तहसील मुख्यालय बाली से 12 किमी दूर भीटवाड़ा, सरथूर, रमणिया, गुड़ा लास, दांतीवाड़ा और टीपरी के मध्य गुड़ा लास पंचायत का गांव है *-पांचलवाड़ा*।
छत्तीस कौम की लगभग तीन सौ घर की बस्ती में सीरवी, राजपूत, जणवा, देवासी, रावणा राजपूत,नाथ, माली, वैष्णव, सुथार, मेघवाल, ढोली, गर्ग और गाडोलिया लौहार यहां पर बसे हुए हैं।
पांचलवाड़ा में सीरवी समाज के लगभग 50 घर है जिनमें सोलंकी, राठौड़, मुलेवा,बरफा और काग यहां निवास कर रहे हैं।
श्री आई माताजी का बडेर पक्का बना हुआ है जिसकी *प्राण प्रतिष्ठा 1985 में* श्री आई माताजी धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई थी।
*बडेर में आगे हाल में भैल को खड़ा करने की समुचित व्यवस्था है अतः यहां भैल सुरक्षित रहती है, पीछे समाज भवन निर्माण हेतु 68 गुणा 37 फीट का भूखंड है जिनमें शौचालय, स्नानघर आदि बने हुए हैं तथा ट्यूबवेल खुदवाया हुआ है,कुल मिलाकर गांव छोटा पर काम मोटा, सभी आवश्यक सुविधाओं में अमीर है।*
यहां पर वर्तमान में *कोटवाल श्री जगारामजी अमराजी राठौड़, जमादारी श्री रतारामजी मूलाजी सोलंकी तथा पुजारी श्री राजारामजी कीकाजी राठौड़* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
*सरकारी सेवा में एकमात्र श्री नेनारामजी गलाजी राठौड़ कृषि विभाग गुजरात में सेवा दे रहे हैं।*
छोटे से गांव के *सीरवी समाज की राजनीति में भी टांग रही है और अन्य गांव में पंचायत होते हुए सरपंचाई की है, यहां से स्वर्गीय श्री मन्नाराम जी नेमाजी मुलेवा गुड़ा लास पंचायत के सरपंच रहे आपके बाद श्री चेनाराम जी मनाजी मुलेवा गुड़ा लास के सरपंच रहे श्री चेनाराम जी बाली तहसील के सरपंच संघ के अध्यक्ष भी रहे*।
व्यापार व्यवसाय में यहां से रानी, मोकमपुरा, अहमदाबाद, सूरत, मुंबई और पुणे में सीरवी बंधु सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।
पांचलवाड़ा से सर्वप्रथम श्री डूंगाराम जी खीमाजी मुलेवा रानी गये, श्री जीवाराम जी अमराजी राठौड़ रानी, श्री घीसूलाल जी मनाजी मुलेवा मुम्बई, श्री भोलाराम जी हरजीजी राठौड़, श्री इन्दाराम जी गमनाजी राठौड़ सूरत गये।
ग्राम विकास के कार्य में श्री चेनाराम जी मन्नाजी मुलेवा द्वारा माताजी ओरण में अवाला निर्माण करवाया गया, श्री धन्नाराम जी पोमाजी राठौड़ द्वारा बाली मार्ग पर गौचर में अवाला निर्माण करवाया गया, श्री डूंगाराम जी खीमाजी मुलेवा द्वारा ओरण में अवाला निर्माण करवाया गया।
दक्षिण भारत के संगठनों के पदाधिकारी रूप में *श्री घीसूलाल जी मन्नाजी मुलेवा हड़पसर पूना बडेर के उपाध्यक्ष रहे, श्री रमेश जी वजाजी राठौड़ खारघर मुम्बई बडेर के वर्तमान में उपाध्यक्ष* पद पर आसीन है।
यहां से *श्री भगाबाबा जी राठौड़ तपस्वी संत* रहे जिनकी तालाब की पाल पर छतरी बनी हुई है, *श्री हेमा महाराज जी राठौड़* बडेर के पुजारी रहे,*भैल* पर भी सेवा दी,आप भी तपस्वी रहे आपकी भी छतरी बनी हुई है और दोनों छतरी पर गांव के नर नारी नमन करते हैं।
पांचलवाड़ा में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का भव्य बधावा किया गया रात में धर्म सभा का आयोजन किया जिसमें माताओं बहनों तथा बांडेरुओं के साथ बच्चों और बच्चियों ने सीरवी समाज का इतिहास और श्री आई माताजी का विस्तृत इतिहास पहली बार पूर्ण मनोयोग से सुना एवं प्रसन्नता व्यक्त की।
पांचलवाड़ा गांव के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आई माताजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।