चेन्नई। श्रीपेरंबदूर कस्बे में ग्राम तडंलम मे पार्श्व पद्मावती गौशाला मे रविवार को श्री सीरवी समाज सेवा संघ रामापुरम महिला मंडल ने किये भजन कीर्तन।
कहते हैं सेवा के लिए पैसे होना ही जरूरी नहीं होता है, सेवा के लिए भाव होना जरूरी हैं। यही कर दिखाया सीरवी समाज रामापुरम की महिलाओं ने कुछ गृहस्थी महिलाओं ने अपने घर का काम काज कर और फिर बचा हुआ समय गायों की सेवा के लिए देती है। श्री सीरवी समाज सेवा संघ रामापुरम बढेर की महिला भजन मंडली ने घर घर जाकर भजन कीर्तन कर उससे मिलने वाली राशि को गायों की सेवा के लिए गौशाला में दान कर रही है। पिछले काफी समय से इन महिलाओं ने भजन कीर्तन के माध्यम से बड़ी राशि इकट्ठा कर गौशाला में गायों के लिये हरा चारा, गुड़, मीठा दलिया, केलै व आदि खिलाकर गौ सेवा की गई।
महिलाओं ने गौ सेवा के बाद भजन कीर्तन किया गया जिसमें महिलाओं की ओर से भगवान श्री कृष्ण राधे रानी के भजनों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुती दी गई, सांवरे की मुरली बाजे सांवरिया है, सेठ मारो प्यारो लागे, गाया वाला काँजी रे,थारी गाया ने पाछी घेर , कुए पर ऐकली खड़ी रे, आदि भजनों पर महिलाओं शानदार प्रस्तुतियां दी, साथ में ही नन्हें-मुन्ने बच्चो ने कृष्ण राधा के रूपों में काफी आकर्षक लग रहे थे, कृष्ण के रूप में विकास सिन्दडा़ एवं राधा के रूप में मोनिशा सिन्दड़ा ने शानदार प्रस्तुतियां के साथ महिलाओं ने झूम झूम कर नृत्य किया,और भोजन का आयोजन किया। वैसे तो गौशाला में हर वक्त पूरी व्यवस्था रहती है, फिर भी श्री सीरवी समाज सेवा संघ रामापुरम बढेर के सामाजिक कार्यकर्ता श्री मांगीलाल चोयल, जितेंद्र गहलोत, अणदाराम पंवार, सुरेश सिन्दड़ा ने विशेष तौर पर उपस्थित होकर कार्यक्रम की उत्तम व्यवस्था अपनी देख रेख में सुंदर रूप से संपन्न करवाई और महिला मंडल को निवेदन किया कि आप लोग यहां नियमित रूप से गौसेवा और भजन कीर्तन का कार्यक्रम करें।
प्रस्तुति :- जितेंद्र गहलोत
सह संपादक- सीरवी समाज सम्पूर्ण भारत डाॅट काॅम