मैसूरु । आलनहल्ली में सीरवी समाज की और से संचालित शास्वेता स्कूल में गुरूवार को मैसुरु के महाराजा जयचामराजेन्द्र वाडियार का 100वां जन्म दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाराजा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना की गई।एम आर चौधरी ने कहा कि जय चामराजेन्द्र वाडियार राजवंश के अंतिम माहाराजा थे। इनके कार्यकाल में कन्नड़ लोक संस्कृति तथा मैसुरु शहर की चारदीवारी जैसे अनेक सर्वागीण विकास कार्य किए गए। साथ ही उन्होंने कहा की शिक्षा ही जीवन का आधार है और बिना शिक्षा के मनुष्य का जीवन अर्थ हीन व दिशाहीन हो जाता है। एक सफल में जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व होता है। ये बातें केआरएस रोड़ सीरवी समाज, के अध्यक्ष मोटाराम सोलंकी ने मैसुरु के महाराजा जयचामराजेन्द्र वाडियार का 100वां जन्म दिवस अवसर पर कहीं। वही प्रधानाध्यापक बसपा ने कहा कि शिक्षा के बल पर ही बच्चे आगे बढ सकते हैं और देश को विकास के रास्ते तक ले जा सकतें है। साथ ही उन्होने शिक्षा को आधुनिक बनाने पर भी जोर दिया। कार्यक्रम में व्यवस्थापक एम् आर चौधरी, प्रधानाध्यापक बसपा, योग प्रतिक्षक सुरेश सहित स्कूल के बच्चों ने भाग लिया।