तहसील मुख्यालय पाली से 30 किलोमीटर दूर बूसी, सोडावास, प्रतापगढ़ बडेरावास और सपरा के मध्य ग्राम पंचायत सोडावास का छोटा सा गांव है- *सापूनी।*
छत्तीस कौम के 200 घर की बस्ती में देवासी,सीरवी, राजपूत, कुम्हार, कारीगर, रावणा राजपूत, वैष्णव, कुमावत,वादी, मेघवाल, गर्ग, ढोली,जोगी आदि जातियां यहां पर निवास कर रही है।
यहां पर सीरवी समाज के कुल 35 परिवार में काग,बरफा, चोयल और गहलोत गौत्र के सीरवी निवास कर रहे हैं।
यहां पर श्री आई माताजी मंदिर (बडेर) अभी तक बनाया हुआ नहीं है जमादारी परिवार अमराराम जी वीराराम जी बरफा के पुराने घर में पाट रखा हुआ है,नीचे फर्श भी कच्चा और गारे से लीपा हुआ है जिस पर केवल चीर है, गादी एवं उस पर श्रीफल सहित व्यवस्थित पाट स्थापना भी नहीं है। यहां पर कुंडी नेमाराम जी काग (नेम बा ) के घर में स्थापित है जो केवल यहां पर पहली बार देखी गई है।
अभी तक श्री आई माताजी मंदिर बडेर हेतु भूभाग नहीं मिला है,बडेर हेतु जमीन खरीदने की कोशिश जारी है, यहां भावी योजना के बारे में पूछे जाने पर बताया गया है कि अतिशीघ्र भूभाग क्रय कर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा।
वर्तमान में यहां पर *कोटवाल श्री नेमाराम जी गोमाराम जी काग, जमादारी श्री डायाराम जी इन्दाराम जी बरफा है*। श्री आई माताजी की सेवा पूजा भी इन्हीं जमादारी के परिवार द्वारा की जाती है।
सरकारी नौकरी में यहां से अभी तक किसी सीरवी बंधु ने प्रयास ही नहीं किया,काग परिवार से श्री मोहनलाल जी एवं इनके छोटे भाई दिनेश जी पेमाजी काग पाली में एडवोकेट के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं।
छोटे गांव सापूनी में सीरवी समाज के अल्प संख्यक होते हुए *सोडावास ग्राम पंचायत में श्री अमराराम जी शेराजी काग ने उप सरपंच* पद को सुशोभित किया है।
व्यापार व्यवसाय में सीरवी बंधु सापूनी,सूरत, मुंबई,पुणे और कोल्हापुर में सफलतम रुप से अपने गांव का नाम रोशन कर रहे हैं। सापूनी ग्राम में भी सीरवी बंधुओं की दो दुकान शानदार चल रही है।
यहां से सर्वप्रथम दक्षिण भारत जाने वालों में श्री अमराराम शेराजी काग चैन्नई, तुलसाराम जी बरफा मुम्बई, हीराराम पकाजी काग मुंबई, भूराराम जी चोयल और हीराराम जी हरजी जी गहलोत ने पूना में वास किया।
सापूनी ग्राम विकास के कार्य में सीरवी समाज के भेनाराम नेमाजी काग द्वारा शमसान भूमि की चारदीवारी करवाई, श्री अमराराम शेराजी काग द्वारा सीरवी छात्रावास पाली में एक कमरा निर्माण करवाया, श्री वोराराम जी दलारामजी चोयल द्वारा सोनाईमांजी गौशाला में शेड निर्माण करवाया गया।
यहां पर भैल का आगमन नहीं होता है, एक बाबाजी यहां से जात इक्ट्ठी कर ले जाते हैं, लेकिन किसी परिस्थिति के कारण पिछले कई सालों से यहां जात भी नहीं होती है।इस बार सूचना संकलन के लिए यहां मेरा आना हुआ एवं पड़ताल में यह जानकारी प्राप्त हुई, सीरवी बंधुओं ने बहुत अच्छा मान सम्मान दिया एवं इस वर्ष की जात करवाने एवं बेल प्राप्त करने की इच्छा जताई तब उन्हें बेलें प्रदान की एवं एक वर्ष की जात की राशि प्राप्त की।
यहां पर सीरवी समाज की रईसी देखने को मिली, यहां के सीरवी बंधुओं के शानदार व्यापार व्यवसाय है, उनके अपने शानदार मकान और बंगले है, सीरवी बंधुओं में श्री आई माताजी के प्रति पूर्ण समर्पण एवं आस्था के भाव देखने को मिले पर अभी तक श्री आई माताजी जिस दयनीय रूप में विराजमान हैं ग्राम के लिए अब सोचनीय है। सापूनी ग्राम के सीरवी बंधुओं से निवेदन है कि आप इस पर गंभीरता से विचार कर माताजी को नये स्थान पर विराजमान करने का निश्चय करें।
सीरवी समाज सापूनी के चंहुमुखी विकास और खुशहाली की कामना के साथ – दीपाराम काग गुड़िया।