आज समाज में गरीब, असहाय और पढ़े-लिखे लोग हर जगह बेइज्जत होता है। ज्यादातर समाज के नेता और धन्ने लोग गरीबो और असहाय लोगो तिरस्कृत करता है। जब समाज के लोग गरीबों का साथ नहीं देते तो गरीब गरीबी के कारण चोरी, छिनैती में अपना हाथ आजमाने लगते हैं। पैसे के लिये कई अनैतिक कार्यों में भी लग जाते हैं। कुछ आतंकवादी, गुंडा-बदमाश, लुटेरे, हत्यारा या अन्य खराब कार्य करने वाले हो जाते हैं जो किसी न किसी तरह अपने साथ-साथ परिवार व समाज और देश का नाम खराब करते हैं। आज समाज मे गरीबी का कारण असमानता पूर्ण वितरण, पक्षपात, जातिपात, भ्रष्टाचार व राजनीति प्रमुख कारण है। आज गरीब का बच्चा केवल सरकारी विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करके सफल हो तो उसका भाग्य जबकि सम्पन्न व्यक्ति का बच्चा शुरू से ही कान्वेंट स्कूल में शिक्षा ग्रहण करके कुछ बने तो सौभाग्य। कौन ज्यादा शिक्षित होगा गरीब या अमीर? सरकारी अस्पतालों में गरीब जाते हैं जबकि अमीरों के लिये प्राइवेट नर्सिंग होम हैं। कौन ज्यादा स्वस्थ रहेगा गरीब या अमीर?
आज समाज मे पढ़े-लिखे लोगो को उचित मंच नही मिलना कही न कही समाज मे एक गन्दगी को बढ़ावा देने जैसा है।
समाज मे पढ़े-लिखे,गरीब और असहाय लोगो की बातों को समझना जरूरी है।
नही तो ये समाज केवल और केवल एक धन्ना समाज बनकर रह जायेगा। जिसमे केवल धन्ने लोग ही रह सकेंगे।
गरीबी की स्थिति भी कम भयानक नहीं है क्योंकि हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि समाज में लोगों को इतना गरीब नहीं होने देना चाहिए कि उनसे लोग नफरत करने लग जाये, और वे समाज के अमीर लोगों को अपनी गरीबी के लिए जिम्मेदार मानने लगे, जब इस तरह कि स्थिति समाज में निर्मित होने लगती है तो यह समाज की व्यवस्था के लिये खतरा बन जाती है ।
और समाज की व्यवस्था बीमार होने लगती है यह एक प्रकार से ऐसे patient की तरह हो जाती है कि वह एक बीमारी की दवा कराता है तो दूसरी पैदा हो जाती है और वह ऐसा करते-करते एक दिन स्वयं को ही खत्म कर देता है, लेकिन वह स्वस्थ्य नहीं हो पाता है ।
इस तरह की व्यवस्था से केवल वही व्यक्ति परेशान नहीं होता बल्कि वे सब व्यक्ति भी परेशान होते है जो उसके साथ में रहते है इस तरह समाज का एक बड़ा हिस्सा जो गरीब है वह उन सब लोगों के लिये भी परेशानी खड़ी करता है जो गरीब नहीं है ।
आज समाज को ऐसे गरीबो और असहाय लोगो के बारे में विचार करने की जरूरत है।
लेखक:- रमेश सीरवी s/o. तगाराम जी कोटवाल
Senior Nursing Educator, Mumbai
गाँव-चाणोद, जिला-पाली, राजस्थान
समाचार संवाददाता:-दुर्गाराम सीरवी कोयम्बटूर तमिलनाडु।
समाज में लोगों को इतना गरीब नहीं होने देना चाहिए कि उनसे लोग नफरत करने लग
