जैतारण/जनासनी . सीरवी समाज जनासनी – सांगावास द्वारा पाली जिले की जैतारण तहसील में राठौड़ कृषि फार्म जनासनी सांगावास की पावन धरा पर स्थित श्री आईमाताजी मंदिर परिसर में आईमाताजी के 604वे अवतरण दिवस व भादवी बीज महोत्सव मनाया गया, श्री आईमाताजी की स्तुति, पूजा-अर्चना व् मंगल आरती के साथ सम्पन हुई। रतनलाल राठौड़ ने बताया की जनासनी – सांगावास में श्री आईमाता मन्दिर परिसर को विशेष लाइटिंग से सझाया गया । इससे पहले भंवरलाल राठोड ने बताया की श्री आई माता नवदुर्गा योगमाया के प्रथम रूप भोलीपुत्र का अवतार है। अम्बापुर गुजरात में विक्रम संवत् १४७२ भादवा सुदी बीज को आपने अवतार लिया । राजस्थान में नारलाई, डायलाणा, एवं बिलाड़ा में प्रमुख परचों के आधार पर इनके मुख्य धाम बने हुए है। इनका चलाया पंथ आई पंथ कहलाता है। जिनको अन्य जातियों के साथ प्रमुख रूप से सीरवी क्षत्रिय जाति मुख्य कुल देवी के रूप में मानते हैं। इस मोके पर ग्राम जनासनी बढेर के कोटवाल हनुमानराम राठौड़, जमादारी भंवरलाल राठौड़,गोपाराम राठौड़, कानाराम राठोड सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे