सीरवी देवड़ा गौत्र का उदभव :–
देवड़ा – चौहान राजवंशों की एक प्रसिद्ध खांप हैं।चौहानों के बारे में लिखे गए मुहणोत नैणसी के कथनों का सार यह निकला कि चौहान लाखण के वंशज आसराव की पत्नी देवी स्वरूपा थी। अत: उसके वंशज देवड़ा (देवड़) कहलाए। क्षत्रिय राजवंश पृष्ठ 215 समाज के राव-भाट भी इसी मत के साथ देवड़ा का निकास चौहानों से बताते हैं |