आज मैं अपने अंतरराष्ट्रीय पहल पर कार्य करने के अनुभव से अपने समाज के सभी विद्यार्थी, नौजवान और सबसे महत्वपूर्ण सभी विद्यार्थी के मां-बाप से कहना चाहता हूं। आज समाज में काफी कुशल मेहनती विद्यानिपुण छात्र/छात्राएँ,नौजवान, खिलाड़ी और व्यवसाई है। किंतु आज विश्व जिस गति से आगे बढ़ रहा है उस गति से हमारा समाज नहीं बढ़ पा रहा है इसका प्रमाण आज हम हमारे आसपास चर्चित कीर्तिमान लोगों को देख सकते है उनका समाज देख सकते हैं। आज समाज में सब कुछ निपुण,सदृढ विद्या प्रविण छात्र/छात्राएँ हैं किंतु सभी लगभग एक दायरे में अपन करियर बनाए हुए हैं हमें समाज के छात्र/छात्राएं को मार्गदर्शन करके विश्वपटल पर लाना होगा,आज हमारे छात्र/छात्राओं को अवसर चाहिए कि वह सभी अपने क्षेत्र में निपुणता के आधार पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीर्ति स्थापित करें।
अवसर एवं मेहनत दो पहलू है समझना जरूरी है। अवसर सभी को मिलते हैं किंतु हमारा समाज या समाज की परंपरा अंतरराष्ट्रीय स्तर की मेहनत को समझ नहीं पा रही है। जिसके फलस्वरूप एक लोगों को छोड़कर हमारा समाज पीछे रह गया है।
विश्वपटल पर हमें अवसर की चिंता ना करते हुए हमें विश्व स्तर के मेहनत की चिंता करनी चाहिए यह सब मुमकिन है। सिर्फ समाज के मां-बाप से कहना है अपने बच्चों को बड़ा सपना देखने दे और उसको पूरा करने में मदद करें बाकी छात्र छात्राएं कर लेंगे,अपनी मेहनत समाज के विद्वानों से कहना है मार्गदर्शन करें समय समय पर छात्र/छात्राओं को नौजवानों को सही रास्ते पर चलने के लिए बढ़ने के लिए छात्र/छात्राओं से कहना है कि मेहनत कम ना होने दें अवसर सभी के लिए है और इसे अपनी दुददृष्टि विश्व स्तर की रखे और आगे बढ़े।
धन्यवाद। आपका शुभचिंतक
सुरेश जीवाराम जी देवड़ा
( *नेवी ऑफिसर*)
रासयानी ,पनवेल।राज.अजबाजी गुडा़-जोजावर