तहसील मुख्यालय बाली से लगभग 10 किमी दूर पहाड़ों की वादियों में मिरगेसर, पातावा, गुड़ा सीरवियान,पादरला और पीपला के पंचायत मुख्यालय का बड़ा गांव है – *सेवाड़ी।*
लगभग 1200 घर की बस्ती में मात्र चारण और राजपुरोहित नहीं है बाकी सभी जातियों का यहां पर निवास है।
इतने बड़े गांव में, शानदार प्राकृतिक छटा में उपजाऊ जमीन के बावजूद सीरवी समाज का एकमात्र परिवार सेवाड़ी से मिरगेसर मार्ग पर बेरा सांखलो वाला पर बसा हुआ है। गहलोत परिवार के पुराने तीन घर है जिनमें स्वर्गीय गमनाराम जी, चतराराम जी और भूरारामजी पुत्र श्री पूनाराम जी गहलोत यहां बसे हुए हैं अब अगली पीढ़ी में छः घर हुए हैं।
यहां पर श्री आई माताजी का बडेर बना हुआ नहीं है, भूराराम जी के घर में तस्वीर स्थापना की हुई है एवं कुंडी रखी हुई है। कोटवाल जमादारी भी नहीं है,भैल का आगमन भी नहीं होता है, यहां से सीरवी बंधु बाली जाकर अपनी जात करवाते हैं।
यहां से एक मात्र स्वर्गीय श्री गमनाराम जी पूनाजी गहलोत भारतीय डाक सेवा में SBCO पाली के पद पर सरकारी सेवा में रहे थे।
सेवाड़ी से सीरवी समाज का राजनीति में मोह नहीं रहा है इसलिए किसी प्रकार का पद प्राप्त नहीं किया है।
यहां से व्यापार व्यवसाय में मात्र सूरत नगर में तीन परिवार की नई पीढ़ी अपने समाज तथा सेवाड़ी गांव का नाम रोशन कर रहे हैं।
विकास कार्य एवं दक्षिण भारत के संगठनों में भी सेवाड़ी से कोई पदाधिकारी नहीं है।
इस बार श्री राजाराम जी गहलोत बाली के साथ सेवाड़ी का दौरा करने पर एकमात्र मातृशक्ति रुप में कक्षा छः तक पढी लिखी श्रीमती ममता देवी धर्मपत्नी श्री प्रकाश जी गहलोत ने सूचनाएं प्रदान की।
सीरवी समाज सेवाड़ी के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।