कापसी के प्रतिभाशाली डाँ. अभिषेक कोतवाल का डी.एम.हेतु चयन एशिया का सबसे बड़ा न्यूरो सेन्टर बेंगलुरु मे मिला प्रवेश, मेडिकल मे यह डिग्री प्राप्त करने वाले अभिषेक संम्भवतः समाज के होगें प्रथम व्यक्ति
कापसी/कुक्षी। मंजिल उन्हें मिलती है जिनके सपनो में जान होती हैं , पंखो से कुछ नहीं होता हौसलो से उड़ान होती हैं। उक्त पंक्तियों को चरितार्थ किया है डॉक्टर अभिषेक कोतवाल ने। आधुनिकता के इस दौर मे जहाँ पालक अपने बच्चों को इंग्लिश मिडियम वाली हाईटेक स्कूलों मे प्रवेश दिलाकर शिक्षा ग्रहण करवाते जिससे बच्चा काम्पेटिशन परीक्षाओ मे किसी से पिछे न रहे परन्तु जब सरकारी स्कूल से शिक्षा प्राप्त कर कोई ग्रामीण बच्चा हाई लेवल की शिक्षा प्राप्त करता हे तो आश्चर्य होना स्वभाविक हे। ऐसा ही आश्चर्यजनक कारनामा कर दिखाया हे
मध्यप्रदेश में धार जिले की कुक्षी तहसील के गाँव कापसी में एक साधारण परिवार नारायण कोतवाल के यंहा शकुन्तला देवी की कोख से 20 सितंबर 1991 में जन्मे अभिषेक कोतवाल ने । इस प्रतिभाशाली बालक ने 2004 में 8 वी बोर्ड परीक्षा में 91 प्रतिशत अंक प्राप्त करके धार जिले की प्रावीण्य सूची में अपना प्रथम स्थान बनाया तब शासकीय अमला इस उपाधि को पचा नही पाया और यह संदेह किया गया कि जरूर चिटिंग की होगी। परन्तु कहते हे सांच को आंच नही ओर अभिषेक के पिता नारायण कोतवाल ने अपने बच्चे को कुक्षी के सरकारी स्कूल मे प्रवेश दिलाया। अभिषेक ने कक्षा 9 से 12वी तक सरकारी स्कूल मे पढ़ाई करते हुए अपने शिक्षा के स्तर को कभी गिरने नही दिया। अपनी प्रतिभा को बरकरार रखते हुए संदेहकर्ताओ के मुह पर ताले जड़ दिये। नई दुनिया द्वारा लिए गए साक्षात्कार में उन्होने अपनी मंशा जाहिर करते हुए स्पष्ट रूप से यह बताया था कि मैं चिकित्सा क्षेत्र मे प्रवेश करके बड़ी उपाधि प्राप्त करने के साथ स्वास्थ्य सेवाओं में अपना योगदान दूंगा। अपने अटल इरादो को पूरा करने के लिए अभिषेक ने फिर पीछे मुड़कर नही देखा और इन्होने वर्ष 2006 में दसवी बोर्ड से 86 प्रतिशत तथा 2008 में 12वीं बोर्ड से 80 प्रतिशत अंक अर्जित किये तथा प्रथम प्रयास में ही नीट यूजी की परीक्षा देते हुए एमबीबीएस के लिए चयनित हुए और वर्ष 2015 मे इंदौर के एमजीएम चिकित्सा महाविघालय से उपाधि प्राप्त करने के साथ ही अभिषेक का चयन आल इंडिया रेंक 173 के साथ एम.डी. रेडियोडायग्नोसिस के लिए दिल्ली के लेडी होर्डिंग चिकित्सा महाविद्यालय मे हुआ।वर्ष 2018 मे इन्होने एम.डी.की उपाधि प्राप्त की। यही नही इनका चयन पोस्ट डाक्टोरल फेलोशिप इन न्यूरो एंड वेस्कूलर इंटरवेशन एम्स जोधपुर के लिए भी हुआ, परंतु अभिषेक का लक्ष्य तो चिकित्सा दुनिया की सर्वोच्च उपाधि को प्राप्त करने हेतु अर्जुन की तरह था और हुआ यही, एशिया का सबसे बडा़ न्यूरो सेंटर नीमहंस जो कि बैंगलुरू में स्थित है वहां से डी. एम. न्यूरो इमेजिंग एण्ड इन्टरवेशनल रेडियोलॉजी की उपाधि हेतु 2019 में इनका चयन हुआ। अपने सपनों की मंजिल में प्रवेश हेतु चयन की सुचना जब अभिषेक और उनके परिवार को मिली तो चहुँऔर खुशियों की लहर दौड़ गई। घर परिवार का संपूर्ण वातावरण खुशनुमा हो गया। अभिषेक को बधाई देने वालो का तांता भी लगा रहा। यह सब होना स्वभाविक था क्योंकि सपनो का महल सामने मौजूद जो था।इस मुकाम तक पहुंचने के पश्चात जब नईदुनिया पत्रकार हीरालाल सिर्वी ने डॉक्टर अभिषेक कोतवाल से चर्चा की तो उन्होने सर्वप्रथम नईदुनिया को साधुवाद इस बात का दिया कि उनके जीवन के सपनो का पहला साक्षात्कार नईदुनिया समाचार पत्र में 2004 में प्रकाशित हुआ था और फिर अपने भविष्य की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए उन्होने कहा कि मैं अपनी योग्यता का प्रतिफल अपने जन्म स्थल क्षेत्र में सेवा कर इस क्षेत्र को देना चाहूंगा। अभिषेक ने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता को दिया। अभिषेक की गौरवशाली उपलब्धि पर अखिल भारतीय सिर्वी महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाँ.आर.एस.चौहान उज्जैन, प्रदेश संरक्षक डाँ. यू.के भायल कुक्षी,डाँ. राज बरफा लोहारी,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोहरलाल मुकाती बड़वानी,प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मुकाती vip मनावर, निमाड़ परगणा जिलाध्यक्ष टीकमचन्द पंवार लोहारी, कुक्षी तहसील अध्यक्ष विक्रम चोयल अमलाल,ग्राम कापसी इकाई अध्यक्ष बाबुलाल राठौर, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मोहनलाल बरफा कोणदा आदि ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य कि कामना की।