने अपने भक्तों को धर्म व आध्यात्म के उत्तम नियम बताए जिन्हें हम श्री आईपंथ के सिद्धान्त या नियम कहते है।श्री आईमाता जी ने श्री आईपंथ के नियमों के प्रचार-प्रसार के लिए भेल(धर्म रथ) की शुभ शुरुआत की। आध्यात्मिक धर्म रथ ने समाज में धर्म, आध्यात्म और जीवन दर्शन की त्रिवेणी का…

।।श्री आईमाता जी भेल(धर्म रथ):-एक युगान्तकारी पहल(१३)।।

February 23, 2024
श्री आईमाता जी का भेल(धर्म रथ) की शुभ शुरुआत ने समाज में धर्म व आध्यात्मदर्शन की पावन सरिता का प्रवाह किया है।श्री आईमाता जी द्वारा की गई इस शुभ शुरुआत ने समाज के जन-जन में धार्मिक आस्था और विश्वास में अभिवृद्धि की और श्री आईपंथ के नियमों के प्रचार-प्रसार से लोग नैतिक मूल्यों से आबद्ध…

श्री आईमाता जी भेल (धर्म रथ):- एक युगान्तकारी पहल

February 18, 2024
श्री आईपंथ का नवाँ नियम है:-"नव पर नारी माता जाणो।" आराध्य देवी श्री आईमाता जी ने धर्म व आध्यात्मदर्शन का उपदेश देते हुए कहा था कि -"आप सगळा लोग नेकी पर चालजो और नारी जाति रो मान राखजो तथा पर नारी को माता समझना।" भारतीय संस्कृति में उज्ज्वल चरित्र को सर्वोच्च पायदान पर रखा है…

श्री आईमाता जी भेल(धर्म रथ):-एक युगान्तकारी पहल

February 16, 2024
श्री आईपंथ के सिद्धान्त या नियम सुकूनदायी व आनंददायी जिंदगानी का अमृत रस पान है।जो व्यक्ति श्री आईपंथ के सिद्धांतों या नियमों की पूर्णतःपालना करता है उसका जीवन सदा सुख-समृद्धि से सुवासित हो जाता है।उस व्यक्ति के जीवन में सुख-चैन और शान्ति छा जाती है। श्री आईपंथ के नियम सुखद जिंदगानी का सार तत्व है।…

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