पुर्व जिला प्रमुख श्री चतरारामजी बर्फा
चतराराम कूपारामजी बर्फा का जन्म मिगसर सुद बीज संवत् २००० ( अनुमानित दिनांक 29.11.43 सोमवार) को माताजी स्व. श्रीमती चुन्नीबाई कूपारामजी बर्फा की कोख से गांव बानियावास पाली राजस्थान में हुआ। बचपन गरीबी के कारण बहुत कठिनाइयों में गुजरा। 5 साल की उम्र में शादी हो गई, धर्मपत्नी श्रीमती घीसी बाई से। बचपन :- 7 भाई बहनों में सबसे बड़े होने के कारण अपने पिताजी की सहायता करने 11 साल की उम्र में ही पाली में जेठमल जी राठी के यहां 4 साल तक सिर्फ रोटी कपड़े में ही नौकरी की। परन्तु पढ़ने की बहुत लगन होने के कारण मामाजी गुणेश राम जी चोयल खारड़ी ने बहुत प्रयास करके सीधे 7 वीं कक्षा में दाखिला दिलवाया। जवानी 1962-63 में पाली को. ऑपरेटिंग सोसाइटी में भी नौकरी की 18-6-61 को 16 साल की उम्र मे ही उनका आणा आया। 20 साल की उम्र में पाली बांगड कॉलेज में प्राइवेट पढ़कर 10 वी पास की। आगे की पढ़ाई के लिए जुलाई में जोधपुर गये और जसवंत कॉलेज में दाखिला लिया वहा भी खर्च चलाने के लिए रबर स्टाम्प बेचे। इसी क्रम में आईजी साहब पुखराज से मुलाकात हुई। उनके सुझाव से 13/10/1963 को इंडियन एयफोर्स मे ट्रेनिंग ली और 10 साल तक देश की सेवा की। इसी दौरान जोधपुर,नागपुर, जोधपुर, सुर्यालंका,बापटला थाना बरोड़ा इन सभी जगहों पर पोस्टिंग हुयी । 1971 में हिन्दुस्थान – पाकिस्तान युद्ध के समय आपकी पोस्टिंग थाना मुम्बई मे हुई थी । एयरफोर्स की नौकरी के दौरान ही आपने भोपाल से 12 वी पास की ,फिर पुना युनिवर्सिटी से bcom पास किया उसके बाद cost & work a/c मे डिप्लोमा किया। एयरफोर्स सैलरी से अपना पढ़ाई का सारा खर्चा निकाल कर जो बचता वो पिताजी को भेजते थे। बिजनेस:- 1973 में श्री चेनजी बा गुड़ा जेतसिंह के कहने पर एयरफोर्स छोड़ी और उनके साथ प्लास्टिक बिजनेस में आए। फिर हरिराम जी गहलोत भी जुड़े। तीनो ने मिलकर चौधरी प्लास्टिक की स्थापना की। यहां उन्होंने कड़ी मेहनत की। 50-50 किलो की बोरियां प्लास्टिक की सर पर ढोकर गामदर से ट्रेन द्वारा मलाड़ गोरे गांव में सप्लाई करने लगे। कड़े परिश्रम के कारण सफलता मिलती गई। समाज सेवा :- चौधरी प्लास्टिक उस समय दक्षिण भारत में हमारे समाज के लोगो के लिए मदद का बड़ा केंद्र हुआ करता था। यहां पर हर किसी की हर प्रकार से मदद की। कई लोगो के बीमारी में ऑपरेशन करवाए। सैकड़ों को बिजनेस सेट करने में रुपए से मदद की। कई लोगो की पढ़ाई के लिए मदद की। समाज की कई धर्मशालाएं में , हॉस्टल में, स्कूलों में, मंदिरों में और तन मन धन से मदद की। चंदे के लिए जो भी आया खाली हाथ नहीं गया समाज के साथ साथ अपने सभी भाई बहनों को साथ रखा, पढ़ाया, उनकी शादियां करवाई, उनको फिर से व्यापार को सेट करने में मदद की सभी को घर बार कारखाने लेकर दिए, सभी भाइयों को 100-100 बीघा खेती के लिए जमीन लेकर ली। विदेश भ्रमण :- 1983 में आपने पूरे यूरोप और USA का भ्रमण किया। उसके पश्चात 1987 में आप चौधरी प्लास्टिक से अलग हुए। आगे बिजनेस में आपके बड़े पुत्र महेंद्र ने आपका पूरा सहयोग किया। 1994-95 में आप बिजनेस अपने बेटे महेंद्र को सौप कर गांव में बस गए और खेती बाड़ी करने लगे । राजनीति :- सन् 2000 में आपने जीवन में पहली बार चुनाव लड़ा (जीते) व जिला प्रमुख बने। सीरवी समाज के लिए बड़े गर्व की बात थी। क्योंकि आजादी के 50-55 सालो बाद पहली बार कोई सीरवी जिला प्रमुख बने। इन 5 सालो में आपने समाज के हर तबके की बिना किसी भेदभाव के पूरी मदद की। 5 साल का कार्यकाल अभूतपूर्व रूप से सफल रहा, बेदाग रहा। आज भी लोग उनके कार्यकाल को याद करते हैं। अपने इस कार्यकाल से सम्पूर्ण सीरवी समाज का नाम रोशन किया। उपलब्धियां :- जीवन के पूरे सफर में अपनी सारी उपलब्धियां का श्रेय वे अपनी धर्मपत्नी श्रीमती घीसी बाई को देते थे। आपके अनुसार मा- बाप, भाई बहन, कुटुंब जनों सहित सारे समाज की जो सेवा हुई वो धर्मपत्नी घीसीबाई के सहयोग के बिना संभव ही नहीं थी ।
जिला प्रमुख श्री पेमारामजी सीरवी
किसी विद्धान ने लिखा है-समाज सेवा में सदैव तन-मन-धन लगाकर जो निज जीवन को कुन्दन करता है। युग उसी धर्मपुत्र का वन्दन करता है समाज आज उसी अभिभक्त का अभिनन्दन करता है। उपर्युक्त पंक्तियों को सार्थक करने वाले मिलनसार व्यवहार कुशल स्पष्टवक्ता धैर्य के धनी और पिता श्री केरारामजी की आँखों के तारे एवं माता श्रीमती पानीबाई के लाड़ले दुलारे श्री पोमाराम मुलेवा का जन्म 25 जनवरी 1973 को बेरा जोड़वाला ग्राम पिपलिया कलां के साधारण किसान परिवार में हुआ। बाल्यकाल से ही कुशल बृद्धि एवं दृढ़निश्चवि के धनि श्री मुलेवा ने पिपलिया कलां से उच्च प्राथमिक 8वीं तक की शिक्षा 1988 में प्राप्त की। इसके पश्चात आप ब्यावर व्यवसाय में अपना भाग्य आजमाने दक्षिण भारत के चेन्नई में अपने चाचा श्री किशनलालजी मुलेवा से व्यापार-व्यवसाय की बारीकियां सिखने के बाद 27 सितम्बर 1993 को महाबलीपुरम में स्वयं का व्यवसाय मुलेवा पॉवन ब्रोकर्स नाम से श्री गणेश किया। इसके पश्चात् आपने दूसरी फर्म पेमाराम पावन ब्रोकर्स महाबलीपुरम एवं सोजत नगर में प्रेम प्लास्टिक नाम की फर्म भी चल रही है। आपका शुभ विवाह ग्राम कुशालपुरा बेरा पिपलिया निवासी श्री हुकमारामजी चोयल की सुपुत्री प्रेमादेवी के संग हुआ। आपके सफल दाम्पत्य जीवन में सुपुत्रियां नन्दिनी एवं ज्योति राजे है। आप व्यापार व्यवसाय के साथ राजनिति में भी सक्रीय रहे। आप दक्षिण भारत में भाजपा के सक्रीय कार्यकर्ता है तथा काजीपुर जिले के जिला सचिव पद पर रहे। दक्षिण भारत के साथ साथ आप अपनी मातृभूमि पाली जिले में सक्रीय है। आप पाली जिला कृषि उपज मण्डल प्रकोष्ट के जिलाध्यक्ष रहे। आपने 2 बार पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा मगर सफलता नहीं मिली। आपने ग्राम पंचयात पिपलिया कलां में वार्ड का चुनाव लड़ा एवं सफल रहे। आपने राजनीति एवं व्यापार व्यवसाय के साथ पुनः शिक्षा के महत्व को समझा एवं उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु सन् 2001 में वाराणसी (उत्तरप्रदेश) से स्वयंपाठी शिक्षार्थी के रूप में 10 वीं परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की। जब सन् 2004 में तमिलनाडु राज्य में जबरदस्त सुनामी आयी। जिसमे लाखों लोगों की अकाल मृत्यु हो गयी। इस दुःख की घडी में राजस्थान सरकार की यशस्वी मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे सिंधिया ने सहायता करने हेतु महाबलीपुरम को चुना एवं उसकी जिम्मेदारी श्री पोमाराम मुलेवा को सौंपी गयी। श्री मुलेवा ने कठिन परिश्रम एवं प्रवासी व्यापारी, बंदुओं को साथ लेकर करीब 5 करोड़ रुपयों की लागत से 100 बेड का चिकित्सालय एवं सीनियर सेंकण्डी विद्यालय का निर्माण कराया। यह परमार्थ का कर्म ही आपके लिए वरदान साबित हुआ एवं आपने मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे का विशवास जीत लिया एवं उनके निष्ठावान विश्वासनिय एवं चहेते कार्यकर्ता बन गये। जब राजस्थान में गत वर्ष पंचायती राज चुनाव हुए तब जिला परिषद के वार्ड संख्या 27 से भाजपा के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा एवं रिकार्ड मतों से 7284 मतों से जीत हासिल की। पाली जिलें में जिला परिषद की 33 सीटों में से 32 सीटों में भाजपा के।प्रत्याशी विजयी रहे तथा 7 फरवरी 2015 को श्रीमान पेमाराम मुलेवा को सर्वसम्मति से जिला प्रमुख के पद पर चुना गया। जो समस्त सीरवी समाज के लिए गौरव की बात है। वर्तमान में आप पाली जीले के भाजपा के उपाध्यक्ष पद को सुशोभित कर रहे है। गरीबों अनार्थों अबलाओं एवं किसानो के हितेषी श्री पोमाराम मुलेवा जिला प्रमुख का सपना है कि पाली जिले में सभी ग्राम ढाणी तक स्वस्छ पेयजल पहुंचाया जाये तथा सभी ग्रामों एवं ढाणियों को पक्की सड़कों से जोड़ा जायेगा तथा नरेगा कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से लागू किया जायेगा। आपकी हार्दिक इच्छा यह है की प्रत्येक बेरे को राजस्व ढाणी के रूप में घोषित किया जाये। ताकि सभी बेरों को सड़क रोड लाईट पीने के पानी की पाईप लाईन की सुविधा मिल सके।