आई पंथ के बाबा मंडली के श्री महेन्द्र महाराज को मध्य प्रदेश का जति नियुक्त किया।
श्री महेंद्र महाराज को आई पंथ मध्य प्रदेश का जती बनाया
“माही बीज दीवान पद राजे” आज विक्रम संवत 2080 माघ सुदी बीज को बड़ी बीज और बड़ा दिन मानते हैं श्री आई माताजी द्वारा दीवान पद परंपरा की शुरुआत विक्रम संवत 1557 से प्रारंभ की है आज के शुभ अवसर पर राजमहल से पूजन सामग्री पर लाव लश्कर के साथ में धर्मगुरु दीवान साहब छोटे बना श्री किशन सिंह जी, कुंवर देवराज सिंह जी एवं श्री महेंद्र महाराज सहित बढेर में पहुंचे व माताजी के समय से स्थापित सभी देवी के प्रतीक चिन्ह का वैदिक मंत्रों के साथ दीवान साहब, छोटे बना, कुंवर साहब ,बढेर पुजारी प्रेमा बाबाजी, महेंद्र महाराज, पोकर महाराज ने विधिवत पूजन किया यहां से सभा स्थल पर पहुंचे।सभा स्थल पहुंचकर सभी श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। आरती के बाद धर्म सभा मे दिवान साहब ने आई माता जी के बारे में , दीवान पद परंपरा, माताजी द्वारा स्थापित बाबा मंडली का वर्णन किया । आई पंथ धर्मगुरु दीवान माधव सिंह जी ने श्री महेंद्र महाराज को (तांबा पत्थर) परवाना दिया और माता जी के प्रतीक के रूप में छड़ी दी एवं सोने की चेन गले में पहना कर जती पद पर नियुक्त किया सभी उपस्थित जन समुदाय में राजस्थान गुजरात सांचौर बाड़मेर मध्य प्रदेश कर्नाटक तमिलनाडु हैदराबाद तेलंगाना आदि जगहों से छत्तीस कोम के सभी उपस्थित श्रद्धालुओं ने गुरुदेव व जति बाबा जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। आदि जगहों से। 36 काम के लोग उपस्थित थे।
समाज का गौरव श्री महेन्द्र कुमार राठौड़ (कापसी) किसी मनीषी ने सच कहा है- राठौड़ कुल के कुल दीपक बनकर महेन्द्र जी ने, सीरवी सन्देश पत्रिका सम्पादक बनकर सीरवी सन्देश को चमकाया है। किया रौशन नाम पिता श्री मोतीजी व माँ सरजू बाई का, सीरवी सन्देश एवं आईजी प्रसाद की संख्या में नया कीर्तिमान बनाया है।।
उपरोक्त पंक्तियों को सार्थक करने वाले सरल स्वभाव, हसमुख, दृढ निश्चयी, साहित्य प्रेमी, धर्मप्रेमी एवं समाज सेवी कापसी ग्राम के लाडले सपूत, सीरवी सन्देश पत्रिका के सम्पादक, राठौड़ कुल के कुल दिपक श्री महेन्द्र कुमार राठौड़ अपने पिता श्री मोतीलालजी राठौड़ (कोटवाल) की आंखो के तारे माता श्रीमती सरजू बाई के लाडले दूलारे का जन्म 1 जनवरी 1970 को ग्राम कापसी के राठौड़ परिवार में हुआ था। आपने प्राथमिक शिक्षा ग्राम कापसी से, 12वीं कक्षा ग्राम कुक्षी से तथा बी.ए. की डिग्री सन् 2000 में देवी अहिल्या महाविद्यालय कुक्षी व एम.एस. डब्ल्यू (MSW) महर्षि महेश योगी विश्वविद्यालय से सन 2017 से प्राप्त की थी। आपका शुभ विवाह कापसी ग्राम के श्री पेमाजी चौहान की सुपुत्री श्रीमती लीलादेवी के संग 1988 में हुआ था। आपके सफल दाम्पत्य जीवन में दो सुपुत्र श्री जगमोहन (बी.एस.डब्ल्यू ) पुत्र वधू रजनी पोती दिव्य ज्योति पोता तक्ष एवं छोटे पुत्र श्री नटराज (बी.ए.) पुत्रवधू सीमा (बी.ए.एम.ए.बीएड द्वितीय वर्ग शिक्षिका) पोतियां त्रिशीखा, शैलपुत्री है।
शुरु में ही समाज सेवा से जुड़े श्री राठोड़ ने आदर्श सीरवी समाज सेवा संगठन कापसी के संयोजक, धर्म जागरण यात्रा कुक्षी से बिलाड़ा व बिलाड़ा से कापसी तक की साइकिल यात्रा(1600 किलोमीटर लगभग) के अध्यक्ष रहकर नेतृत्व किया (सन 2000) सीरवी नवयुवक मण्डल तहसील कुक्षी के तहसील संयोजक पद पर एवं सन् 2007 में क्षत्रिय सीरवी समाज संगठन तहसील कुक्षी के तहसील अध्यक्ष पद को शुशोभित किया। आप क्षत्रिय सीरवी समाज संगठन धार के जिला संयोजक व अखिल भारतीय क्षत्रिय सीरवी समाज महासभा के प्रदेश प्रतिनिधि एवं उज्जैन योगमाया नवदुर्गा मन्दिर ट्रस्ट के ट्रस्टी, दिवान हरीदास स्मारक ट्रस्ट महेश्वर के उपाध्यक्ष एवं बड़वानी सीरवी छात्रावास के भी ट्रस्टी है। बाल्यकाल से ही आप राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे है और संघ में प्रथम वर्ष शिक्षित किया है और ग्राम कापसी में संघ शाखा के मुख्य शिक्षक तथा कुक्षी तहसील के संघ कार्यवाह रहे हैं। मन् 1992 में अयोध्या में आयोजित कार सेवा में तथा कश्मीर के लाल चौक में झंडा फहराने की तिरंगा यात्रा में सम्मिलित हुए तथा राम सेतु आन्दोलन में बढ़-चढ़कर भाग लेकर अपने परिवार एवं सीरवी समाज का नाम रोशन किया है। आप लम्बे समय से भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकता है एवं कुक्षी ग्रामीण भाजपा के उपाध्यक्ष एवं धार जिला भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य रहे हैं साथ ही किसानों के लिए भारतीय किसान संघ के जिला उपाध्यक्ष पद पर कार्य किया। दिसम्बर 1991 में सीरवी सन्देश सम्पादक मण्डल में सहयोगी सदस्य बनाया। आपकी कार्य निष्ठा, सक्रियता एवं कर्तव्य निष्ठा के कारण अल्प समय में ही सन् 1993 में सह-सम्पादक बनाया।
शुभ दिन 28 सितम्बर 2011 को सीरवी किसान छात्रावास रानी में सीरवी सन्देश चेरिटेबल संस्था द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान समारोह (तृतीय) में पूजनीय धर्मगुरु श्री माधवसिंह जी दीवान साहब एवं समाज रत्न श्री पुखराजजी सीरवी (पूर्व आईजी एवं पूर्व अध्यक्ष मानवाधिकार आयोग), परगना समितियों के अध्यक्षगण, मध्य प्रदेश राज्य के समाज के पदाधिकारी की महत्ती उपस्थिति में फूल मालाओं से लादकर सीरवी सन्देश पत्रिका का सिरमौर पद सम्पादक’ का महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया।
आप सीरवी सन्देश पत्रिका के ऐसे भाग्यशाली प्रथम सम्पादक है जिन्हें पूजनीय धर्मगुरु श्री माधवसिंहजी दीवान ने श्री आई माताजी को साक्षी मानते हुए सम्पादक पद की शपथ दिलायी। प्रथम रंगीन विशेषांक आपके सम्पादक काल में मध्यप्रदेश राज्य का श्री आईमाताजी के नवनिर्मित मन्दिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव नगर कुक्षी का प्रकाशित किया एवं अपने सम्पादक काल में सर्वाधिक रंगीन विशेषांक, सर्वाधिक सीरवी सन्देश पत्रिका के सदस्य बनाना, सर्वाधिक संख्या में रंगीन विज्ञापन एवं सवांधिक संख्या में श्री आईजी प्रसाद डायरियों प्रकाशित कर एक नया कीर्तिमान बनाया है और सम्पादक पद की गरिमा एवं गौरव को बढ़ाया है। इतना ही नहीं आपके कार्यकाल में प्रकाशित पारसी गुटा बडेर में विराजित श्री आईमाताजी का कलेण्डर 2012, श्री सती कागण मां जी कलैण्डर 2013, चमत्कारी दीवान रोहितदासजी का कलेण्डर 2014, ग्राम सवराड़ (शिवराजपुर) में श्री आईमाताजी मन्दिर में स्थापित श्री आईमाताजी की मूर्ति का कलेण्डर 2015, बिलाड़ा में श्री आईमाताजी मन्दिर सिहासन का कलेण्डर का प्रकाशन एवं इन सभी का पूजनीय धर्मगुरु दीवान साहब के कर- कमलों से विमोचन तथा सीरवी सन्देश पत्रिका के रंगीन विशेषांक ग्राम पृथ्वीपुरा, ग्राम भाकरवास, तन्डियार पेट, ग्राम सवराड़ (शिवराजपुर) एवं ग्राम कुक्षी में आयोजित श्री आईमाता जी मन्दिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के विशेषांक का भी पूजनीय धर्मगुरु दिवान साहब के कर कमलों से शानदार एवं भव्य विमोचन किया गया। नगर आपके कार्यकाल में राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान समारोह चतुर्थ का आयोजन श्री आईमाता मन्दिर बिलाड़ा में, राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान समरोह पंचम का आयोजन कुक्षी (मध्यप्रदेश) में एवं राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान समरोह षष्ठम का आयोजन जैतारण में भव्य एवं शानदार ढंग से आयोजित किये गये।आपने अपने चार वर्षीय सम्पादक काल में प्रतिमाह मध्यप्रदेश से राजस्थान में पाली-जोधपुर आकर अपने सम्पादक पद की गरिमा, कर्तव्य परायणता, उत्कृष्ट सेवाएँ देकर सीरवी सन्देश पत्रिका को नया आयाम दिया। आज दिनांक 24 जनवरी 2016 को राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान समारोह षष्ठम के शुभ अवसर पर सम्पादक पद से आपकी ससम्मान, शानदार विदाई देते हुए पूजनीय धर्मगुरु दीवान साहब के कर कमलों से प्रदान करते हुए आपके उज्ज्वल भविष्य की शुभ मंगल कामना करते है।
आपने आई पंथ की दीक्षा 12/3/2023 पतालीयावास में जीजी पाल मंदिर पर मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष में आई पंथ के धर्मगुरु दिवान माधवसिंह जी, जति श्री प्रेम बाबाजी (गुजरात) जति पुना बाबाजी (श्री आई माताजी धर्म रथ भैल) जति श्री प्रेमा बाबा (पश्चिम) बिलाड़ा सकल पंच, परगना के अध्यक्षों एवं अखिल भारतीय सीरवी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष श्री धन्ना राम जी लालावत रानिया बेरा के अध्यक्ष चुन्नीलाल जी चोयल व मध्य प्रदेश बाड़मेर जैसलमेर आदि जगहों से उपस्थित आई पंथ के भाडेरूओ की उपस्थिति में जति श्री प्रेम बाबा जी उर्फ भंवर महाराज मे साफा पहनाकर बाबा बनाकर आई पंथ की बाबा मंडली में सम्मिलित किया।
माघ सुदी बीज वार रविवार विक्रम संवत 2080 (दिनांक 11 फरवरी 2024) के शुभ दिन आई पंथ के धर्म गुरु दिवान माधव सिंह जी द्वारा जति पद का परवाना देकर व आई पंथ कि “छड़ी” देकर मध्य प्रदेश आई पंथ के जति पद की नियुक्ति प्रदान की। उपस्थित जन समूह के समारोह में कार्यक्रम संपन्न हुआ।