बगड़ी नगर के सेवानिवृत्त शिक्षक श्री पुखाराम जी गहलोत ने अपनी धर्मपत्नी के बारहवें की रस्म पर समाज के विभिन्न संगठनों को दिया सराहनीय आर्थिक योगदान

बगड़ी नगर के सेवानिवृत्त शिक्षक श्री पुखाराम जी गहलोत ने अपनी धर्मपत्नी के बारहवें की रस्म पर समाज के विभिन्न संगठनों को दिया सराहनीय आर्थिक योगदान

सरल स्वभाव के धनी, हँसमुख, धार्मिक, गौभक्त, समाज सेवा, और शैक्षणिक विषय में सदैव तत्पर रहने वाले श्री पुखारामजी गहलोत (सेवानिवृत्त प्राध्यापक) का जन्म 5 जुलाई 1950 को बेरा गोंगावतों का बरालिया (आखंडी) बगड़ी नगर के साधारण किसान परिवार पिता स्व.श्री जैरारामजी गेहलोत के घर माता स्व. श्रीमती गंगा देवी की कोख से हुआ।
आपका शुभ विवाह सन् 1970 में श्रीमती अन्नादेवी (अणची देवी) सुपुत्री श्रीमती अमृतीदेवी श्री मुलारामजी हाम्बड़ बेरा हाम्बड़ो का पिपलिया बगड़ी नगर के संग हुआ। आपके सफल दाम्पत्य जीवन में दो पुत्र जगदीश और सुरजमल एवं एक पुत्री दमयन्ती के पिता बने, आपके दोनों पुत्र वर्तमान में चैन्नई महानगर में व्यवसाय करते हैं।

आपने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने गांव बगड़ी नगर के स्थानीय विद्यालय से पूर्ण कर आगे की पढ़ाई जारी रखते हुए
आपने MA. B.ed. की डिग्री जोधपुर से की है,

आपने सर्वप्रथम सरकारी अध्यापक के रूप में 25 जुलाई 1970 को रा. उ. प्रा. वि. धाकड़ी सोजत पाली में अपनी सेवाएं से शुरू कर 31 जुलाई 2010 को रा. उ. मा. वि. वोपारी से सेवानिवृत्त होकर 40 साल की राजकीय सेवाएं प्रदान कर गौरवशाली इतिहास रचा है।
वर्तमान में आप अपने पैतृक गांव में कृषि कार्य एवं मानव हितार्थ समाज सेवा में लगे हुए हैं,

आपकी धर्म पत्नी श्रीमती अन्नादेवी (अणची बाई) लम्बे समय से पैरालिसिस एवं दृष्टि क्षीणता से लड़ रही थी, ऐसी स्थिति में आपके जीवन में चढ़े पत्नी द्वारा सेवा ऋण को अपने पत्नी की सेवाएं कर अपना कर्तव्य और उत्तरदायित्व को निभाते हुए भी अपनी जीवन संगिनी को 6 जुन 2023 मंगलवार को हमेशा के लिए इस दुनिया से खो दिया है, यह बहुत दुखद है,
स्वर्गीय श्रीमती अन्नादेवी (अणची बाई) का स्वर्गवास दिनांक 6 जून 2023 मंगलवार को, चैन्नई में हो गया है, ईश्वरीय सत्ता के निर्णय के सामने सभी को नतमस्तक होना पड़ता है।
आपने अपनी धर्म पत्नी को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी बाहरवी तिथि संस्कार (छुकली) पर आपने विभिन्न संस्थान एवं संगठनों को सामाजिक, शैक्षणिक एवं आध्यात्मिक उत्थान-कल्याण के लिए विराट सोच और विशाल सहृदयता से सेवार्थ कर्म में आपने 6 लाख रुपए धर्मादा पेटे देकर धर्म पत्नी को सच्ची श्रद्धांजलि दी,

111111/- श्री सीरवी समाज बढेर, निलांकरै चैन्नई, 111111/- श्री सीरवी समाज श्मसान भूमि विकास आखण्डी क्षेत्र बगडी नगर,
65000/- श्री कबूतरों रे चुग्गा पेटे,
65000/- श्री गौमाता चारा, पशु आहार, गुड दलिया,
51000/- श्री आई माताजी बढेर, बिलाड़ा (राजस्थान)
51000/- श्री सीरवी समाज (बड़ा वास) बढेर, बगड़ी नगर
51000/- श्री शिक्षा सेवा सहायतार्थ,
51000/ श्री अनाथ आश्रम सहायतार्थ
21000/- श्री हनुमानजी मन्दिर विकास, बगड़ी नगर,
5100/- श्री नारायण सेवा संस्थान, उदयपुर
5100/- श्री हिन्दू सेवा मंडल, बगड़ी नगर,
1525/- श्री भक्तौ को लड्ड वितरण,
1525/- श्री चिंटियों रे (कीडी चुग्गा)
1525/- श्री प्याऊ भरवाई (एक महीना)
19114/- अन्य सेवाएँ एवं भेंट
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611111/- कुल धर्मादा पेटे
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छह लाख ग्यारह हज़ार एक सौ ग्यारह रुपये का स्वैच्छिक योगदान देकर विभिन्न संगठनों को सादर अनुग्रहित किया है,

हाल ही में धर्म गुरु दीवान श्री माधवसिंह जी राठौड़ चैन्नई भ्रमण के दौरान शोक व्यक्त करने हेतु आपके निवास पर पधारें, धर्म गुरु दीवान साहब का सादगीपूर्ण से स्वागत किया गया, धर्म गुरु के सान्निध्य में सीरवी समाज बढेर निलांगरे की धर्मादा राशि को निलांगरे वढेर के पंचों को एवं बिलाड़ा वडेर की राशि को श्री दीवान साहब को सुपुर्द की गई,

अतः ऐसे नेक सेवार्थ कार्य हेतु अनुकरणीय स्वैच्छिक योगदान देने पर आदरणीय श्री पुखारामजी गहलोत (सेवानिवृत्त प्राध्यापक) को बहुत बहुत धन्यवाद तथा आभार व्यक्त करते हुए उज्जवल भविष्य के साथ दीर्घायु की मंगलकामनाऐं करते है।

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