पाली:–तहसील मुख्यालय मारवाड़ से 37 किमी दूर हरियामाली बोरनाडी,गूडांगरी, मेलावास, मुसालिया, राजोला, भींवली, शेखावास, मेलाप, सुरावास, मुडिया,थल,जिंजारड़ी के मध्य पंचायत मुख्यालय का गांव है- कंटालिया

तहसील मुख्यालय मारवाड़ से 37 किमी दूर हरियामाली बोरनाडी,गूडांगरी, मेलावास, मुसालिया, राजोला, भींवली, शेखावास, मेलाप, सुरावास, मुडिया,थल,जिंजारड़ी के मध्य पंचायत मुख्यालय का गांव है- *कंटालिया*।
छत्तीस कौम के लगभग 3000 घर की बस्ती में मात्र जाट, राजपुरोहित और चारण नहीं है बाकी सभी कौम का यहां निवास है।
कंटालिया में सीरवी समाज के लगभग 800 घर है जिनमें चोयल,पंवार,सेपटा,सोलंकी, काग, मुलेवा,परिहार, गहलोत, चावंडिया, मोगरेचा और बरफा यहां निवास कर रहे हैं।
कंटालिया में श्री आई माताजी मंदिर बडेर सन् 2001 में आसपास के क्षेत्र में सर्वोत्तम रुप में शोभायमान हो रहा था पर आज की स्थिति में आंतरिक भाग में मंदिर बहुत अधिक काला हो गया है जिसके रंग रोगन और जीर्णोद्धार की आवश्यकता है।बडेर के पास ही न्याति नौहरा मय सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं जो सराहनीय है। इसके अलावा सीरवी समाज की हथाई है जो चार मंजिला इमारत है जो सामाजिक समारोह के लिए उपयोगी भवन है।
*कंटालिया में श्री आई माताजी मंदिर बडेर की प्राण प्रतिष्ठा विक्रम संवत २०५९ मिति चैत्र शुक्ल बारस, दिनांक 24 अप्रैल 2002 को श्री आई माताजी धर्म रथ भैल और परम पूज्य दीवान साहब श्री माधव सिंह जी* के कर कमलों से हर्षोल्लास से सम्पन्न हुई। यहां की प्राण प्रतिष्ठा उस समय की ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा के रुप में मानी गई थी। विशेष कर कर्नाटक के टुमकुर नगर के युवा उद्यमी श्री कुशाल जी सेपटा पुत्र श्री नत्थाराम जी सेपटा बेरा भादरड़ी ने ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा को चिरस्थाई रखने हेतु *सीरवी संदेश का कंटालिया विशेषांक* प्रकाशित करवा कर इतिहास रच दिया था।
वर्तमान में यहां पर *कोटवाल श्री सोनाराम जी तिलोकजी चोयल, जमादारी श्री चौथाराम जी भूरारामजी चोयल एवं पुजारी श्री शेषाराम जी पुखाराम जी सेपटा* अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे हैं।
राजनीति में यहां पर सर्वप्रथम श्री लखाराम जी मुगनारामजी चोयल सरपंच रहे। श्री नेमाराम जी भूराराम जी सेपटा सरपंच रहे,आप पंचायत समिति सदस्य भी रहे। श्री देवाराम जी मुगनारामजी चोयल सरपंच रहे। श्री लखाराम जी मुगनाराम जी चोयल जिला परिषद सदस्य रहे। श्रीमती लीला सूजाराम जी पंवार पंचायत समिति सदस्य रही और श्री भूराराम जी गमनाजी चोयल पंचायत समिति सदस्य रहे।
सरकारी सेवा में यहां से स्वर्गीय चुन्नीलाल जी मन्नाजी चोयल अध्यापक रहे, श्री मांगीलाल जी रुगाराम जी निवासी धोलीपाल अध्यापक से सेवानिवृत हुए हैं। वर्तमान में श्री पोकरराम जी चौथाराम जी चोयल कंटालिया में ही आयुर्वेद में कंपाउंडर रुप में अपनी सराहनीय सेवाएं दे रहे है।
व्यापार व्यवसाय में यहां से सूरत, पुणे, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, होसुर, मैसूर, कोयंबटूर, तुमकुर और कांचीपुरम में सीरवी बंधु अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री पुखाराम जी थानारामजी चोयल मुंबई, चोलाराम जी पीथारामजी चोयल बेंगलुरु और हेमाराम जी रुगाराम जी पंवार सूरत गए।
विकास कार्य में से रुगाराम जी उमाराम जी पंवार बेरा बावलिया द्वारा शमशान में हाॅल निर्माण एवं श्री कुशालराम जी नत्थाराम जी सेपटा भादरड़ी द्वारा शमशान में हाॅल निर्माण करवाया गया। श्री ढगलरामजी, डगराराम जी, मालारामजी पुत्र श्री देवाराम जी चोयल द्वारा गौशाला का द्वार बनवाया गया। श्री भानु प्रकाश जी, प्रकाश जी पुत्र श्री टीकमजी चोयल द्वारा गौशाला का द्वार बनवाया गया। कंटालिया में श्री नाथ जी गोपाल गौशाला में सीरवी समाज द्वारा शेड और श्री राधाकृष्ण मंदिर निर्माण करवाया गया।
दक्षिण भारत के बडेर के पदाधिकारी रूप में *श्री हेमाराम जी रुगाराम जी पंवार सूरत बडेर के अध्यक्ष* पद को सुशोभित कर रहे है कंटालिया गांव के लिए गौरवान्वित होने की बात है कि हेमाराम जी के अध्यक्षीय कार्यकाल में सूरत में करोड़ों की लागत से पूरे भारतवर्ष के पहले शानदार समाज भवन का उद्घाटन परम पूज्य दीवान साहब माधव सिंह जी के कर कमलों से संपन्न हुआ।
*श्री कुशालराम जी नत्थाराम जी सेपटा टुमकुर बडेर के अध्यक्ष रहे।* श्री भोलाराम जी दीपाराम जी चोयल सूरत बडेर के कोषाध्यक्ष रहे, *श्री जोगाराम जी मोतीजी चोयल संजय पार्क पुणे बडेर के अध्यक्ष रहे। श्री दीपाराम जी मूलाराम जी काग भोजपुर पुणे बडेर के अध्यक्ष* रहे हैं।
कंटालिया गांव की शानदार बडेर के अलावा बेरा बावलिया पर और बेरा बड़लिया पर श्री आई माता जी के बडेर बने हुए हैं। जिनमें *बेरा बावलिया पर विक्रम संवत २०८० कार्तिक सुदी पूर्णिमा दिनांक 27-11- 2023 को श्रीआई माताजी के धर्मरथ भैल और दीवान साहब का भव्य बधावा कर श्री आई माताजी मंदिर में तस्वीर और पाट स्थापना हर्षोल्लास से संपन्न हुई।*
बेरा बड़लिया पर लगभग 8-10 साल पूर्व श्री आई माताजी बडेर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी।
चोयलों की ढीमड़ी पर भी श्री आई माताजी का मंदिर बना हुआ है।
कंटालिया गांव में श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का दौरा 26 जुलाई 23 से 28 जुलाई 23 तक माजीसा का नवोड़ा, कंटालिया बडेर,बेरा बावलिया और भेरो बा का बेरा बड़लिया हो चुका था, दिनांक 27 नवम्बर 23 को बेरा बावलिया कंटालिया पर श्री आई माताजी मंदिर के पाट स्थापना अवसर पर श्री आई माताजी धर्म रथ भैल का बधावा किया गया तब यह जानकारी प्राप्त की गई।
कंटालिया गांव के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की मां श्री आईजी से कामना करता हूं -दीपाराम काग गुड़िया।

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